मॉनसून की विदाई के साथ ही अब उत्तर भारत में सर्दियों का मौसम शुरू होने को है. लेकिन उससे पहले उमस और गर्मी लोगों को परेशान कर रही है. महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु और कुछ और राज्यों में भारी बारिश का दौर जारी है. मौसम विभाग (आईएमडी) ने इस बार भीषण सर्दी को लेकर अलर्ट किया है. मौसम विभाग (IMD) का कहना है कि मॉनसून के बाद अब देश के उत्तरी राज्य इस साल पड़ने वाली भीषण सर्दी के लिए खुद को तैयार कर लें. मौसम अपडेट्स के साथ-साथ आप यहां किसानों के लिए सरकारी योजनाओं के फायदे और कृषि से जुड़ी अहम खबरें भी पढ़ सकते हैं.
आईएमडी ने शनिवार को केरल के कई हिस्सों में भारी बारिश की भविष्यवाणी की और राज्य के तीन जिलों में दिन के लिए 'ऑरेंज अलर्ट' जारी किया. भारत मौसम विज्ञान विभाग ने कहा कि जिन जिलों को 'ऑरेंज अलर्ट' दिया गया है, वे इडुक्की, कन्नूर और कासरगोड हैं. पठानमथिट्टा, पलक्कड़, मलप्पुरम, कोझीकोड और वायनाड जिलों को दिन के लिए 'येलो अलर्ट' जारी किया गया है. 'ऑरेंज अलर्ट' 11 से 20 सेमी की "बहुत भारी" बारिश को दर्शाता है, जबकि 'येलो अलर्ट' 6 से 11 सेमी के बीच 'भारी बारिश' का संकेत देता है. आईएमडी ने आगे कहा कि राज्य के विभिन्न हिस्सों में हल्की से मध्यम वर्षा और 40 किमी प्रति घंटे की गति से तेज हवाएं चलने की संभावना है.
राजस्थान के राज्यपाल हरिभाऊ बागड़े ने मंगलवार को जयपुर जिले में स्थित श्री कर्ण नरेंद्र एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी के वीसी बलराज सिंह को पद के दुरुपयोग और विश्वविद्यालय के मानदंडों के उल्लंघन की कई शिकायतों के बाद निलंबित कर दिया. राजभवन द्वारा जारी एक बयान में यह जानकारी दी गई. बयान में कहा गया है कि सिंह के खिलाफ आरोपों में अपने अधिकार क्षेत्र से बाहर जाकर निर्णय लेना, विश्वविद्यालय के कर्मचारियों की अनधिकृत बर्खास्तगी और स्थानांतरण तथा स्थापित नियमों और प्रक्रियाओं की अवहेलना शामिल है.राज्यपाल बागड़े ने कुलाधिपति के रूप में अपनी शक्तियों का प्रयोग करते हुए निर्देश दिया कि मामले की आगे की जाँच होने तक निलंबन तत्काल प्रभाव से लागू रहेगा. इस यूनिवर्सिटी की स्थापना साल 2013 में राजस्थान सरकार द्वारा कृषि विश्वविद्यालय, जोबनेर अधिनियम, 2013 के तहत की गई थी.
