Farmers protest LIVE updates: पंजाब, हरियाणा और यूपी के किसान अपनी कई मांगों को लेकर आज दिल्ली कूच कर रहे हैं. कई मांगों में सबसे प्रमुख है फसलों की एमएसपी गारंटी का कानून. किसानों ने ट्रैक्टर मार्च निकालने की भी बात कही है. इसे देखते हुए पूरी दिल्ली को छावनी में तब्दील कर दिया गया है. दिल्ली के सभी बॉर्डर पर चौकसी बढ़ा दी गई है. कंक्रीट और कंटीले तारों के बाड़े लगाए गए हैं. हरियाणा में शंभू बॉर्डर के अलावा कुंडली बॉर्डर, इधर दिल्ली में गाजीपुर बॉर्डर और सिंघु बॉर्डर पर पुलिस फोर्स को तैनात कर दिया गया है. किसान मजदूर मोर्चा (KMM) और संयुक्त किसान मोर्चा गैर राजनीतिक के मांग पत्र में कहा गया है सरकार सभी फसलों की खरीद पर MSP गारंटी अधिनियम बनाए, डॉ. स्वामीनाथन आयोग के निर्देश पर सभी फसलों की कीमतें C2+50 परसेंट फॉर्मूले के अनुसार तय की जाएं, गत्ते का एफआरपी और एसएपी स्वामीनाथन आयोग के फार्मूले के अनुसार दिया जाए, जिससे यह हल्दी सहित सभी मसालों की खरीद के लिए एक राष्ट्रीय प्राधिकरण बन जाए, किसानों और मजदूरों के लिए पूर्ण कर्ज माफी की जाए. इनके अलावा भी और कई मांगें हैं जिसके लिए किसान दिल्ली कूच कर रहे हैं.
पंजाब किसान मजदूर संघर्ष कमेटी के महासचिव सरवन सिंह पंधेर ने कहा, ''यह भारतीय इतिहास का एक काला दिन है. किसानों के खिलाफ आंसू गैस का इस्तेमाल किया गया. हम यहां स्पीकर लगा रहे हैं और कल सुबह अपना कार्यक्रम फिर से शुरू करेंगे.' किसान आंदोलन को 13 फरवरी तक के लिए रोक दिया गया था. प्रदर्शन की वजह से दिल्ली-नोएडा-दिल्ली (डीएनडी) फ्लाईवे पर भारी ट्रैफिक जाम देखा गया, क्योंकि किसानों के विरोध के मद्देनजर दिल्ली की सीमाओं पर भारी सुरक्षा के बीच वाहन दिल्ली से नोएडा की ओर आ रहे हैं.
किसान संगठनों ने आज के लिए रोका प्रदर्शन. सीज फायर का ऐलान किया. किसान संगठनों ने कहा कि अब सुबह एक बार फिर वो दिल्ली के लिए आगे बढ़ेंगे. किसान संगठनों ने कहा कि ये हमारे सब्र की जीत है. हमारे करीब 100 लोग जख्मी हुए लेकिन इसके बावजूद हमने सब्र रखा. आपको बता दें किसान संगठनों ने आज के लिए प्रदर्शन को विराम दिया. किसान संगठनों ने कहा कि अब सुबह एक बार फिर वो दिल्ली के लिए आगे बढ़ेंगे. किसान संगठनों ने कहा कि ये हमारे सब्र की जीत है. हमारे करीब 100 लोग जख्मी हुए लेकिन इसके बावजूद हमने सब्र रखा.
खनौरी बॉर्डर पर हरियाणा पुलिस और पंजाब के किसानों के बीच झड़प हो गई है. किसानों और पुलिस के बीच आमने-सामने भिड़ंत हो गई, जिसमें कई किसान घायल हो गए. दोनों तरफ से जमकर लाठियां चलीं. दो घंटे से लगातार संघर्ष चल रहा है.
एएनआई ने सरकारी सूत्रों के हवाले से बताया है कि किसानों के चल रहे विरोध प्रदर्शन के कारण, पंजाब को पचास प्रतिशत कम डीजल और बीस प्रतिशत कम गैस भेजी गई है.
दिल्ली पुलिस कमिश्नर संजय अरोड़ा किसानों के विरोध प्रदर्शन के मद्देनजर यहां सुरक्षा व्यवस्था का निरीक्षण करने टिकरी बॉर्डर पहुंचे.
