देश के कई राज्यों में जहां मॉनसून एक्टिव है और पहाड़ी राज्यों में जमकर बारिश हो रही है. मौसम विभाग (आईएमडी) के अनुसार, दिल्ली-NCR में बिहार, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, लद्दाख, राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र, दक्षिण भारत और नॉर्थ ईस्ट में इस बार अच्छी बारिश होगी. मौसम के अलावा आप यहां किसानों को मिलने वाली सरकारी स्कीम के फायदे और अन्य किसानों से जुड़ी खबरें पढ़ सकते हैं.
वेटरनरी विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित राजस्थान प्री-वेटरनरी टेस्ट-2025 का परीक्षा परिणाम सोमवार को घोषित कर दिया गया. वेटरनरी विश्वविद्यालय के कुलगुरु आचार्य मनोज दीक्षित ने सोमवार को विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर आर.पी.वी.टी.-2025 का परिणाम ऑनलाइन जारी किया. आर.पी.वी.टी. समन्वयक प्रो. उर्मिला पानू ने बताया कि आर.पी.वी.टी.-2025 में बीकानेर के दिवाकर पुरोहित ने 692 में से 562 अंक प्राप्त कर प्रथम स्थान हासिल किया. मेरिट सूची में जयपुर के ओम प्रकाश यादव ने 559 अंक एवं हनुमानगढ़ के आशीष कुमार ने 555 अंक प्राप्त कर क्रमशः द्वितीय और तृतीय स्थान हासिल किया.
संयुक्त किसान मोर्चा के नेता जगजीत सिंह दल्लेवाल ने सोमवार को कहा कि सभी फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य की कानूनी गारंटी केवल हरियाणा और पंजाब के किसानों की ही नहीं, बल्कि पूरे देश के किसानों की मांग है.
उन्होंने यह टिप्पणी यहां जंतर-मंतर पर आयोजित 'किसान महापंचायत' में की, जिसमें देश के विभिन्न हिस्सों से किसान शामिल हुए.
महापंचायत तीन प्रमुख मुद्दों पर केंद्रित है - सभी फसलों पर न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की कानूनी गारंटी, यह सुनिश्चित करना कि कृषि, डेयरी, पोल्ट्री और मत्स्य पालन क्षेत्रों को अमेरिका के साथ किसी भी प्रस्तावित समझौते से बाहर रखा जाए, और 2020-21 के आंदोलन के दौरान किसानों के खिलाफ दर्ज पुलिस मामलों को वापस लिया जाए.
अब विदेशी लोग भी उत्तराखंड की सेब का स्वाद चख पाएंगे. देहरादून से यूएई (दुबई) के लिए 1.2 मीट्रिक टन सेब की खेप भेजी गई है. इसमें किंग रोट किस्म का सेब शामिल है, जिसे पहली परीक्षण खेप के तौर पर एक्सपोर्ट किया गया है. यह निर्यात एपीडा (कृषि ओर प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण) के सहयोग से संभव हुआ है, जो भारत सरकार के वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के अंतर्गत कार्य करता है पौड़ी जिले से लगभग 13 क्विंटल सेब सैंपल के तौर पर दुबई भेजा गया है, जिले के कृषकों में इसे लेकर खासा उत्साह है. उनका कहना है कि लंबे समय से वे सेब की खेती कर रहे हैं और अब विदेशी बाजार में सेब भेजे जाने से न केवल उनकी आमदनी बढ़ेगी बल्कि अन्य किसानों को भी सेब की खेती के लिए प्रोत्साहन मिलेगा.