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने शनिवार को शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे पर तीखा हमला बोला. उन्होंने छत्रपति संभाजीनगर में उनकी रैली को 'मगरमच्छ के आँसू' का प्रदर्शन बताया और उन पर राजनीतिक लाभ के लिए किसानों के दर्द का फायदा उठाने का आरोप लगाया. ठाकरे ने छत्रपति संभाजीनगर में एक रैली को संबोधित करते हुए चेतावनी दी कि अगर राज्य सरकार बाढ़ और बारिश से प्रभावित किसानों के लिए "पूर्ण ऋण माफी" की घोषणा नहीं करती है, तो किसान सड़कों पर उतरेंगे. एक कार्यक्रम के दौरान मीडिया से बात करते हुए, शिंदे ने पूर्व मुख्यमंत्री पर तंज कसते हुए कहा कि जो लोग कभी अपने घरों की दहलीज तक नहीं पहुंच पाए, वे किसानों के लिए मोर्चा कैसे निकाल सकते हैं. उन्होंने कहा कि महायुति सरकार हाल के वर्षों में राज्य में आए सबसे बुरे कृषि संकटों में से एक के दौरान किसानों के साथ मजबूती से खड़ी रही है. उन्होंने कहा, 'जब फसलें, जमीन, पशुधन और यहां तक कि घर भी नष्ट हो गए, तो हमारी पूरी सरकार - मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, उपमुख्यमंत्री अजित पवार और सभी मंत्री - प्रभावित इलाकों का दौरा किया और फैसला किया कि एनडीआरएफ के नियम किसानों को राहत पहुंचाने में आड़े नहीं आ सकते.' उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने 31,628 करोड़ रुपये के राहत पैकेज की घोषणा की है, जिसमें दिवाली से पहले ही किसानों के खातों में 10,000 रुपये की तत्काल सहायता राशि जमा कर दी गई है. उन्होंने कहा कि जिन लोगों की फसल का नुकसान हुआ है, उन्हें प्रति हेक्टेयर 48,000 रुपये और मनरेगा के तहत प्रति हेक्टेयर 3.47 लाख रुपये तक की सहायता मिलेगी.
हनुमानगढ़ जिले के भादरा में डीएपी खाद के लिए लाइनों में लगे किसानों पर हुए लाठी चार्ज मामले में भाजपा के पूर्व मंत्री और पूर्व प्रतिपक्ष नेता राजेंद्र सिंह राठौड़ ने आज तक से बातचीत में कहा कि मामला गंभीर है. इस बारे में वह मुख्यमंत्री व कृषि मंत्री से बातचीत करेंगे. साथ ही उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस काल में किसानों के साथ बहुत धोखाधड़ी हुई थी. नकली बीज खाद सब उनके मिलीभगत से चल रहा था. लेकिन किरोड़ी लाल मीणा जी ने एक साहसी कदम उठाते हुए नकली बीच खाद बनाने वाले और बेचने वालों के खिलाफ लगातार कार्रवाई कर रहे हैं. ऐसा पहले किसी ने नहीं किया और जिस तरह से भादरा में किसानों पर लाठी चार्ज हुआ है. निंदनीय है इस पर वह संज्ञान लेकर मुख्यमंत्री से बातचीत करेंगे.किसानों को जो डीएपी की कमी चल रही है उसका भी इंतजाम करवाने की कोशिश करेंगे. किसानों को आगे से परेशानी नहीं आने दी जाएगी. (हनुमानगढ़ से गुलाम नबी की रिपोर्ट)
पीएम ने कहा कि पीएम धन धान्य योजना का डिजाइन ऐसा है कि हर जिले की अपनी जरूरत के हिसाब से इसकी प्लानिंग में बदलाव लाया जा सकता है. इसलिए मैं किसानों को संबंधित जिलों के मुखिया से आग्रहपूर्वक कहूंगा कि अब आपको जिले के स्तर पर ऐसी कारगर योजना बनानी है जो वहां की मिट्टी और जलवायु के अनुकूल हो. वहां कौन सी फसल होगी, बीज की कौन सी वैरायटी लगेगी, कौन सी खाद कब उचित रहेगी, ये आप सबको मिलकर एक नए तरीके से सोच समझकर लागू करना चाहिए.
पहले की सरकारें देश के 100 से अधिक जिलों को पिछड़ा घोषित करके भूल गई थी, हमने उन जिलों पर विशेष ध्यान केंद्रित किया, उनको आकांक्षी घोषित किया. इन जिलों में बदलाव का हमारा मंत्र था, कन्वर्जन, कोलैब्रेशन और कंप्टीशन. यानी पहले हर सरकारी विभाग अलग-अलग योजनाओं, जिले के हर नागरिक सब को जोड़ो, फिर सबका प्रयास के भाव से काम करो और इसके बाद बाकी जिलों के साथ स्वस्थ स्पर्धा करो. इस अप्रोच का फायदा आज दिख रहा है. साथियों इन 100 से ज्यादा पिछड़े जिलों में जिसे हम अब आकांक्षी जिले कहते हैं, 20 प्रतिशत बस्तियां ऐसी थीं, जिन्होंने आजादी के बाद से सड़क ही नहीं देखी थी. आज आकांक्षी जिला योजना की वजह से अब ऐसी ज्यादातर बस्तियों को सड़कों से जोड़ा जा चुका है. उस समय जिसे पिछड़े जिले कहते थे, उनमें 70 प्रतिशत ऐसे बच्चे थे जो टीकाकरण कार्यक्रम से बाहर थे, आज आकांक्षी जिला योजना की वजह से ऐसे ज्यादातर बच्चों को टीकाकरण का लाभ मिल रहा है.