#WATCH दिल्ली पुलिस कमिश्नर संजय अरोड़ा किसानों के विरोध के मद्देनजर यहां सुरक्षा व्यवस्था का निरीक्षण करने के लिए टिकरी बॉर्डर पहुंचे।#FarmersProtest2024 pic.twitter.com/d1EMeUlAJt
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 13, 2024
शंभू बॉर्डर पर प्रदर्शनकारियों की ओर से बैरिकेडिंग तोड़ने की कोशिश की गई. पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि इसके साथ ही प्रदर्शनकारियों ने हरियाणा पुलिस पर भारी पथराव किया, जिसके जवाब में हरियाणा पुलिस ने पानी की बौछार और आंसू गैस का इस्तेमाल कर स्थिति को नियंत्रण में लिया. कानून सबके लिए बराबर है और हम सभी को इसका सम्मान करना चाहिए.' प्रदर्शन की आड़ में अशांति फैलाने की इजाजत किसी को नहीं है, ऐसे लोगों के खिलाफ कानून के मुताबिक कार्रवाई की जाएगी.
Gurudev Sri Sri Ravi Shankar
@SriSri
भारत भर के किसानों की अलग-अलग माँगें हैं और वे अलग-अलग परिस्थितियों से गुजर रहे हैं. मैं सभी किसानों से आग्रह करता हूँ कि वे सड़क पर उतरने के बजाय आपस में सलाह-मशवरा करें, और विश्वासपात्र तज्ञों को अपना प्रतिनिधि चुनकर अपनी माँगों को उनके द्वारा तर्कबद्ध रूप से सरकार के सामने प्रस्तुत करें.
राकेश टिकैत, किसान नेता-
हम सरकार से अनुरोध करते हैं कि वह किसानों से बात करे, उन्हें रोकने की कोशिश न करे. वे किसान हैं और हमारी सभी मांगें एक जैसी हैं. किसान कभी पीछे नहीं हटेंगे, आंदोलन बंद नहीं करेंगे. वे वापस नहीं जाएंगे. सरकार को उनकी बात सुननी चाहिए.
आंसू गैस के सवाल पर - उन्हें आंसू गैस या लाठीचार्ज करने दीजिए, वे पीछे नहीं हटेंगे. वे किसान हैं. हम सब एक हैं, सबकी मांगें एक जैसी हैं. किसानों से बातचीत से ही इसका समाधान निकलेगा. हम सब एक हैं, जरूरत पड़ी तो हम भी शामिल हो जाएंगे. हमारी एमएसपी, स्वामीनाथन कमेटी की रिपोर्ट लागू करने समेत कई मांगें हैं.
राकेश टिकैत ने कहा, अगर बीजेपी किसानों की भलाई के लिए काम कर रही है तो एमएसपी दे. रोकने से भी आंदोलन और किसान नहीं रुकेंगे. मध्य प्रदेश में ज्यादा किसानों को गिरफ्तार किया गया, यहां तक कि मध्य प्रदेश के किसानों को भी गिरफ्तार किया गया है. गिरफ़्तारी आंदोलन का हिस्सा है. अगर वे किसानों को भड़काएंगे तो लोकसभा चुनाव पर असर पड़ेगा. पूरे देश में आंदोलन फैलेगा.
दिल्ली ट्रैफिक पुलिस
@dtptraffic
यातायात सलाह
सिंघु बॉर्डर पर आवाजाही बंद है.
मुकरबा चौक पर ट्रैफिक डायवर्जन किया गया.
मुकरबा चौक पर, हरियाणा जाने के इच्छुक वाहन लोनी बॉर्डर की ओर या मधुबन चौक से रिंग रोड की ओर जा सकते हैं.
शंभू बॉर्डर पर पथराव की खबर है. यहां किसान दिल्ली में घुसने की कोशिश कर रहे हैं. पुलिस इन किसानों को रोकने की कोशिश कर रही है. इसी क्रम में आज किसानों को हटाने के लिए आंसू गैस के गोले दागे गए. पुलिस ने ड्रोन के जरिये किसानों पर आंसू गैस के गोले दागे हैं. वाटर कैनन का भी प्रयोग किया गया है. अब खबर है कि शंभू बॉर्डर पर पथराव किया गया है.
