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23 दिनों से जारी है रेल रोको आंदोलन, विरोध पर पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष ने किसानों से कही ये बात

23 दिनों से जारी है रेल रोको आंदोलन, विरोध पर पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष ने किसानों से कही ये बात

तीन किसानों की रिहाई की मांग को लेकर किसान हरियाणा सीमा के करीब शंभू रेलवे स्टेशन की पटरियों पर बैठे हुए हैं. इस आंदोलन में  किसान मजदूर मोर्चा (केएमएम) और संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) गैर-राजनीतिक के सदस्य शामिल है. दोनों संगठनों का समर्थन इस आंदोलन को मिल रहा है.

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रेल रोको आंदोलन   (फाइल फोटो) रेल रोको आंदोलन (फाइल फोटो)

शंभू रेलवे स्टेशन पर चल रहा किसानों का रेल रोको आंदोलन अभी भी जारी है. 17 अप्रैल से शुरू हुए इस आंदोलन के 23 दिन हो चुके हैं. इस आंदोलन के कारण सबसे अधिक असर रेल सेवाओं पर पड़ा है. हर दिन 100 से अधिक ट्रेन सेवाएं प्रभावित हो रही हैं. अब तक दो हजार से अधिक ट्रेनों की सेवाओं पर इसका असर पड़ा है. आंदोलन के कारण हर दिन कई ट्रेनों को रद्द करना पड़ता है, जबकि कई ट्रेनों को शॉर्ट टर्मिनेट और रूट डायवर्ट करना पड़ता है. किसानों के रेल रोको आंदोलन को लेकर 9 मई को भी करीब 184 ट्रेनों की सेवाओं पर इसका असर पड़ा है. रेलवे ने कहा कि कुछ ट्रेनों को शॉर्ट टर्मिनेट किया गया है, जबकि 115 से अधिक ट्रेनों के रूट डायवर्ट किए गए हैं. 

रेलवे की तरफ से मिली जानकारी के अनुसार 9 मई को 69 ट्रेनें रद्द की गईं जिनमें दिल्ली जाने वाली ट्रेनों के साथ-साथ चंडीगढ़-अमृतसर रूट की कुछ ट्रेनें भी शामिल हैं. बता दें कि तीन किसानों की रिहाई की मांग को लेकर किसान हरियाणा सीमा के करीब शंभू रेलवे स्टेशन की पटरियों पर बैठे हुए हैं. इस आंदोलन में  किसान मजदूर मोर्चा (केएमएम) और संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) गैर-राजनीतिक के सदस्य शामिल है. दोनों संगठनों का समर्थन इस आंदोलन को मिल रहा है. उत्तर रेलवे से जुड़े अधिकारियों ने बताया कि पिछले सप्ताह हरियाणा के शंभू स्टेशन पर चल रहे किसानों के आंदोलन के कारण 69 ट्रेनों को रद् किया गया. 107 ट्रेनों के रूट डायवर्ट किया गया. इस दौरान कई महत्वपूर्ण ट्रेनों को भी रद्द किया गया. 

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किसानों को कांग्रेस नेता की सलाह

वहीं किसानों द्वारा किए जा रहे रेल रोको आंदोलन को लेकर पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वारिंग ने किसानों को सलाह दी है कि वे ऐसे आंदोलनों से बचें क्योंकि इससे लोगों को परेशानी होती है. 'टाइम्स ऑफ इंडिया' की रिपोर्ट के अनुसार उन्होंने सुझाव दिया कि सड़क अवरोधों को हर कीमत पर टाला जाना चाहिए क्योंकि इससे आम लोगों को परेशानी होती है और आम लोग भी किसानों की तरह की असहाय हैं. साथ ही उन्होंने किसानों के प्रति कांग्रेस के हितों को दोहराते हुए कहा कि अगर 2020 में कांग्रेस नहीं होती तो किसान दिल्ली की ओर मार्च नहीं कर पाते और मोदी सरकार को तीन कृषि कानून वापस लेने के लिए मजबूर नहीं कर पाते. 

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चुनाव प्रचार करने का अधिकार

पंजाब में भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवारों का किसानों के विरोध पर पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि हर किसी को चुनाव में प्रचार करने का अधिकार है. जो भी उम्मीदवार अपने क्षेत्र में जहां जाकर प्रचार करना चाहता है, कर सकता है. उन्होंने इस मामले में सावधानी और संयम बरतने की सलाह दी. बता दें कि किसानों को इस रेल रोको आंदोलन के कारण जहां एक तरफ यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. वहीं दूसरी तरफ पंजाब में उद्योग धंधे पर इसका खासा असर पड़ा है. व्यापारी पंजाब से माल बाहर नहीं भेज पा रहे हैं और ना की उद्योग के लिए बाहर से कच्चा माल मंगा पा रहे हैं.