प्रधानमंत्री ने कि इस दौरान देश में 6 बड़ी फर्टिलाइजर फैक्ट्री बनाई गईं. 25 करोड़ से ज्यादा सॉइल हेल्थ कार्ड किसानों को मिले हैं. 100 लाख हेक्टेयर में सूक्ष्म सिंचाई की सुविधा पहुंची है. पीएम फसल बीमा योजना से करीब 2 लाख करोड़ रुपये, क्लेम के रूप में किसानों को मिले हैं. बीते 11 सालों में 10 हजार से ज्यादा किसान उत्पाद संघ, FPO बने हैं. अभी मुझे आने में देरी भी इसलिए हुई क्योंकि मैं कई किसानों के साथ गोष्ठि कर रहा था. ऐसी अनेक उपलब्धियां हैं जो देश के किसान ने बीते 11 सालों में अनुभाव की हैं. लेकिन आज देश का मिजाज ऐसा बन गया है कि वो कुछ उपलब्धियों से ही संतुष्ट नहीं होता. हमें विकसित बनना है तो हर क्षेत्र में लगातार बेहतर करते ही रहना होगा, सुधार करना ही होगा. इसी सोच का परिणाम है पीएम धन धान्य कृषि योजना. इस योजना की प्रेरणा बनी है आकांक्षी जिला योजना की सफलता.
प्रधानमंत्री ने कहा कि 21वीं सदी के भारत को तेज विकास के लिए अपनी कृषि व्यवस्था में भी सुधार करना जरूरी था और इसकी शुरुआत हुई 2014 के बाद से. हमने खेती को लेकर पुरानी सरकारों के लापरवाह रवैये को बदल दिया.
हमने सभी किसानों के लिए उनके हित में बीज से लेकर बाजारों तक अनगिनत रिफॉर्म किए. इसके परिणाम आज हमारे सामने हैं. बीते 11 वर्षों में भारत का कृषि निर्यात करीब दोगुना हो गया है. अनाज उत्पादन जो पहले होता था, करीब 900 लाख मीट्रिक टन और बढ़ गया. फल और सब्जियों का उत्पादन 600 लाख मीट्रिक टन से ज्यादा बढ़ गया. आज दूध उत्पादन में हम दुनि्या में नंबर 1 हैं. भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा मछली उत्पादक है. भारत में शहद उत्पादन भी 2014 की तुलना में दोगुना हो गया है. अंडे का उत्पादन भी बीते 11 सालों में डबल हो गया है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मैं सभी किसान साथियों को पीएम धन धान्य कृषि योजना और दलहन आत्मनिर्भरता मिशन के लिए बहुत बहुत बधाई देता हूं. साथियों खेती और किसानी हमेशा से हमारी विकास यात्रा की एक अहम हिस्सा रही है. बहुत जरूरी होता है कि बदलते समय के साथ खेती-किसानी को सरकार का सहयोग मिलता रहे, लेकिन दुर्भाग्य से पहले की सरकारों ने खेती-किसानी को अपने हाल पर ही छोड़ा दिया. सरकारी की तरफ से कृषि को लेकर कोई विजन और सोच ही नहीं थी. खेती से जुड़े अलग-अलग सरकारी विभाग भी अपने-अपने तरीके से काम करते थे. इस वजह से भी भारत की कृषि अर्थव्यवस्था लगातार कमजोर होती जा रही थी.