किसानों के विरोध पर हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने कहा, "वे (किसान) केंद्र सरकार से बात करना चाहते थे और केंद्र सरकार के अधिकारी बात करने के लिए यहां आए हैं. दो बार बातचीत हो चुकी है और वे उनके साथ आगे की बातचीत से इनकार नहीं कर रहे हैं. फिर भी, वे दिल्ली जाने पर अड़े हुए हैं... वे दिल्ली क्यों जाना चाहते हैं? ऐसा लगता है कि उनका कोई और मकसद है... हम शांति भंग नहीं होने देंगे. उन्हें अपना आह्वान वापस लेना चाहिए...''(ANI)
शंभू बॉर्डर अपडेट: शंभू बॉर्डर पर कम से कम 13 लोग घायल हो गए. हरियाणा पुलिस ने पैलेट और आंसू गैस के गोले छोड़े. इसमें ड्रोन का भी इस्तेमाल किया गया है. इससे कई किसानों के घायल होने की सूचना है.(मनजीत सहगल का इनपुट)
जींद में पंजाब सीमा पर पुलिस का किसानों पर एक्शन. वाटर कैनन का प्रयोग किया गया है. आंसू गैस के गोले भी दागे गए. पंजाब से दिल्ली की ओर मार्च कर रहे किसानों को आंसू गैस के गोले और पानी की बौछारों का सामना करना पड़ा क्योंकि पुलिस ने मंगलवार को जींद जिले में खनौरी सीमा से बड़े समूहों को हरियाणा में प्रवेश करने से रोकने की कोशिश की. इससे पहले दिन में, फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी वाला कानून बनाने सहित अपनी मांगों को स्वीकार करने के लिए केंद्र पर दबाव बनाने के लिए 'दिल्ली चलो' मार्च में भाग लेने वाले किसानों को हरियाणा के अंबाला में शंभू सीमा पर इसी तरह की पुलिस कार्रवाई का सामना करना पड़ा. प्रदर्शनकारियों ने दावा किया कि दाता सिंहवाला-खनौरी सीमा पर आंसू गैस के गोले दागे जाने से एक किसान घायल हो गया. मार्च से पहले किसानों के कई समूह भारी बैरिकेड वाली सीमा पर एकत्र हुए थे.
जींद में आंसू गैस का गोला लगने से एक किसान घायल हो गया है. यहां पंजाब बॉर्डर पर पुलिस ने किसानों को रोकने के लिए कार्रवाई की और आंसू गैस के गोले दागे. इस कार्रवाई में एक किसान के घालय होने की सूचना है. पुलिस किसानों को हटाने के लिए आंसू गैस के गोले दाग रही है. इसमें ड्रोन का इस्तेमाल भी किया जा रहा है.
जींद में पंजाब बॉर्डर पर पुलिस का किसानों पर एक्शन. यहां किसानों पर आंसू गैस के गोले दागे गए हैं. यहां ड्रोन के जरिये आंसू गैस के गोले दागे जा रहे हैं.(परमजीत परमार का इनपुट)
किसान आंदोलन मामले पर पंजाब हरियाणा हाई कोर्ट ने केंद्र के साथ-साथ हरियाणा और पंजाब सरकार से स्टेटस रिपोर्ट मांगी है. कोर्ट गुरुवार को अगली सुनवाई करेगा तो दिल्ली सरकार भी अपना पक्ष रखेगी.
इस याचिका में हरियाणा में इंटरनेट पर प्रतिबंध के अलावा, रास्तों को बंद करने के सरकार के फैसले को चुनौती दी गई है. याचिकाकर्ता ने दलील दी है कि भारत एक लोकतांत्रिक गणराज्य है. यह धर्मनिरपेक्षता, लोकतंत्र, गणतंत्र के स्तंभों पर आधारित है. संविधान के अनुच्छेद 13-40 तक इन सिद्धांतों का विस्तार से बखान है. मौलिक अधिकार सेंसरशिप के बिना इन अधिकारों की स्वतंत्रता के प्रयोग की अनुमति देते हैं.
