देश के कई राज्यों में जहां मॉनसून एक्टिव है और पहाड़ी राज्यों में जमकर बारिश हो रही है. मौसम विभाग (आईएमडी) के अनुसार, दिल्ली-NCR में बिहार, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, लद्दाख, राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र, दक्षिण भारत और नॉर्थ ईस्ट में इस बार अच्छी बारिश होगी. मौसम के अलावा आप यहां किसानों को मिलने वाली सरकारी स्कीम के फायदे और अन्य किसानों से जुड़ी खबरें पढ़ सकते हैं.
सहारनपुर पुलिस ने बताया कि रविवार को धान के खेत में कीटनाशक छिड़कते समय 50 साल के एक किसान की तबीयत बिगड़ने से मौत हो गई. यह घटना तीतरो क्षेत्र के दुभरकिशनपुर गांव में उस समय हुई जब पदम सिंह अपने धान के खेत में कीटनाशक छिड़क रहे थे और अचानक बीमार पड़ गए. पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) सागर जैन ने कहा, 'आस-पास के किसानों ने तुरंत उनके परिवार को सूचित किया. उनके परिवार वाले उन्हें इलाज के लिए अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने पाया कि उनका ब्लडप्रेशर बहुत हाई था और काफी कोशिशों के बावजूद सिंह को बचाया नहीं जा सका.'
महाराष्ट्र के चंद्रपुर जिले के सावली तहसील के पाथरी परिसर में आतंक मचाकर एक किसान की जान लेने वाली बाघिन को पिंजराबंद करने में सावली वनपरिक्षेत्र अधिकारी कार्यालय को सफलता मिली है. बता दें कि इस बाघिन ने दो दिन पहले ही एक किसान को मौत के घाट उतारा था , बाघिन के पकड़े जाने के बाद लोगों ने राहत की सांस ली है.
राजस्थान के जालौर जिले में पिछले तीन-चार दिनों से मौसम सक्रिय है. मौसम विभाग की ओर से जारी किए गए अलर्ट के बाद कल शाम को जालौर जिला मुख्यालय सहित जिले के अलग-अलग इलाकों में मूसलाधार बारिश का दौर देखने को मिला, जिससे जनजीवन खासा प्रभावित हो गया. लगातार बारिश के बाद जवाई बांध का जलस्तर बढ़ने पर शनिवार को जो गेट खोले गए पानी छोड़े जाने से जवाई और सुकड़ी नदी उफान पर चल रही है.
बगहा के मधुबनी प्रखंड क्षेत्र में गंडक नदी इन दिनों विकराल रूप धारण किए हुए ह.। पिछले एक माह से जारी कटाव ने सिसई के नरहवां गांव सहित आसपास की बस्तियों को अपने अंदर विलीन करने लिए आतुर है, अब तक करीब 80 घर नदी में समा चुके हैं.
कटाव की चपेट में आए परिवारों की जिंदगी मलबे और आंसुओं में बदल गई है, कोई अपने बच्चों को गोद में उठाए सुरक्षित जगह तलाश रहा है, तो कोई अपने टूटे घर की ईंटों को देखकर फफक पड़ रहा है. कई परिवार खुले आसमान के नीचे भूखे-प्यासे गुजर-बसर कर रहे हैं.
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे एक वीडियो के सामने आने के बाद मुश्किलों में पड़ते नजर आ रहे हैं. इस वीडियो के बाद बीजेपी ने उन पर किसान का अपमान करने का आरोप लगाया है. भाजपा ने आरोप लगाया है कि कर्नाटक के बाढ़ प्रभावित जिले कलबुर्गी में मल्लिकार्जुन खरगे ने किसान का अपमान किया. बीजेपी नेता शहजाद पूनावाला ने एक्स पर लिखा' किसान का अपमान, सेना का अपमान, संविधान का अपमान... कांग्रेस की पहचान. खड़गे जी ने किसानों का अपमान और तिरस्कार किया. ऐसा पहली बार नहीं है जब कांग्रेस ने ऐसा किया हो. राहुल ने पंजाब और हिमाचल के किसानों को भी धोखा दिया है और छुट्टियों के लिए भाग गए हैं.'
यूपी की राजधानी लखनऊ में झमाझम बारिश से मौसम सुहावना हो गया है. यहां पर पिछले काफी दिनों से उमस और भीषण गर्मी का दौर जारी था जिससे लोगों को राहत मिली है. मौसम विभाग(आईएमडी ) ने हल्की बारिश काअनुमान लगाया था.माना जा रहा है कि अब तापमान में गिरावट आएगी.