कृषि योजनाओं को लॉन्च करते हुए पीएम मोदी ने कहा आज 11 अक्टूबर का दिन बेहद एतिहासिक है. आज देश के दो महान 'भारत रत्नों' की जन्मतिथि है, जयप्रकाश नारायण और नानाजी राव देशमुख. उन्होंने कहा कि दोनों महापुरुषों ने गांवों और किसानों के लिए अपनी जिंदगी समर्पित कर दी है. इस मौके पर दो योजनाओं को लॉन्च किया है, प्रधानमंत्री धन धान्य कृषि योजना और दलहन आत्मनिर्भरता मिशान. ये दोनों ही योजनाएं 35 हजार करोड़ रुपये की हैं. पीएम मोदी ने कहा कि इन दोनों योजनाओं के लिए वह किसानों को बधाई देते हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कृषि और संबद्ध क्षेत्रों के लिए परियोजनाओं और योजनाओं का शुभारंभ किया. पीएम मोदी ने शनिवार को 42,000 करोड़ रुपये से ज्यादा की कृषि परियोजनाओं का शुभारंभ किया है जिसमें प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना एवं दलहन आत्मनिर्भरता मिशन भी शामिल हैं. इन प्रोजेक्ट्स के जरिये किसानों की आय वृद्धि, कृषि का आधुनिकीकरण और ग्रामीण समृद्धि की दिशा में एक नया अध्याय शुरू होगा. इस मौके पर पीएम मोदी ने देश के अलग-अलग राज्यों से आए हुए किसानों को भी सम्मानित किया.
कृषि अनुसंधान संस्थान में केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह ने कहा कि जीएसटी दरों को कम करके किसानों को बड़ी राहत मिली है. छोटे ट्रैक्टर और बड़े टैक्टरों पर बड़ी राहत मिलेगी. प्रधानमंत्री ने कहा कि किसानों का हित आपके लिए सर्वोपरि है और किसानों के हित के साथ कोई समझौता नहीं होगा. अभी अभी आपने देखा कि रबी की फसलों की एमएसपी बढ़ाया गया है. गेहूं पर 160 रुपये प्रति क्विंटल, चने पर 225 रुपये प्रति क्विंटल, मसूर पर 300 रुपये प्रति क्विंटल, सरसों पर 250 रुपये प्रति क्विंटल और कुसुम पर 600 रुपये प्रति क्विंटल, अभी-अभी प्रधानमंत्री जी ने एमएसपी बढ़ाकर किसानों को उनकी उपजा का सही और पूरा दाम देने का फैसला किया है.
किसान सशक्तिकरण की दिशा में ऐतिहासिक कदम उठाया गया है. प्रधानमंत्री की तरफ से 42,000 करोड़ रुपये से ज्यादा की कृषि परियोजनाओं का शुभारंभ करने वाले हैं जिसमें प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना एवं दलहन आत्मनिर्भरता मिशन भी शामिल हैं. इन प्रोजेक्ट्स के जरिये किसानों की आय वृद्धि, कृषि का आधुनिकीकरण और ग्रामीण समृद्धि की दिशा में एक नया अध्याय शुरू होगा. इस मौके पर पीएम मोदी को अलग-अलग राज्य से आए किसानों ने अपने-अपने राज्य के मशहूर वस्तुओं को बतौर गिफ्ट में दिए.