लेकिन सरकार ने किसानों को रोका है. अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक सड़कों पर कीलें और बिजली के तार लगे हैं. ये देश भर में फ्री आवाजाही के अधिकार का हनन है.(संजय शर्मा का इनपुट)
हाईकोर्ट में पंजाब सरकार के वकील ने कहा कि मुद्दा यह है कि वे (किसान) विरोध प्रदर्शन के लिए आगे बढ़ रहे हैं. पंजाब में इकट्ठा होने के लिए नहीं. पंजाब में कोई सीलिंग नहीं है. यदि वे शांतिपूर्ण विरोध के लिए आगे बढ़ना चाहते हैं तो हम भी इसकी अनुमति दे रहे हैं. भीड़ नियंत्रण आदि के लिए उचित व्यवस्था की गई है. पंजाब सरकार ने कहा कि उनकी मांगें वास्तविक हैं. उन्हें देखने की ज़रूरत है, लेकिन पंजाब को चिंता इसलिए नहीं है क्योंकि वे पंजाब में कोई विरोध प्रदर्शन नहीं कर रहे हैं.
हाई कोर्ट में हरियाणा सरकार ने कहा कि शांतिपूर्ण विरोध का समर्थन किया जा सकता है. लेकिन यहां वे जनता को असुविधा में डाल रहे हैं. इनके पिछले रिकॉर्ड पर भी नजर डाली जाए तो सब कुछ पता चल जाएगा. एक्टिंग चीफ जस्टिस ने पूछा कि आपको कैसे पता कि वे वही लोग हैं? पंजाब सरकार ने स्टेट्स रिपोर्ट दाखिल करने के लिए समय मांगा. कोर्ट ने कहा कि यह कहना बहुत आसान है कि उनके पास अधिकार हैं लेकिन सड़कों पर लोगों की सुरक्षा के लिए राज्य को भी कदम उठाना होगा. उनके भी अधिकार हैं.(संजय शर्मा का इनपुट)
किसान आंदोलन मामले में पंजाब हरियाणा हाई कोर्ट में सुनवाई शुरू. इस याचिका में हरियाणा में इंटरनेट पर प्रतिबंध के अलावा, रास्तों को बंद करने के सरकार के फैसले को चुनौती दी गई है. याचिकाकर्ता ने दलील दी है कि भारत एक लोकतांत्रिक गणराज्य है. यह धर्मनिरपेक्षता, लोकतंत्र, गणतंत्र के स्तंभों पर आधारित है. संविधान के अनुच्छेद 13-40 तक इन सिद्धांतों का विस्तार से बखान है. मौलिक अधिकार सेंसरशिप के बिना इन अधिकारों की स्वतंत्रता के प्रयोग की अनुमति देते हैं. लेकिन सरकार ने किसानों को रोका है. अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक सड़कों पर कीलें और बिजली के तार लगे हैं. ये देश भर में फ्री आवाजाही के अधिकार का हनन है.(संजय शर्मा का इनपुट)
हरियाणा पुलिस प्रदर्शनकारियों पर नजर रखने के लिए एक तरफ जहां ड्रोन का सहारा ले रही है, वहीं एक बड़ा ड्रोन आ रहा है. इस ड्रोन के जरिए ना केवल नजर रखी जा रही है बल्कि इससे आंसू गैस के गोले फायर किए जा रहे हैं. शंभू बॉर्डर पर प्रदर्शनकारियों में अफरा तफरी मच रही है और ये ड्रोन कभी भी यहां पर आंसू गैस के गोले गिरा सकता है. शंभू बॉर्डर पर प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस आंसू गैस के गोले छोड़ रही है. अब तक दो दर्जन से ज्यादा गोले दागे जा चुके हैं. जैसे ही प्रदर्शनकारियों ने पुलिस द्वारा लगाई गई बैरिकेडिंग को छूने की कोशिश की तो उन पर आंसू गैस के गोले छोड़ गए. सैकड़ों ट्रैक्टरों में सवार होकर यहां पहुंचे किसान प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस की ओर से लगातार आंसू गैस के गोले छोड़े जा रहे हैं. किसानों ने बताया है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं हो जातीं, वे नई दिल्ली की ओर मार्च करना जारी रखेंगे.(मनजीत सहगल का इनपुट)
हरियाणा-पंजाब शंभू सीमा पर प्रदर्शनकारी किसानों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने पानी की बौछारें कीं.
#WATCH हरियाणा-पंजाब शंभू सीमा पर प्रदर्शनकारी किसानों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने पानी की बौछारें कीं। pic.twitter.com/PLAU6zVPyn
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 13, 2024
Copyright©2024 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today