उत्तर प्रदेश उफनती नदियों के प्रभाव से जूझ रहा है. राज्य में गंगा, यमुना और बाकी नदियां खतरे के निशान को पार कर गई हैं जिससे बड़े इलाकों में बाढ़ आ गई है और सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. अलीगढ़, बरेली, हाथरस और मथुरा से लेकर शाहजहांपुर, लखीमपुर खीरी, प्रयागराज और वाराणसी तक, बाढ़ का पानी बस्तियों में घुस गया है, जिससे हजारों लोगों को राहत शिविरों में शरण लेनी पड़ी है. प्रशासन बचाव अभियान चला रहा है और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा रहा है. शाहजहांपुर में, बाढ़ के पानी ने व्यस्त दिल्ली-लखनऊ राजमार्ग पर यातायात बाधित कर दिया. प्रयागराज और वाराणसी नए खतरों का सामना कर रहे हैं. गंगा और यमुना का जलस्तर 82 मीटर को पार कर गया है और आने वाले दिनों में 84 मीटर तक बढ़ सकता है.प्रयागराज में, बाढ़ का पानी रिहायशी इलाकों के करीब पहुंच रहा है, जिससे शहर के बड़े हिस्से में फिर से जलभराव का खतरा है.
गुजरात के धरोई बांध से भारी पानी छोड़े जाने के कारण अहमदाबाद में एहतियाती कदम उठाए गए हैं. पिछले दो दिनों में गुजरात के ऊपरी जलग्रहण क्षेत्रों में भारी बारिश के कारण अधिकारियों को धरोई बांध और लाकरोदा वीयर से बड़ी मात्रा में पानी छोड़ना पड़ा है, जिसके कारण अहमदाबाद के निचले इलाकों में कई सुरक्षा उपाय करने पड़े हैं. अधिकारियों ने धरोई बांध से लगभग 95,000 क्यूसेक और लाकरोदा वीयर से 90,000 क्यूसेक पानी छोड़ा. रविवार को बहाव और बढ़ गया जब धरोई बांध से 95,000 क्यूसेक पानी छोड़ा गया.धरोई और संत सरोवर सहित ऊपरी धारा से अंतर्वाह 1.20 लाख क्यूसेक को पार कर गया, जिससे अहमदाबाद जिले से होकर नीचे की ओर समुद्र की ओर पानी मोड़ने के लिए वासना बैराज के 27 द्वार खोलने पड़े. इसकी वजह से साबरमती रिवरफ्रंट का निचला सैरगाह पानी में डूब गया है. लाउडस्पीकरों से लैस पुलिस वैन निचले इलाकों के गांवों में घूम रही हैं और निवासियों को नदी से दूर रहने के लिए कह रही है.
दिल्ली के पुराने रेलवे पुल पर यमुना का जलस्तर सोमवार सुबह सात बजे खतरे के निशान से नीचे 205.22 मीटर पर दर्ज किया गया. एक दिन पहले, रविवार को जलस्तर 205.33 मीटर था. पानी का स्तर पिछले गुरुवार को 207.48 मीटर तक पहुंच गया था, जो इस मौसम का सबसे उच्चतम स्तर था. इसके बाद से जलस्तर में गिरावट आ रही है. सोमवार सुबह छह बजे जलस्तर 205.24 मीटर दर्ज किया गया. राष्ट्रीय राजधानी के लिए चेतावनी का निशान 204.50 मीटर व खतरे का निशान 205.33 मीटर है, जबकि जलस्तर के 206 मीटर तक पहुंचने पर लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का कार्य शुरू कर दिया जाता है. रविवार रात नौ बजे जलस्तर 205.33 मीटर दर्ज किया गया था.नदी मंगलवार को खतरे के निशान को पार कर गई थी, जिसके कारण पुराने रेलवे पुल पर आवाजाही बंद कर दी गई थी. मौजूदा स्थिति के कारण लगभग 10,000 लोगों विस्थापित किया जा चुका है. पुराना रेलवे पुल नदी के प्रवाह और संभावित बाढ़ के खतरों पर नजर रखने के लिए एक प्रमुख व्यू प्वांइट के तौर पर काम करता है. पिछले कुछ दिनों में, नदी के किनारे के कई इलाके जलमग्न हो गए हैं। नदी के पास निचले इलाकों से निकाले गए लोगों के अस्थायी आवास के लिए दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे और मयूर विहार क्षेत्रों में शिविर लगाए गए हैं. मोनेस्ट्री बाजार, मदनपुर खादर और यमुना बाजार जैसे इलाकों में बाढ़ आ गई है, जिससे लोगों को राहत शिविरों में शरण लेनी पड़ी है>
मौसम विभाग के मुताबिक, उत्तरी गुजरात और उससे सटे दक्षिण-पश्चिम राजस्थान पर दबाव के प्रभाव के कारण राजस्थान और गुजरात राज्य में 8 सितंबर तक भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना है. राजस्थान और दक्षिण गुजरात में अलग-अलग स्थानों पर अत्यधिक भारी बारिश की संभावना है. वहीं, उत्तराखंड, ओडिशा, मध्य प्रदेश और मेघालय और तमिलनाडू में भी आज भारी बारिश का अलर्ट है.
