मॉनसून की विदाई के साथ ही अब उत्तर भारत में सर्दियों का मौसम शुरू होने को है. लेकिन उससे पहले उमस और गर्मी लोगों को परेशान कर रही है. महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु और कुछ और राज्यों में भारी बारिश का दौर जारी है. मौसम विभाग (आईएमडी) ने इस बार भीषण सर्दी को लेकर अलर्ट किया है. मौसम विभाग (IMD) का कहना है कि मॉनसून के बाद अब देश के उत्तरी राज्य इस साल पड़ने वाली भीषण सर्दी के लिए खुद को तैयार कर लें. मौसम अपडेट्स के साथ-साथ आप यहां किसानों के लिए सरकारी योजनाओं के फायदे और कृषि से जुड़ी अहम खबरें भी पढ़ सकते हैं.
करनाल की अनाज मंडी में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा की प्रेसवार्ता के दौरान जिला प्रधान को नही मिली कुर्सी.भूपेंद्र सिंह हुड्डा पहुंचे थे करनाल अनाज मंडी
अनाज मंडी में किसानों से मिलने और धान की ढेरी घूमने के बाद की प्रेस वार्ता . शहरी जिला अध्यक्ष पराग गाबा खड़े रहे. क्या ऐसे चलेगा संगठन. वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद भाजपा भी अब कांग्रेस पार्टी पर चुटकी लेते हुए नजर आ रही है.
राजस्थान के बारां जिले में अक्टूबर के महीने में हो रही बिन मौसम की बरसात ने एक बार फिर से नदी नालों में उफान पर ला दिए है. बारिश के चलते कई मार्गो पर पुलियाओं पर चादर चलने से मार्ग अवरूद्ध हो गए हैं. वहीं, किशनगंज क्षेत्र में आकाशीय बिजली गिरने से एक किसान की मौत भी हो गई है.
भारत निर्वाचन आयोग द्वारा आज शाम 4 बजे 2025 के बिहार विधानसभा चुनाव कार्यक्रम की घोषणा किए जाने की उम्मीद है. यह घोषणा राज्य में चुनावी तैयारियों की दो दिवसीय व्यापक समीक्षा के बाद की गई है. चुनावों से पहले, चुनाव आयोग ने चुनावी प्रक्रिया को बेहतर बनाने के मकसद से 17 नई पहल शुरू की हैं. इन उपायों में सभी मतदान केंद्रों पर वेबकास्टिंग, इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) पर रंगीन तस्वीरों का इस्तेमाल और मतदाताओं को मतदान केंद्रों के बाहरी क्षेत्र में मोबाइल फोन ले जाने की अनुमति शामिल है. इन सुधारों से देश भर में भविष्य के चुनावों के लिए आदर्श बनने की उम्मीद है.
जम्मू और कश्मीर की राजधानर श्रीनगर शहर के कुछ हिस्सों में सोमवार को बारिश हुई. मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने आज श्रीनगर में 'भारी बारिश, हल्की से मध्यम बारिश, बिजली कड़कने के साथ गरज के साथ छींटे पड़ने और तेज हवाएं (30-40 किमी प्रति घंटा)' चलने का अनुमान लगाया है.
रविवार और सोमवार की मध्य रात्रि को दिल्ली-एनसीआर के कई हिस्सों में बारिश हुई.भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने दिन के लिए येलो अलर्ट जारी किया, जिसमें पूरे क्षेत्र में 10 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने के साथ भारी बारिश की भविष्यवाणी की गई. आईएमडी के अनुसार, सोमवार से उत्तर-पश्चिमी भारत के अधिकांश हिस्सों को प्रभावित करने वाले वेस्टर्न डिस्टर्बेंस के चलते दिल्ली-एनसीआर में 7 अक्टूबर तक भारी बारिश की संभावना है. आईएमडी ने आगे कहा कि ठंडी उत्तर-पश्चिमी हवाएं बुधवार से न्यूनतम तापमान में गिरावट का कारण बनेंगी.
