देश के कई राज्यों में जहां मॉनसून एक्टिव है और पहाड़ी राज्यों में जमकर बारिश हो रही है. मौसम विभाग (आईएमडी) के अनुसार, दिल्ली-NCR में बिहार, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, लद्दाख, राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र, दक्षिण भारत और नॉर्थ ईस्ट में इस बार अच्छी बारिश होगी. मौसम के अलावा आप यहां किसानों को मिलने वाली सरकारी स्कीम के फायदे और अन्य किसानों से जुड़ी खबरें पढ़ सकते हैं. इसके अलावा आज स्वतंत्रता दिवस से जुड़ी खबरों को भी आप यहां पढ़ सकते हैं.
मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने अविभाजित पूर्वी गोदावरी जिले में निम्न दबाव का क्षेत्र बनने के बाद रेड अलर्ट जारी किया है और आने वाले घंटों में भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी दी है.काकीनाडा और डॉ. बी.आर. अंबेडकर कोनासीमा जिलों पर इस मौसम प्रणाली का सबसे ज्यादा असर पड़ने की आशंका है. IMD के अनुसार, तट पर 40-50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने की संभावना है. मछुआरों को समुद्र में न जाने की सख़्त सलाह दी गई है. आपदा प्रबंधन अधिकारियों ने ज़िला प्रशासन को हाई अलर्ट पर रहने का निर्देश दिया है क्योंकि निचले इलाकों में बाढ़ और जलभराव की प्रबल संभावना है. पूर्वी गोदावरी जिला कलेक्टर ने किसानों से एहतियाती कदम उठाने का आग्रह किया है और संवेदनशील गांवों के निवासियों को सतर्क रहने की सलाह दी है. अधिकारी एहतियात के तौर पर लंका के चार गांवों के निवासियों को राहत शिविरों में पहुंचाने की तैयारी कर रहे हैं. इस बीच, सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने बताया कि आज सुबह 9 बजे धवलेश्वरम बैराज से 8 लाख क्यूसेक बाढ़ का पानी समुद्र में छोड़ा जा रहा है. अधिकारियों ने दोहराया है कि निचले इलाकों के द्वीपीय गाँवों के लोग सतर्क रहें और सुरक्षा निर्देशों का पालन करें.
महाराष्ट्र के जालना के एकरूखा गांव के 70 वर्षीय किसान नदी के पानी में बह गए हैं. किसान का नाम अण्णासाहेब कारभारी सानप है. घनसावंगी तहसील के एकरूखा गांव से बहिरी नदी बहती है. तहसील में हुई मूसलधार बारिश के कारण इस नदी में बाढ़ आ गई है. इसी दौरान एकरूखा गांव के किसान अण्णासाहेब कारभारी खेत से घर लौटते समय फिसल गए और बहिरी नदी में गिर पड़े. तेज बहाव की वजह से वे पानी में बह गए. घटना की जानकारी गांव में फैलते ही तुरंत प्रशासन को सूचना दी गई. प्रशासन तत्काल मौके पर पहुंचा और किसान की तलाश शुरू कर दी है. लेकिन अब तक किसान का पता नहीं चल पाया है. इस बीच, नदी किनारे नागरिकों की भारी भीड़ जमा हो गई है.
मंडी, हिमाचल प्रदेश की चौहारघाटी में भारी बारिश ने तबाही मचाई है. यहां पर 6 फुट ब्रिज, एक वाहन और सैंकड़ों बीघा भूमि बह गई है. हालांकि सी तरह के जानी नुकसान की कोई सूचना नहीं, लेकिन संपत्ति का नुकसान हुआ है.
एक दुकान भी इसकी चपेट में आई है और बताया जा रहा है कि दो पंचायतों में सबसे ज्यादा नुकसान.हुआ है. एसडीएम पधर और लोक निर्माण विभाग की टीमें घटनास्थल के लिए रवाना कर दिया गया है.
महाराष्ट्र के ठाणे जिले के कल्याण, डोंबिवली, उल्हासनगर,बदलापूर, अंबरनाथ व ग्रामीण भाग मे पिछले 3 दिनों से जोरदार बारिश हो रही है. मंगलवार सुबह से बारिश की तीव्रता बढ़ने से कल्याण और डोंबिवली के कई निचले इलाकों में पानी जमा हो गया. डोंबिवली स्टेशन परिसर में घुटनों तक पानी जमा हो गया है. इलाके की कुछ दुकानों में भी पानी घुस जाने से दुकानदारों को काफी तकलीफें आ रही हैं. सुबह से ही बारिश हो रही थी. निचले इलाकों में जमा पानी के कारण उस क्षेत्र में यातायात धीमा हो गया. प्रशासन ने अलर्ट जारी करते हुए लोगो से अपील की है की ज्यादा जरूरी काम होने पर ही घर से निकलें.
