भारतीय जनता पार्टी की लोकसभा उम्मीदवार परनीत कौर और पटियाला सांसद के चुनाव प्रचार के दौरान किसानों ने विरोध किया था. इस दौरान किसान की मौत हो गई थी. इस मामले की जांच के लिए स्पेशल इंवेस्टिगेशन टीम का गठन किया गया है. बता दे की किसान की मौत मामले को लेकर किसानों ने पटियाला के सांसद परनीत कौर के घर के बाहर विरोध प्रदर्शन किया था. सभी किसान बीजेपी नेता एचएस हरपालपुर को गिरफ्तार करने की मांग कर रहे थे. इसके बाद पुलिस की तरफ से एसआईटी जांच का आश्वासन मिलने के बाद किसानों ने विरोध खत्म किया.
गौरतलब है कि पांच दिन पहले परनीत कौर का विरोध करने के दौरान एक बुजुर्ग किसान की मौत हो गई थी. इस मामले में बीजेपी नेता एचएस हरतालपुर के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया गया है. चार मई परनीत कौर का विरोध करने के दौरान अकाडी गांव के रहने वाले किसान सुरिंदरपाल सिंह की सड़क पर गिरने से मौत हो गई थी. इसे लेकर विरोध कर रहे किसानों का आरोप था कि भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शनकारी किसानों के साथ मारपीट की थी. इस दौरान सुरिंदरपाल सिंह गिर गए थे. गिरने के बाद उन्हें किसी ने भी अस्पताल नहीं पहुंचाया जिससे उनकी मौत हो गई.
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हालांकि इस घटना के बाद बीजेपी की पटियाला यूनिट ने एक वीडियो जारी कर दावा किया था कि मृतक किसान को किसी ने धक्का नहीं दिया था. किसान खुद से सड़क पर गिर गया था. गिरने के बाद किसान को पास की एक इमारत के नीचे ले जाया गया और उन्हें वहीं पर रखा गया. काफी देर तक किसान को किसी ने अस्पताल नहीं पहुंचाया. इसके बाद उन्हें राजपुरा के सरकारी अस्पताल में ले जाया गया जहां डॉक्टरों वे उन्हें मृत घोषित कर दिया. फिलहाल मृतक किसान सुरिंदरपाल सिंह का शव राजपुरा सिविल अस्पताल के शवगृह में रखा हुआ है. किसानों का कहना है कि जब तक आरोपी बीजेपी नेता एचएस हरतालपुर की गिरफ्तारी नहीं होती है वो शव का पोस्टमॉर्टम नहीं होने देंगे.
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घटना के बाद गुस्साए किसानों ने परनीत कौर के आवास के प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारियों को सांसद के आवास पर पहुंचने से रोकने के लिए पुलिस ने सुरक्षात्मक इंतजाम किए थे. हालांकि इसके बाद भी प्रदर्शनकारी आवास के पास पहुंच गए और उन्हें रोकने के लिए लगाए गए बैरिकेड्स में से एक को पार करने में कामयाब रहे. इस दौरान कई किसानों को पुलिस ने हिरासत में भी लिया. बीकेयू एकता सिद्धुपुर पटियाला के अध्यक्ष जोरावर सिंह ने कहा कि पुलिस ने विभिन्न इलाकों में करीब 500 किसानों को हिरासत में लिया है. जोरावर सिंह ने कहा कि जब तक आरोपी भाजपा नेता की गिरफ्तारी नहीं हो जाती है तब तक किसानों का विरोध जारी रहेगा. हालांकि मामले की एसआईटी जांच का आश्वासन मिलने के बाद किसानों ने धरना खत्म कर दिया और पोस्टमॉर्टम करने की इजाजत दे दी है.
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