किसानों के बढ़ते आक्रोश को देखते हुए प्रशासन ने 11 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल को मुख्य सचिवालय में प्रधान सचिव अमृत लाल मृणा से वार्ता के लिए भेजा था. वहीं, बैठक के बाद सांसद सुधाकर सिंह ने बताया कि बिहार सरकार के सामने दो प्रमुख मांगें रखी गई थीं—पहली जमीन के मूल्य को लेकर और दूसरी जमीन के वर्गीकरण को लेकर. प्रधान सचिव ने स्पष्ट किया कि जमीन के मूल्य का निर्धारण वर्ष 2013 से 10% चक्रवृद्धि ब्याज जोड़कर किया जाएगा. इस आधार पर लगभग 12 वर्षों में किसानों को उनकी जमीन का मूल्य ढाई से तीन गुना अधिक मिलेगा, जो उनके लिए लाभकारी साबित होगा.वहीं, जमीन का वर्तमान वर्गीकरण—कृषि योग्य, व्यावसायिक या आवासीय—के अनुसार उसका मूल्य तय किया जाएगा.इससे कैमूर सहित अन्य जिलों से आए किसानों की प्राथमिक मांगों को सरकार ने स्वीकार कर लिया है, जिसे किसानों की बड़ी जीत माना जा रहा है.
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मखाना किसानों से मुलाकात की और इसके बारे में कई बातें जानीं. उन्होंने एक्स पर लिखा, 'बिहार के आपका 'सुपरफूड' मखाना - सोचा है कहां से आता है? कौन, कैसे बनाता है? बिहार के किसानों के खून-पसीने का उत्पाद है मखाना- बिक्री हजारों में, मगर आमदनी कौड़ियों में - पूरा मुनाफा सिर्फ़ बिचौलियों का. हमारी लड़ाई इसी अन्याय के खिलाफ है-मेहनत और हुनर का हक़ मज़दूर को ही मिलना चाहिए.'
चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय (HAU) की ओर से विकसित उन्नत किस्मों के बीज देश भर में अपना परचम लहरा रहे हैं. विश्वविद्यालय के उन्नत बीजों का देश में प्रचार-प्रसार करने के लिए विभिन्न सरकारी एवं गैर-सरकारी कंपनी के साथ समझौते किए जा रहे हैं. इसी कड़ी में विश्वविद्यालय ने पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप के तहत तकनीकी व्यवसायीकरण को बढ़ावा देने के लिए ढैंचा की डीएच-1 किस्म का मुरलीधर सीड्स कॉरपोरेशन कुरनूल आंध्रप्रदेश के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं. विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बी.आर. काम्बोज ने बताया कि ढैंचा हरी खाद के लिए उगाया जाता है. यह एक दलहनी फसल है, जो मिट्टी की उर्वरता बढ़ाने में मदद करता है. ढैंचा की खेती मुख्यतः: खरीफ के मौसम में की जाती है और इसे हरी खाद के रूप में इस्तेमाल किया जाता है जिससे मिट्टी में नाइट्रोजन की मात्रा बढ़ती है और उर्वरता में सुधार होता है.
कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि ब्रेन ड्रेन एक भयानक खतरा है. उन्होंने कहा, 'यह अमेरिका वालों ने नहीं बनाया है, इसे बनाने वाले भारतवासी भी हैं.सिलिकॉन वैली में कौन हैं.? वहाँ डॉक्टर कहाँ से गए..? पढ़ाई यहां, शिक्षा यहां, नॉलेज यहां, ज्ञान यहां, विद्यालय हमारे, विद्यार्थी हमारे, और महान बनाएं वहां. अपने जीवन का एक बड़ा लक्ष्य भी तय करो. यह इतना प्रतिष्ठित संस्थान है, मुझे कहने की जरूरत नहीं है, आजीविका तो तुम्हारी चलनी ही है. हां, लेकिन देश छोड़कर मत जाना. मैं यह दिल से कह रहा हूं कि कोशिश करना कि तुम्हारा ज्ञान तुम्हारे देश के काम आए, यह जरूरी है. भारत कितनी तेजी से आगे बढ़ रहा है, हमारे पास टैलेंट की कोई कमी नहीं है. भारत में ज्ञान है, मेधा है, बुद्धि है, परिश्रम करने का सामर्थ्य है, लेकिन तुममें से हर एक यह मत सोचना कि बस एक नौकरी मिल जाए.' उन्होंने कहा कि इस ज्ञान का उपयोग अपने देश के लिए भी करना है, देश की जनता के लिए भी करना है.
कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दोहराया है कि राष्ट्रहित सर्वोपरि है. उन्होंने कहा, 'भारत ने तय किया है – राष्ट्रहित सर्वोपरि. कोई भी समझौता देश के हितों के खिलाफ नहीं होगा. हम अपने किसान, मछुआरे और पशुपालकों के हितों से कोई समझौता नहीं करेंगे. ये आज का भारत है, जो आत्मविश्वास के साथ खड़ा हुआ है. उन्होंने ये बातें भोपाल में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान कहीं.
पटना के डाकबंगला चौराहे पर किसानों का प्रदर्शन चल रहा है जिसे आरजेडी का साथ मिल रहा है. आरजेडी सांसद सुधाकर सिंह के नेतृत्व में किसान प्रदर्शन कर रहे हैं. किसानों ने बक्सर के चौसा थर्मल पावर प्लांट के लिए मुआवजे की मांग की और साथ ही अपने साथ हो रहे भेदभाव को खत्म करने की अपील भी की है. यहां पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात है और बैरिकेडिंग कर दी गई है. किसान सड़क पर बैठ गए हैं. वहीं,11 सदस्यीय टीम प्रधान सचिव से मिलने के लिए गई है जिसमें बक्सर के सांसद सुधाकर सिंह भी शामिल हैं. किसानों का कहना है कि जब 11 सदस्यीय टीम वापस आएगी उसके बाद आगे का कार्यक्रम तय किया जाएगा.
रोहतक के सेक्टर 6 में एक बाग में हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण द्वारा भारी पुलिस लेकर पेड़ों का काम रात से शुरू किया गया. यह बाग करीब साढ़े सात एकड़ में है जहां पर हर प्रकार के पंद्रह सौ पेड़ लगे हुए जिन्हें लगे बीस पच्चीस साल हो चुके है.जब बाग में पेड़ काटे जा रहे थे तो सुबह किसान राजबीर राठी वहां घूमते-घूमते पहुंचा तो वहां पर जो पेड़ उसने लगाए थे, उन्हें पुलिस की मौजूदगी में काटा जा रहे थे. किसान ने इसका विरोध किया मगर कोई अधिकारी या पुलिसकर्मी सुनने को तैयार नहीं हुआ. वह हवाला देता रहा की इस बाग के पेड़ न काटे जाने को लेकर NGT कोर्ट से स्टे ऑर्डर लिया हुआ है मगर वो पेड़ काटते रहे. किसान की कोई सुनवाई नहीं होने पर उसने वहां एक बरगद के पेड़ पर चढ़ कर वहां ढाल से रस्सी से फंदा लगा लिया और कहा अगर कोई पेड़ काट दिया तो वह यहीं अपनी जान दे देगा. उसके बाद किसान के परिवार वाले और सामाजिक कार्यकर्ता भी मौके पर पहुंचे. उधर सामाजिक कार्यकता नवीन जहिंद भी पहुंचना पेड़ो को कटा देख वह गुस्सा हो गया और पुलिस के साथ खूब बहस भी हुई.
संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) की तरफ से 25 अगस्त को दिल्ली के जंतर-मंतर पर एक शांतिपूर्ण किसान महापंचायत का आयोजन किया जा रहा है. इसमें देशभर से किसान नेता पहुंचे हैं. इस किसान महापंचायत के 3 महत्वपूर्ण मुद्दे हैं-
1). MSP गारंटी कानून बनाया जाए.
2). भारत-अमेरिका के मध्य प्रस्तावित व्यापार समझौते में भारत के खेती, डेयरी, पोल्ट्री एवम मछली पालन सेक्टरों को शामिल नहीं किया जाए.
3). किसान आंदोलनों के दौरान किसानों पर दर्ज किए गए मुकदमे रद्द किए जाएं.
