न्यूनतम समर्थन मूल्य यानी कि MSP का गारंटी कानून बनाने को लेकर किसानों का आंदोलन लगातार जारी है. इस किसान आंदोलन में किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल खनौरी बॉर्डर पर आमरण अनशन पर बैठे हैं. किसान सरकार के सामने लगातार अपनी मांगों को लेकर अलग अलग रणनीति बनाने पर विचार कर रहे हैं. इसी सिलसिले में गुरुवार को सोनीपत में किसान नेता अभिमन्यु कोहाड़ के नेतृत्व में किसान संगठन के कार्यकर्ताओं ने एक बैठक की और किसान आंदोलन की आगामी रणनीति पर चर्चा की. इसमें बताया गया कि 26 जनवरी को शहरों के किन स्थानों पर आंदोलन किया जाएगा.
अभी हाल में किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने बताया था कि किसानों का जत्था दिल्ली कूच करने वाला था. लेकिन इस योजना को इसलिए स्थगित कर दिया गया क्योंकि केंद्र सरकार ने किसानों से बातचीत का ऑफर दिया है. इससे पहले तीन बार पंजाब के किसानों ने हरियाणा के बॉर्डर से होते हुए दिल्ली आने की कोशिश की, लेकिन वे नाकाम रहे. हरियाणा पुलिस ने उन्हें दिल्ली कूच से रोक दिया. इसके बाद किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने खनौरी बॉर्डर पर ही आमरण अनशन शुरू कर दिया. उनका अनशन 58 दिन से चल रहा है. हालांकि केंद्र सरकार ने 14 फरवरी को चंडीगढ़ में किसानों से बातचीत का ऑफर दिया है जिसे किसानों ने मान लिया है.
14 फरवरी को चंडीगढ़ में किसान संगठन के नेताओं से कई विभागों के मंत्रियों की मुलाकात होगी और चर्चा वही से शुरु होगी जहां करीब 1 साल पहले बंद हुई थी. इसी को लेकर गुरुवार को किसान नेता अभिमन्यु कोहाड़ ने सोनीपत में किसान संगठन के कार्यकर्ताओं से मुलाकात की. उन्होंने कहा कि इस बैठक में संयुक्त किसान मोर्चा और गैर संयुक्त किसान मोर्चा के नेता होंगे और सरकार ने सरदार जगजीत सिंह डल्लेवाल को वहां मौजूद रहने का आग्रह भी किया है.
किसान नेता अभिमन्यु कोहाड़ ने बताया कि आगामी 26 जनवरी को पूरे देश में हमने पांच ऐसी जगह चिन्हित की है, जहां किसान शांतिपूर्ण तरीके से 12 बजे से लेकर ढाई बजे तक अपने ट्रैक्टरों पर तिरंगा लगाकर खड़े होकर विरोध जाता सकते हैं. इसमें साइलो , मॉल, नेशनल हाईवे के नजदीक, टोल प्लाजा और बीजेपी कार्यालय शामिल हैं. किसानों का यह विरोध शांतिपूर्ण तरीके से होगा. उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी झूठ बोलने में लगे हैं कि हरियाणा में 24 फसलों पर एमएसपी दिया जा रहा है. अगर हरियाणा का किसान इस आंदोलन में शामिल नहीं है तो क्यों. हरियाणा के किसानों पर मुकदमे दर्ज किए जा रहे हैं, उन्हें क्यों बोर्डर पर जाने से रोका जा रहा है?
दरअसल, किसान संगठनों ने ऐलान किया है कि वे 26 जनवरी को पंजाब में जगह-जगह विरोध प्रदर्शन करेंगे और अपनी 12 मांगों पर आवाज उठाएंगे. इसके लिए किसानों को बीजेपी नेताओं के घरों और मॉल पर धरना देने का निर्देश दिया गया है. यह आंदोलन केंद्र सरकार पर दबाव बनाने के लिए किया जा रहा है ताकि एमएसपी की कानूनी गारंटी की मांग जल्द मानी जाए. केंद्र सरकार ने जगजीत सिंह डल्लेवाल समेत अन्य किसान नेताओं से बातचीत के लिए 14 फरवरी का समय दिया है. उधर खनौरी बॉर्डर पर डल्लेवाल ने इलाज लेना शुरू कर दिया है और उन्हें बॉर्डर पर ही एक मेकशिफ्ट अस्पताल में शिफ्ट किया गया है. वहां उनकी बराबर निगरानी की जा रही है. इसमें डॉक्टर की एक टीम लगी हुई है.
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