Gujarat: डोमेस्टिक एयरपोर्ट बनाने को लेकर विरोध में किसान, जमीन नहीं देने पर अड़े

Gujarat: डोमेस्टिक एयरपोर्ट बनाने को लेकर विरोध में किसान, जमीन नहीं देने पर अड़े

Dahod domestic airport: दाहोद में किसानों ने कहा कि भारतमाला प्रोजेक्ट के बाद फिर से सरकार यहां एयरपोर्ट बना रही है. इसके लिए सरकार हमलोगों से अब जमीन मांग रही है. लेकिन अब हम डोमेस्टिक एयरपोर्ट बनाने के लिए जमीन नहीं देंगे. बता दें कि दाहोद जिला आदिवासी परंपराओं से जुड़ा हुआ है और वे जमीन को लेकर बेहद गंभीर माने जाते हैं.

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डोमेस्टिक एयरपोर्ट बनाने को लेकर विरोध में किसान, जमीन नहीं देने पर अड़ेकिसानों का विरोध प्रदर्शन

Dahod domestic airport: गुजरात के दाहोद में डोमेस्टिक एयरपोर्ट को लेकर किसान विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. दाहोद के झालोद स्थित डोमेस्टिक एयरपोर्ट बनाने के लिए सर्वे का काम चल रहा है. इसके लिए चार गांव की जमीन का सर्वे किया जा रहा है. टीम उन चार गांव में सर्वे कर रही है, जहां पर एयरपोर्ट बनना है. लेकिन उन चार गांव के किसान एयरपोर्ट बनने के लिए अपनी जमीन देने से इनकार कर रहे हैं. किसानों का कहना है कि हमें कोई भी जमीन नहीं देनी है. उन लोगों का कहना है कि पहले ही भारतमाला प्रोजेक्ट में उनकी जमीन जा चुकी है.

यहां 90 फीसदी लोग करते हैं खेती

इन 4 गांव के किसानों ने कहा कि भारतमाला प्रोजेक्ट (Dahod domestic airport) के बाद फिर से सरकार यहां एयरपोर्ट बना रही है. इसके लिए सरकार हमलोगों से अब जमीन मांग रही है. लेकिन अब हम डोमेस्टिक एयरपोर्ट बनाने के लिए जमीन नहीं देंगे. बता दें कि दाहोद जिला आदिवासी परंपराओं से जुड़ा हुआ है. यहां पर 90 फीसदी लोग खेती करके खुद का जीवन निर्वाह करते हैं.

किसानों को नहीं चाहिए एयरपोर्ट

अभी भारतमाला प्रोजेक्ट का विवाद खत्म ही हुआ है. इस बीच झालावाड़ तहसील के चार गांव में एयरपोर्ट बनाने के लिए सरकार के लोग सर्वे करने पहुंचे हैं. लेकिन यहां के लोग और किसान एयरपोर्ट का सर्वे नहीं होने देने का विरोध कर कर रहे हैं. उनका कहना है कि उन्हें एयरपोर्ट नहीं चाहिए, इसलिए उसका विरोध कर रहे हैं.

अधिकारियों को नहीं करने दिया सर्वे

झालोद के शारदा गांव के सर्वे नंबर 26 की जमीन एयरपोर्ट अथॉरिटी के सर्वे में किसानों ने जमीन देने से विरोध किया, जिसे लेकर दाहोद (Dahod domestic airport) के कलेक्टर ने थोड़े दिन पहले किसानों से इस मुद्दे पर बात की थी. लेकिन आज दूसरी बार एयरपोर्ट का सर्वे करने आई टीम पुलिस बंदोबस्त के साथ पहुंची थी. लेकिन बड़ी संख्या में किसानों ने सर्वे करने आए कर्मचारियों का जमकर विरोध किया.

'मर जाएंगे पर अपनी जमीन नहीं देंगे'

किसान इस बात पर अड़े हुए हैं कि पहले हमारी जमीन भारतमाला प्रोजेक्ट में जा चुकी है और अब हम डॉमेस्टिक एयरपोर्ट बनाने के लिए हम अपनी जमीन नहीं देंगे. किसानों ने कहा कि हम मर जाएंगे पर हम अपनी जमीन नहीं देंगे. ऐसे में किसान अब इस मुद्दे पर आगे क्या करेंगे, वह देखना होगा. साथ ही ये भी देखना होगा कि सरकार एयरपोर्ट बनाने के लिए किसानों को मनाएगी या नहीं. (इनपुट- अजय गिरि)

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