शिवसेना (यूबीटी) के नेता संजय राउत ने कहा है कि किसानों को जिंदा रखने के लिए निकाले गए मोर्चे पर टिप्पणी करना महाराष्ट्र के बाढ़ग्रस्त किसानों का अपमान है. आज का 'हंबर्डे मोर्चा' सिर्फ देवेंद्र फडणवीस तक सीमित नहीं है, बल्कि यह महाराष्ट्र के हर कोने में किसानों के आक्रोश की आवाज है, जो दिल्ली तक पहुंचनी चाहिए. किसानों के साथ किस तरह की धोखाधड़ी हो रही है, उनकी उम्मीदों को कैसे तोड़ा जा रहा है, यह सब सामने लाने के लिए यह मोर्चा है. मराठवाड़ा के किसान पर सुल्तानी और आसमानी, दोनों तरह के संकट हैं, जिसके कारण किसान आत्महत्या कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने 31,000 करोड़ के पैकेज की बात की है, लेकिन वास्तव में यह पैकेज मुश्किल से 5,500 से 6,000 करोड़ का ही है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज दो अहम योजनाओं को लॉन्च करने वाले हैं. इससे पहले उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट के जरिये इन दोनों ही योजनाओं को एक नया इतिहास बनाने वाली स्कीम करार दिया. पीएम मोदी ने लिखा, 'देश का कृषि और ग्रामीण क्षेत्र कल 11 अक्टूबर को एक नए इतिहास का साक्षी बनने वाला है. नई दिल्ली में सुबह करीब 10:30 बजे पीएम धन-धान्य कृषि योजना और दलहन आत्मनिर्भरता मिशन के शुभारंभ का सौभाग्य मिलेगा. इन योजनाओं से जहां कम उपज वाले 100 जिलों में पैदावार बढ़ाने के प्रयासों को बल मिलेगा, वहीं दालों के उत्पादन में भी तेजी आएगी. इस विशेष कार्यक्रम में कृषि और इससे जुड़े सेक्टर की 42,000 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं के उद्घाटन और शिलान्यास का सुअवसर मिलेगा.इनसे ना सिर्फ हमारे किसान भाई-बहनों के जीवन में नई खुशहाली आएगी, बल्कि विकसित और आत्मनिर्भर भारत का संकल्प भी और मजबूत होगा.'
पुलिस ने शुक्रवार को बताया कि एक महिला पर आवारा कुत्ते पर तेजाब फेंकने का मामला दर्ज किया गया है; आरोपी की पहचान कोटा शहर के बालिता रोड निवासी कंचन बाई के रूप में हुई है. शहर निवासी लोकेश पारीक की शिकायत के आधार पर मंगलवार रात कुन्हाड़ी पुलिस स्टेशन में बाई के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 325 (पशुओं को मारने या अपंग करने की शरारत) के तहत मामला दर्ज किया गया; सर्कल इंस्पेक्टर अरविंद भारद्वाज के अनुसार, आरोपी महिला ने 24 सितंबर को अपनी गली में एक कुत्ते पर हमला किया था. गंभीर रूप से घायल कुत्ते को एक पशु कार्यकर्ता ने बचाया था. पारीक ने मंगलवार रात घटना का एक वीडियो लेकर पुलिस से संपर्क किया और शिकायत दर्ज कराई, सीआई ने कहा, आगे की जांच जारी है.
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, राष्ट्रीय राजधानी में शनिवार को न्यूनतम तापमान 19.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो मौसम के औसत से 1.6 डिग्री कम है. शुक्रवार को, दिल्ली में 2025-26 के शीतकालीन मौसम के लिए पहली बार तापमान 20 डिग्री सेल्सियस से नीचे दर्ज किया गया, जहां न्यूनतम तापमान 18.8 डिग्री दर्ज किया गया, जो सर्दियों के आगमन का संकेत है. आईएमडी के अनुसार, शनिवार सुबह 8:30 बजे दिल्ली में सापेक्षिक आर्द्रता 84 प्रतिशत दर्ज की गई. मौसम विभाग ने शनिवार और रविवार को आसमान साफ रहने और अधिकतम तापमान 33 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने का अनुमान जताया है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों के अनुसार, शनिवार सुबह 9 बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 196 के साथ 'मध्यम' श्रेणी में दर्ज की गई. सीपीसीबी के अनुसार, शून्य से 50 के बीच एक्यूआई को 'अच्छा', 51 से 100 के बीच को 'संतोषजनक', 101 से 200 के बीच को 'मध्यम', 201 से 300 के बीच को 'खराब', 301 से 400 के बीच को 'बहुत खराब' और 401 से 500 के बीच को 'गंभीर' माना जाता है.