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने सोमवार को हरियाणा के लिए चेतावनी जारी की. इसमें कई जिलों में गरज के साथ छींटे पड़ने, बिजली गिरने और बारिश की भविष्यवाणी की गई है. आईएमडी के अनुसार, सांपला, रोहतक, खरखौदा, सोनीपत, गन्नौर, समालखा, बापौली, घरौंदा, करनाल, इंद्री, गोहाना, इसराना, सफीदों, पानीपत, असंध, नीलोखेड़ी और रादौर में गरज के साथ छींटे पड़ने और बिजली गिरने की संभावना है. इसके अलावा फिरोजपुर झिरका, पुनहाना, होडल, हथीन, नूंह, पलवल, ताओरू, बल्लभगढ़, सोहना, गुरुग्राम, चरखी दादरी, भिवानी, रेवाड़ी, पटौदी, कोसली, मातनहेल, झज्जर, बहादुरगढ़, बेरीखास, हांसी, हिसार, नारनौंद, फरीदाबाद, जुलाना, जींद, कैथल, नरवाना, कलायत, बराड़ा, जगाधरी, छछरौली, पेहोवा में हल्की बारिश की उम्मीद है. आईएमडी के वैज्ञानिक सुरिंदर पॉल ने कहा कि अगले 2-3 दिनों तक हरियाणा में बारिश की गतिविधि जारी रहने की उम्मीद है, हालांकि तीव्रता मध्यम रहेगी. उन्होंने कहा कि बहुत भारी बारिश नहीं होगी, लेकिन बारिश 20 अगस्त तक जारी रहेगी. 21-22 अगस्त के आसपास कुछ कमी होने की संभावना है, लेकिन 23 अगस्त के बाद 4-5 दिनों के लिए मानसून फिर से सक्रिय हो जाएगा.
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने भविष्यवाणी की है कि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में मंगलवार को बारिश और गरज के साथ छींटे पड़ सकते हैं. शहर का न्यूनतम तापमान 26.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो साल के इस समय के लिए सामान्य से 0.2 डिग्री कम है.मौसम विभाग ने बताया कि सुबह 8.30 बजे सापेक्षिक आर्द्रता 97 प्रतिशत के आसपास रही. अधिकतम तापमान 35 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है. इस बीच, केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के सुबह 9 बजे के बुलेटिन के अनुसार, वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 90 के साथ वायु गुणवत्ता "संतोषजनक" श्रेणी में रही.
मुंबई में पिछले कुछ दिनों से हो रही भारी बारिश के बाद महानगर के लिए पीने योग्य पानी के प्रमुख स्रोतों में से एक विहार झील सोमवार दोपहर को ओवरफ्लो होने लगी. बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) ने बताया कि 2,769.8 करोड़ लीटर की भंडारण क्षमता वाली यह झील, मुंबई को पीने योग्य पानी सप्लाई करने वाले सात जलाशयों में से छठी है, जो ओवरफ्लो हो गई, जिससे स्थानीय निवासियों को राहत मिली. बीएमसी ने कहा कि संजय गांधी राष्ट्रीय उद्यान में स्थित झील दोपहर 2.45 बजे ओवरफ्लो हो गई. पिछले साल, झील करीब एक महीने पहले 25 जुलाई को ओवरफ्लो होने लगी थी. एक दिन पहले, मुंबई की एक और झील, तुलसी, शहर और उपनगरों में भारी बारिश के बाद ओवरफ्लो हो गई थी. मुंबई को मुंबई, ठाणे और नासिक जिलों में स्थित सात जलाशयों - भाटसा, अपर वैतरणा, मध्य वैतरणा, तानसा, मोदक सागर, विहार और तुलसी - से 3,800 एमएलडी (लाखों लीटर प्रतिदिन) पानी मिलता है. बीएमसी अधिकारियों ने बताया कि मुंबई की खूबसूरत पवई झील भी इस साल की शुरुआत में ही उफान पर आ गई थी, लेकिन इसका पानी पीने के लिए इस्तेमाल नहीं किया जाता है.
भारी बारिश के कारण सोमवार को जम्मू क्षेत्र में कई जगहों पर अचानक बाढ़ और भूस्खलन हुआ, जिससे कई इमारतों और सड़कों को नुकसान पहुंचा, जबकि राजौरी-पुंछ बेल्ट में एक नाबालिग सहित दो लोग तेज बाढ़ में बह गए। अधिकारियों ने कहा कि राजौरी और पुंछ के जुड़वां सीमावर्ती जिलों में बाढ़ प्रभावित इलाकों से सौ से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया है. मूसलाधार बारिश ने दैनिक जीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है, बाढ़ का पानी घरों में घुस गया है और वाहनों का आवागमन बाधित हुआ है. अधिकारियों ने कहा कि किसानों ने भी जमीन और फसलों को व्यापक नुकसान की सूचना दी है. राजौरी जिले के मुबारकपुरा गांव में, आतिफ शाह (20) एक नदी पार करते समय तेज धाराओं में बह गया. अधिकारियों ने बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान शुरू किया है, लेकिन वह अभी भी लापता है. एक अधिकारी ने बताया, 'पुंछ जिले में भारी बारिश ने तबाही मचाई है और व्यापक जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. पुलिस नदी और बेतार नाले सहित कई नदियां और नाले उफान पर हैं.' अधिकारी ने बताया कि बेतार नाले के किनारे बसे तीन घर बह गए, जबकि पुंछ के कई इलाकों में अचानक आई बाढ़ ने दो घरों और एक स्कूल को नुकसान पहुंचाया. उन्होंने बताया कि भूस्खलन में एक और घर क्षतिग्रस्त हो गया.जम्मू-कश्मीर पुलिस और ज़िला प्रशासन ने लोगों से सुरक्षित रहने और नदियों और नालों के पास जाने से बचने की अपील की है.