राजस्थान में क़ुदरत इस बार कहर बरपा रही है. भारी बारिश के चलते राजस्थान के आठ जिलों में सैलाब का सितम देखने को मिला है. सड़कों पर मानों नदियां उतर आई हैं तो दर्जनों गांव अभी भी जलमग्न हैंं. राजस्थान में पिछले 24 घंटों में भारी बारिश के चलते 14 लोगों की मौत हो गई है.राजस्थान सरकार के आपदा प्रबंधन विभाग की तरफ से जारी आंकड़ों के अनुसार इस मॉनसून में अब तक 91 लोगों की जान गई है, 51 लोग घायल हुए हैं जबकि 40 मकान गिरे हैं. राजस्थान में बाढ़ का कहर जिन आठ जिलों में बरपा है उसमें सबसे ज्यादा तबाही सवाई माधोपुर में देखने को मिली है. पांच दिन से कई इलाके और राष्ट्रीय राजमार्ग पानी में डूबे हुए हैं. इसी सवाई माधोपुर जिले के जडावता गांव में खेतों के पीछे बीच मानो जैसे कोई गहरी लंबी चौड़ी नदी प्रकट हो गई है. पानी के बहाव में मिट्टी का कटान ऐसा हुआ कि कई एकड़ खेत बह गए, गांव बह गए और कई घरों के इसकी जद में आने का डर बना हुआ है.
संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा आयोजित 'किसान महापंचायत' में शामिल होने के लिए देश के विभिन्न हिस्सों से सैकड़ों किसान सोमवार सुबह जंतर-मंतर पर एकत्रित होने लगे.महापंचायत में सभी फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की कानूनी गारंटी, कृषि, डेयरी, पोल्ट्री और मत्स्य पालन क्षेत्रों को अमेरिका के साथ किसी भी प्रस्तावित समझौते से बाहर रखने और अब निरस्त कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन के दौरान किसानों पर दर्ज पुलिस मामलों को वापस लेने की लंबे समय से चली आ रही मांग पर विचार-विमर्श किया जाएगा_संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने कहा कि सभा शांतिपूर्ण रहेगी और किसानों और समर्थकों से बड़ी संख्या में भाग लेने का आग्रह किया. यह महापंचायत 2020-21 के किसान आंदोलन के लगभग चार साल बाद हो रही है, जब हजारों लोगों ने तीन कृषि कानूनों को निरस्त करने की मांग को लेकर दिल्ली की सीमाओं पर डेरा डाला था. केंद्र द्वारा कानूनों को वापस लेने की घोषणा के बाद आंदोलन खत्म हो गया था, लेकिन कई किसान समूहों ने तब से सरकार पर एमएसपी पर कानून बनाने सहित अपने अन्य वादों को पूरा नहीं करने का आरोप लगाया है. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, 'हमने घटनास्थल पर लगभग 1,200 पुलिसकर्मियों को तैनात किया है. हम यह सुनिश्चित करेंगे कि कोई अप्रिय घटना न घटे और कानून-व्यवस्था भंग न हो.'
संयुक्त किसान मोर्चा ने जमीन अधिग्रहण में सरकार की कथित लूट के खिलाफ “मुख्यमंत्री आवास घेराव” का ऐलान किया है. इसको लेकर कैमूर, रोहतास, औरंगाबाद सहित कई जिलों के किसान पटना के बुद्ध स्मृति पार्क पर जुटने लगे हैं. वहीं, कुछ देर बाद बक्सर के सांसद एवं बिहार सरकार के पूर्व कृषि मंत्री सुधाकर सिंह के नेतृत्व में मुख्यमंत्री आवास का घेराव किया जाएगा. पटना में रुक-रुक कर हो रही बारिश के बीच किसान अपनी मांगों को लेकर मुख्यमंत्री आवास की ओर कूच करेंगे. बता दें कि बीते दिनों भारतमाला परियोजना के तहत बनारस–रांची–कोलकाता एक्सप्रेस-वे निर्माण कार्य को लेकर किसानों और प्रशासन के बीच टकराव की स्थिति उत्पन्न हो गई थी. इस दौरान प्रशासन पर किसानों की धान की फसल को क्षतिग्रस्त करने के आरोप लगे थे.