मौसम विज्ञान केंद्र, जयपुर ने शुक्रवार को बताया कि उत्तरी हवाओं के कारण राजस्थान के अधिकांश हिस्सों में तापमान में उल्लेखनीय गिरावट आई है और पारा सामान्य से सात डिग्री सेल्सियस तक नीचे चला गया है. मौसम विभाग के अनुसार, ठंडी उत्तर-पश्चिमी हवाओं के लगातार प्रभाव के कारण कई जिलों में अधिकतम और न्यूनतम तापमान वर्तमान में मौसमी औसत से दो से सात डिग्री सेल्सियस कम है. विभाग ने बताया कि शुक्रवार सुबह सीकर में राज्य का सबसे कम न्यूनतम तापमान 15.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. मौसम विभाग ने अनुमान लगाया है कि अगले सप्ताह पूरे राजस्थान में मौसम शुष्क रहेगा. अगले 48 घंटों के दौरान तापमान में कोई खास बदलाव होने की संभावना नहीं है, लेकिन उसके बाद धीरे-धीरे 2-3 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होने की उम्मीद है.
बहराइच जिले में कैसरगंज तहसील के एक गांव में शुक्रवार शाम भेड़िए ने हमला कर सात वर्षीय बच्ची को घायल कर दिया. अधिकारियों ने बताया कि इससे पहले गुरुवार देर रात मझारा तौकली ग्राम पंचायत की भिरगूपुरवा बस्ती में अज्ञात जानवर के हमले से 60 वर्षीय एक महिला घायल हो गई थी. प्रभागीय वनाधिकारी (डीएफओ) राम सिंह यादव ने बताया कि कैसरगंज तहसील के ग्राम गोड़हिया नंबर तीन में आज शाम करीब 4.45 बजे गंगाराम की पुत्री नेहा (सात) घर के बाहर खेल रही थी और उसी दौरान भेड़िए ने हमला कर उसे घायल कर दिया. उन्होंने बताया कि घायल बच्ची को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) कैसरगंज ले जाया गया तथा गश्ती टीम इलाके की घेराबंदी कर भेड़िए की तलाश कर रही हैं. उन्होंने कहा कि ग्रामीणों से रात्रि में स्वयं एवं बच्चों को घरों के अन्दर रहने एवं सुलाने तथा दरवाजे बंद रखने की सलाह दी जा रही है. डीएफओ ने बताया कि गुरुवार रात करीब 10 बजे कैसरगंज तहसील के ही मझारा तौकली ग्राम पंचायत की भिरगूपुरवा बस्ती में अज्ञात हिंसक वन्यजीव ने 60 वर्षीय एक महिला को हमला कर घायल कर दिया था. महिला को नजदीकी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से जिला अस्पताल रेफर किया गया है. घायल महिला आफती देवी (60) ने मीडिया से बताया ,'गुरुवार देर रात भोजन करके घर के आंगन में मच्छरदानी लगाकर बैठे थे, पानी लेने के लिए हाथ मच्छरदानी से बाहर निकाला तभी भेड़िए ने मेरा हाथ दबोच लिया. मैने शोर मचाया, तब घर वाले और आसपास के लोगों ने उसे भगाया और मेरी जान बच सकी.'
राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने हनुमानगढ़ जिले में खाद के लिए कतार में लगे किसानों पर कथित लाठीचार्ज की निंदा की है. गहलोत ने इस घटना का वीडियो साझा करते हुए 'एक्स' पर लिखा, ‘भाजपा सरकार आते ही राज्य में किसानों पर लाठीचार्ज जैसी घटनाएं सामने आने लगी हैं. हनुमानगढ़ जिले में 'डीएपी' लेने के लिए लाइन में लगे हुए किसानों पर लाठीचार्ज निंदनीय है.' कांग्रेस नेता गहलोत के अनुसार मुख्यमंत्री बार-बार दावा करते हैं कि डीएपी एवं यूरिया की आपूर्ति पर्याप्त है तो फिर आखिर ऐसी नौबत क्यों आई कि ‘डबल इंजन’ सरकार होने के बावजूद पहले यूरिया और अब डीएपी के लिए किसानों की लम्बी-लम्बी लाइन लग रही हैं? उन्होंने सवाल किया कि पहले से ही परेशान इन किसानों पर लाठीचार्ज क्यों किया जा रहा है?
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