एक अधिकारी ने बताया कि पहली बार जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले के एक गांव के निवासियों तक राशन और बाकी जरूरी सामान पहुंचाने के लिए भारी-भरकम ड्रोन का इस्तेमाल किया गया. अधिकारी ने बताया कि कठुआ जिला प्रशासन ने भारतीय सेना के सहयोग से उझ नदी के किनारे स्थित चिल्ला गांव में यह विशेष अभियान चलाया. उन्होंने बताया कि 15 से ज्यादा परिवारों वाला यह गांव हाल ही में हुई मूसलाधार बारिश और अचानक आई बाढ़ के कारण कटा हुआ था, जिससे भूस्खलन हुआ और संपर्क मार्ग बह गए. अधिकारी ने बताया कि इस चुनौती से निपटने के लिए, जिला प्रशासन और सेना ने भारी-भरकम ड्रोन को सेवा में लगाया. इन ड्रोन्स ने फंसे हुए परिवारों तक सूखा राशन, खाना पकाने का तेल और अन्य जरूरी सामान पहुंचाने के लिए कई उड़ानें भरीं. कठुआ के कमिश्नर राजेश शर्मा ने कहा, 'यह अभियान इस संकट के बीच किसी भी प्रभावित परिवार को अकेला न छोड़ने के हमारे संकल्प का हिस्सा था.'
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने आने वाले तीन दिनों में पूरे गुजरात में भारी बारिश की भविष्यवाणी की है और कई जिलों में बहुत भारी बारिश की चेतावनी दी है. आईएमडी के वैज्ञानिक अभिमन्यु चौहान ने रविवार को न्यूज एजेंसी एएनआई से कहा, 'आने वाले सप्ताह में, गुजरात में अगले तीन दिनों में भारी बारिश होने की उम्मीद है. पिछले 24 घंटों में, गुजरात के उत्तरी और दक्षिणी जिलों में भारी बारिश दर्ज की गई है, जिसमें सबसे ज्यादा बारिश हुई है.पूर्वानुमान के अनुसार, अगले 24 से 48 घंटों में कई जिलों के लिए ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी किए गए हैं, जिनमें बहुत भारी से भारी बारिश की संभावना है. उन्होंने कहा, 'अगले 24 से 48 घंटों में कई जिलों में ऑरेंज और येलो अलर्ट के साथ बहुत भारी से भारी बारिश होने की संभावना है. तीसरे दिन तक, बारिश में काफी कमी आएगी, और कुछ इलाकों में ही छिटपुट भारी बारिश होने की संभावना है.'
अधिकारियों ने रविवार को बताया कि हिमाचल प्रदेश में 20 जून से 7 सितंबर तक भारी बारिश के कारण बादल फटने, अचानक बाढ़ और भूस्खलन की घटनाओं से कुल 4,080 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है. राज्य में अब तक बारिश से जुड़ी घटनाओं और सड़क दुर्घटनाओं में 366 लोगों की मौत हो चुकी है. इन 366 मौतों में से 203 बारिश से जुड़ी घटनाओं के कारण हुईं, जिनमें 42 मौतें भूस्खलन से, 17 बादल फटने से और 9 अचानक बाढ़ से हुईं. इसके अतिरिक्त, राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र (एसईओसी) के अनुसार, 41 लोग अभी भी लापता बताए गए हैं, जबकि सड़क दुर्घटनाओं में 163 मौतें हुई हैं.
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, राष्ट्रीय राजधानी में रविवार को अधिकतम तापमान 34.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. आईएमडी ने बताया कि न्यूनतम तापमान 25.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो मौसम के औसत से 0.5 डिग्री कम है. आईएमडी ने सोमवार को शहर में गरज के साथ बारिश की भविष्यवाणी की है, अधिकतम और न्यूनतम तापमान क्रमशः 35 और 24 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की उम्मीद है. रविवार को दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में मौसम की स्थिति काफी हद तक शुष्क रही, केवल कुछ चुनिंदा इलाकों में हल्की बारिश हुई. रिज में सुबह 8.30 बजे तक 5.7 मिमी संचयी वर्षा दर्ज की गई. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों के अनुसार, रविवार शाम 4 बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 74 के साथ 'संतोषजनक' श्रेणी में दर्ज की गई.
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