राजस्थान में भारी बारिश का सिलसिला जारी है. सोमवार को राज्य में भारी बारिश का अलर्ट है. मौसम विभाग (आईएमडी) ने राज्य के आठ जिलों में हाई अलर्ट घोषित किया है. यहां के सवाईमाधोपुर, टोंक बून्दी जैसे जिलों में एहतियात के तौर पर आज स्कूल और कॉलेज बंद हें.बीती रात भी इन इलाकों में बारिश हुई है. शोरो वाल बांध पूरी तरह से लबालब हो गया है और इसके चलते अब पानी आस पास के इलाकों में फैल गया है. बूंदी और सवाईमाधोपुर सबसे ज्यादा प्रभावित हैं. जडावता गांव में कई घर बह जाने के कगार पर है. सवाई माधोपुर में अभी भी दर्जनों गांव मुख्य शहर से कटे हुए हैं.
हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश ने सामान्य जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है, जिससे 12 में से चार जिलों में स्कूल और कॉलेज बंद कर दिए गए हैं. दो नेशनल हाइवे समेत 484 सड़कें बंद हैं. स्थानीय मौसम विभाग ने 30 अगस्त तक राज्य के दो से सात जिलों के अलग-अलग इलाकों में भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है. अधिकारियों ने बताया कि अलर्ट के मद्देनजर बिलासपुर, हमीरपुर, ऊना और सोलन जिलों में आवासीय संस्थानों को छोड़कर सभी स्कूलों कॉलेज बंद कर दिए गए हैं. रविवार रात से राज्य के कई हिस्सों में मध्यम से भारी बारिश की खबर है. रविवार रात दो राष्ट्रीय राजमार्गों सहित कुल 484 सड़कें वाहनों बंद रहीं. इनमें से मंडी जिले में 245 और निकटवर्ती कुल्लू में 102 सड़कें बंद हैं. राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र (एसईओसी) ने कहा कि चंबा और पठानकोट को जोड़ने वाला राष्ट्रीय राजमार्ग 154ए और औट और सैंज को जोड़ने वाला राष्ट्रीय राजमार्ग 305 भी बंद है. अधिकारियों के अनुसार, राज्य में कुल 941 बिजली सप्लाई ट्रांसफार्मर और 95 वॉटर सप्लाई प्रोजेक्ट्स पर असर पड़ा है. एसईओसी के अनुसार, मॉनसून की शुरुआत 20 जून से 24 अगस्त के बीच हिमाचल प्रदेश में बारिश से जुड़ी घटनाओं में कम से कम 155 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 37 लोग लापता हैं. इसमें बताया गया है कि राज्य में अब तक 77 बार अचानक बाढ़, 40 बार बादल फटने और 79 बड़े भूस्खलन की घटनाएं हुई हैं. बारिश से जुड़ी घटनाओं में हिमाचल प्रदेश को 2,348 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है.
दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन ने सोमवार को यात्री किराए में बढ़ोतरी की है. यह बढ़ोतरी यात्रा की दूरी के आधार पर 1 रुपये से 4 रुपये के बीच होगी. संशोधित ढांचे के अनुसार, सामान्य दिनों में 0-2 किमी स्लैब के लिए किराया 10 रुपये से बढ़कर 11 रुपये हो गया है, जबकि 32 किमी से अधिक की यात्रा के लिए उच्चतम किराया 60 रुपये से बढ़कर 64 रुपये हो गया है. 12-21 किमी के बीच की यात्रा के लिए किराया 40 रुपये से बढ़कर 43 रुपये हो गया है और 21-32 किमी स्लैब के लिए नया किराया पहले के 50 रुपये के मुकाबले 54 रुपये हो गया है. रविवार और राष्ट्रीय अवकाश के दिन किराए में भी बढ़ोतरी हुई है. 32 किमी से अधिक की यात्रा अब 50 रुपये के बजाय 54 रुपये में होगी, जबकि 12-21 किमी स्लैब को पहले के 30 रुपये से संशोधित कर 32 रुपये कर दिया गया है. एयरपोर्ट एक्सप्रेस लाइन पर भी 5 रुपये तक की इसी तरह की बढ़ोतरी की गई है. डीएमआरसी ने कहा कि यह बढ़ोतरी 'न्यूनतम' है और इसका उद्देश्य किफायती सार्वजनिक परिवहन प्रदान करते हुए परिचालन लागत को संतुलित करना है.