अधिकारियों ने बताया कि सोमवार को शहर में लगातार बारिश के कारण हरिद्वार में गंगा का जलस्तर चेतावनी के स्तर को पार कर गया. जलस्तर, जो पहले से ही चेतावनी के स्तर से 10 सेमी ऊपर है, अभी भी बढ़ रहा है, जिससे प्रशासन ने बाढ़ के मैदानों के पास के लोगों को सतर्क रहने के लिए कहा है. अगर जलस्तर और बढ़ता है, तो गंगा के किनारे के गांवों में बाढ़ आ सकती है, निचले इलाकों में घरों और खेतों में पानी भर सकता है. राहत और बचाव दल को अलर्ट पर रखा गया है. सिंचाई विभाग के एसडीओ भारत भूषण शर्मा ने कहा कि सभी जिलों के प्रशासन से संपर्क किया गया है और उन्हें लगातार गंगा के जलस्तर के बारे में जानकारी दी जा रही है. हरिद्वार में भारी बारिश ने सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है. कई जगहों पर नदियाँ और नाले उफान पर हैं और कुछ शहरी इलाकों में 2-3 फीट ऊंचे जलस्तर के साथ जलभराव की सूचना है. हाल ही में, अलावलपुर गांव में एक श्मशान घाट बाढ़ग्रस्त सोलानी नदी के तेज बहाव में बह गया.
महाराष्ट्र में भारी बारिश के चलते मुंबई में हाल बेहाल है. सोमवार को पहले बीएमसी ने शहर में दूसरी पाली (दोपहर 12 बजे के बाद) में संचालित होने वाले सभी स्कूलों और कॉलेजों में छुट्टी घोषित कर दी थी. बाद में, नगर निकाय ने भारी बारिश के पूर्वानुमान के बीच मंगलवार को महानगर के सभी स्कूलों और कॉलेजों में भी अवकाश की घोषणा की. ठाणे जिले में, भारी बारिश के कारण कल्याण के एक पहाड़ी इलाके में भूस्खलन हुआ, जिससे चार घर क्षतिग्रस्त हो गए. कोई हताहत नहीं हुआ. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) द्वारा ठाणे और पालघर जिलों में 18-19 अगस्त के लिए रेड अलर्ट जारी किए जाने के बाद अधिकारियों ने मंगलवार को स्कूलों और कॉलेजों में अवकाश घोषित कर दिया है.
महाराष्ट्र के मुख्यमंंत्री फडणवीस ने बताया है कि रत्नागिरी, रायगढ़ और हिंगोली में भारी बारिश दर्ज की गई है. मौसम विभाग ने 17 से 21 अगस्त तक भारी बारिश की चेतावनी दी है और पूरी तरह सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं. उन्होंने बताया कि छत्रपति संभाजीनगर संभाग में 800 गांव भारी बारिश से प्रभावित हैं. फडणवीस ने बताया था कि मुंबई से लगभग 600 किलोमीटर दूर नांदेड़ जिले के मुखेड़ तालुका से पांच लोग लापता बताए गए हैं. नांदेड़ जिले में लगातार बारिश के कारण 200 से अधिक लोग बाढ़ में फंस गए, जिसके कारण अधिकारियों को बचाव और राहत कार्यों के लिए सेना को बुलाना पड़ा.
सोमवार को भारी बारिश ने महाराष्ट्र को सबसे ज्यादा प्रभावित किया है. यहां पर सात लोगों की मौत हो गई है और 200 से अधिक लोग फंसे हुए हैं. मुंबई में लगातार बारिश ने शहर को थम सा गया, जिसके चलते नगर निगम को स्कूलों और कॉलेजों में छुट्टी घोषित करनी पड़ी. देश की आर्थिक राजधानी के कई हिस्सों में सोमवार को नौ घंटों में 100 मिमी से ज्यादा बारिश हुई. 'अब तक 7 लोगों की जान जा चुकी है. कोंकण में कुछ नदियों का जलस्तर खतरनाक स्तर तक बढ़ गया है, और जलगांव में भारी नुकसान की खबर है,' मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बारिश की स्थिति की समीक्षा के बाद एक्स पर पोस्ट किया. फडणवीस ने कहा कि उन्होंने राज्य आपातकालीन संचालन केंद्र में राज्य भर में बारिश की स्थिति की समीक्षा की.
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