माउंट एवरेस्ट के सुदूर तिब्बती ढलानों में रविवार को बचाव कार्य जारी रहे. दुनिया के सबसे ऊंचे पर्वत के पूर्वी हिस्से में शिविरों में करीब 1,000 लोग फंसे हैं. 4,900 मीटर से अधिक की ऊंचाई पर स्थित इस क्षेत्र में एक्सेस ब्लॉक करने वाली बर्फ को हटाने के लिए सैकड़ों स्थानीय ग्रामीणों और बचाव दलों को तैनात किया गया है. कुछ पर्यटकों को पहले ही बचा लिया गया है.शुक्रवार शाम को भारी बर्फबारी शुरू हुई और तिब्बत में माउंट एवरेस्ट के पूर्वी ढलानों पर तेज हो गई है, जो पर्वतारोहियों और पैदल यात्रियों के बीच एक लोकप्रिय क्षेत्र है. पड़ोसी नेपाल में भी भारी बारिश हुई है जिससे भूस्खलन और अचानक बाढ़ आ गई है, जिसके परिणामस्वरूप 52 लोगों की मौत हो गई है.
वहीं हिमाचल प्रदेश के कई हिस्सों में रविवार को बारिश हुई, जबकि कुल्लू और लाहौल-स्पीति जिलों सहित ऊंचाई वाले इलाकों में मौसम की पहली बर्फबारी हुई है. सोमवार को भी कई हिस्सों में बर्फबारी जारी है. ऊपरी इलाकों में तापमान में भी उल्लेखनीय गिरावट आई है. मौसम विभाग के शिमला कार्यालय के अनुसार, पिछले 24 घंटों के दौरान अधिकतम तापमान में उल्लेखनीय गिरावट देखी गई और राज्य में औसत अधिकतम तापमान सामान्य से नीचे रहा. अधिकारियों ने बताया कि कुल्लू जिला प्रशासन ने रोहतांग दर्रे पर वाहनों की आवाजाही रोक दी है और यात्रियों को इस राजमार्ग से न गुजरने की सलाह दी है. खबरों के अनुसार, कांगड़ा जिले की विशाल धौलाधार पर्वतमाला में भी इस मौसम की पहली बर्फबारी हुई और आसपास के घाटी क्षेत्रों में बर्फीली हवाएं चल रही हैं, जो सर्दियों के आगमन का संकेत हैं. मौसम विभाग ने 6 अक्टूबर को भारी बारिश जारी रहने और 7 अक्टूबर को भी राज्य के कुछ हिस्सों में बारिश जारी रहने की संभावना जताई है.
यूपी के देवरिया जिले के महुआडीह क्षेत्र में बारिश के कारण एक मकान की छत ढहने से उसके मलबे में दबकर तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गये. पुलिस ने सोमवार को यह जानकारी दी. पुलिस ने बताया कि देवरिया गांव में रविवार की रात करीब आठ बजे उर्मिला देवी (45) भोजन बनाकर दोनों बेटों हरिकेश सिंह (18) और सिद्धू (10) के साथ भोजन करने जा रही थीं. इसी बीच मकान की छत अचानक ढह गयी और उर्मिला और उनके दोनों बेटे मलबे में दब गए. उन्होंने बताया कि छत ढहने की आवाज सुनकर पड़ोसी मौके पर पहुंचे और शोर मचाया. शोर सुनकर मौके पर जुटे गांव के लोगों ने कड़ी मशक्कत कर उर्मिला और उनके दोनों बेटों को मलबे से निकाला. तीनों को गंभीर चोटें आई हैं. उन्हें मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है.
अक्टूबर महीने में भी बिहार में भारी बारिश का दौर जारी है जिससे कई जिलों में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. बारिश, आंधी और बिजली गिरने से अब तक 10 लोगों की जान जा चुकी है. मौसम विभाग ने अगले दो दिनों तक प्रदेश के कई जिलों में बारिश का अलर्ट जारी किया है. रोहतास, गोपालगंज, मुजफ्फरपुर, मोतिहारी, रक्सौल और बगहा जैसे जिलों में सड़कें जलमग्न हैं, घरों में पानी भर गया है और अस्पताल भी प्रभावित हुए हैं.
पश्चिम बंगाल के मिरिक और दार्जिलिंग पहाड़ियों में रविवार को लगातार बारिश के कारण हुए भारी भूस्खलन में कई बच्चों सहित कम से कम 23 लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए. अधिकारियों ने बताया कि भूस्खलन के कारण कई घर बह गए, सड़कें क्षतिग्रस्त हो गईं, दूरदराज के कई गांवों का संपर्क टूट गया तथा सैकड़ों पर्यटक फंस गए. एनडीआरएफ और बंगाल सरकार के दार्जिलिंग व जलपाईगुड़ी जिला प्रशासन द्वारा संकलित रिपोर्ट के अनुसार, कई स्थानों - सरसली, जसबीरगांव, मिरिक बस्ती, धार गांव (मेची), नागराकाटा और मिरिक झील क्षेत्र से लोगों के मारे जाने की खबर है. निकटवर्ती जलपाईगुड़ी जिले के नागराकाटा में एक अलग बचाव अभियान में भूस्खलन के मलबे से पांच शव बरामद किए गए. एनडीआरएफ के एक अधिकारी ने बताया, 'अब तक मिरिक, दार्जिलिंग और जलपाईगुड़ी में कुल 23 लोगों की मौत हो चुकी है.' उत्तर बंगाल विकास मंत्री उदयन गुहा ने जान-माल के नुकसान को दुखद बताते हुए ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि स्थिति 'चिंताजनक' है. उन्होंने शाम को कहा, 'अभी मृतकों की संख्या 20 थी। यह संख्या बढ़ने की आशंका है.' वहीं आज मुख्यमंत्री ममता बनर्जी दार्जिलिंग का दौरा करने वाली हैं.