मुंबई में सोमवार सुबह से ही भारी बारिश जारी है जिससे शहर के कई हिस्सों में भारी जलभराव हो गया है और यातायात बाधित हुआ है. शहर में पिछले दो दिनों से लगातार बारिश हो रही है और कुछ दिनों की शांति के बाद यह मूसलाधार बारिश हो रही है. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, मुंबई और उसके उपनगरों में आने वाले घंटों में हल्की से मध्यम बारिश के साथ बादल छाए रहने का अनुमान है. अधिकारियों ने यात्रियों से अपनी यात्रा की योजना तदनुसार बनाने का आग्रह किया है, क्योंकि बाढ़ की आशंका वाले निचले इलाकों में सड़कों पर जाम और देरी की आशंका है.
हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और विपक्ष के नेता जयराम ठाकुर ने कहा है कि जैसे-जैसे मॉनसून आगे बढ़ रहा है, राज्य को और अधिक नुकसान का सामना करना पड़ रहा है. उन्होंने राहत सामग्री भी वितरित की और बताया कि उनका अपना क्षेत्र बुरी तरह प्रभावित हुआ है. ठाकुर ने हाल ही में आई अचानक बाढ़ से हुए नुकसान का जायजा लेने के लिए बाली चौक का दौरा किया. हिमाचल प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन द्वारा जारी नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, मॉनसून के कारण हिमाचल प्रदेश में व्यवधान जारी है, दो राष्ट्रीय राजमार्गों समेत 482 सड़कें ब्लॉक हैं, 941 बिजली सप्लाई ट्रांसफार्मर काम नहीं कर रहे हैं, और राज्य भर में 95 वॉटर सप्लाई प्रोजेक्ट्स बाधित हैं. रविवार को प्राधिकरण (एसडीएमए) ने यह जानकारी दी. एसडीएमए के शाम के बुलेटिन में बताया गया है कि 20 जून से अब तक कुल मृतकों की संख्या 298 हो गई है, जिसमें 152 मौतें भूस्खलन, अचानक बाढ़ और मकान ढहने जैसी बारिश से संबंधित घटनाओं के कारण हुईं, और इसी अवधि के दौरान सड़क दुर्घटनाओं में 146 मौतें हुईं.
दिल्ली-एनसीआर के निवासियों की नींद सोमवार सुबह तड़के ही तेज बारिश के साथ खुली. राजधानी के कई हिस्सों और नोएडा के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश हो रही है. सोमवार को पूरा दिन हल्की बारिश जारी रहने की उम्मीद के साथ, मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने येलो अलर्ट जारी किया है. दिल्ली के लिए अभी के पूर्वानुमान के आधार पर, हल्की बारिश और गरज के साथ बौछारों का येलो अलर्ट सक्रिय है. इसके अलावा, स्पाइसजेट एयरलाइंस ने अपने यात्रियों के लिए एक यात्रा सलाह जारी की है. वीकएंड की बारिश और सोमवार सुबह की बारिश को देखते हुए, स्पाइसजेट एयरलाइंस ने अपने यात्रियों के लिए एक यात्रा सलाह जारी की है. एयरलाइन ने एक्स पर लिखा, 'दिल्ली (DEL) में खराब मौसम (भारी बारिश) के कारण, सभी प्रस्थान/आगमन और उनसे संबंधित उड़ानें प्रभावित हो सकती हैं. यात्रियों से अनुरोध है कि वे अपनी उड़ान की स्थिति पर नजर रखें.'
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