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने आज दिल्ली, हरियाणा, चंडीगढ़, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, मुजफ्फराबाद, पंजाब और उत्तराखंड में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा की भविष्यवाणी की है। त्रिपुरा, राजस्थान, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम, तमिलनाडु, पुडुचेरी, कराईकल, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और पूर्वोत्तर राज्यों के कुछ हिस्सों में भी अगले 2-3 दिनों के दौरान मध्यम से भारी वर्षा होने की संभावना है. मौसम विभाग ने सोमवार के लिए हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, पंजाब, राजस्थान, उत्तराखंड और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में गरज के साथ ओलावृष्टि की भविष्यवाणी की है. पश्चिम बंगाल, तटीय आंध्र प्रदेश, आंतरिक कर्नाटक, झारखंड, केरल, माहे, ओडिशा, राजस्थान और तेलंगाना के कुछ हिस्सों में भी कल गरज के साथ वर्षा और बिजली गिरने की संभावना है.
रविवार रात दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) के कई हिस्सों में बारिश से मौसम ठंडा हो गया हे. अब सोमवार से उत्तर-पश्चिम भारत में व्याप्त मजबूत पश्चिमी विक्षोभ से प्रभावित होंगे. मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने सोमवार और मंगलवार को शहर भर में हल्की से मध्यम बारिश के कई दौर के लिए येलो अलर्ट जारी किया है. आईएमडी ने कहा कि इसके बाद, ठंडी उत्तर-पश्चिमी हवाओं के कारण बुधवार से न्यूनतम तापमान में गिरावट आएगी. दिल्ली स्थित आईएमडी के क्षेत्रीय मौसम पूर्वानुमान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक कृष्ण कुमार मिश्रा ने कहा, 'मैदानी और पहाड़ी इलाकों के कुछ हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है. ऊपरी इलाकों में सोमवार को बर्फबारी भी हो सकती है. उन्होंने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ काफी सक्रिय है और अरब सागर से नमी लेकर आ रहा है. उन्होंने आगे कहा कि विक्षोभ के चले जाने के बाद, ठंडी उत्तर-पश्चिमी हवाएँ वापस आएँगी, जिससे हवा में हल्की ठंडक महसूस होगी.
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, उत्तर-पश्चिम और उससे सटे पश्चिम-मध्य अरब सागर के ऊपर बना भीषण चक्रवाती तूफान 'शक्ति' 15 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से पश्चिम-दक्षिण-पश्चिम की ओर बढ़ रहा है. 5 अक्टूबर, 2025 को भारतीय समयानुसार सुबह 11:30 बजे, यह 20.8° उत्तर अक्षांश और 61.0° पूर्व देशांतर के पास केंद्रित होगा. यह तूफान रस अल हद (ओमान) से लगभग 210 किमी दक्षिण-पूर्व, मसीरा (ओमान) से 220 किमी पूर्व, कराची (पाकिस्तान) से 780 किमी दक्षिण-पश्चिम, नलिया से 850 किमी पश्चिम-दक्षिण-पश्चिम और द्वारका से 850 किमी पश्चिम में स्थित है. आईएमडी का अनुमान है कि चक्रवात शक्ति पश्चिम-दक्षिण-पश्चिम की ओर बढ़ता रहेगा और 6 अक्टूबर की सुबह तक धीरे-धीरे कमजोर होकर चक्रवाती तूफान में बदल जाएगा. इसके बाद, इसके पश्चिम-मध्य और उत्तर-पश्चिम अरब सागर के ऊपर लगभग पूर्व की ओर बढ़ने और 7 अक्टूबर की दोपहर तक कमजोर होकर एक अवदाब में बदलने की उम्मीद है.
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