देश के कई राज्यों में जहां मॉनसून एक्टिव है और पहाड़ी राज्यों में जमकर बारिश हो रही है. मौसम विभाग (आईएमडी) के अनुसार, दिल्ली-NCR में बिहार, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, लद्दाख, राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र, दक्षिण भारत और नॉर्थ ईस्ट में इस बार अच्छी बारिश होगी. मौसम के अलावा आप यहां किसानों को मिलने वाली सरकारी स्कीम के फायदे और अन्य किसानों से जुड़ी खबरें पढ़ सकते हैं.
केंद्र सरकार ने भारतीय कपड़ा क्षेत्र को राहत देने के उद्देश्य से एक महत्वपूर्ण घोषणा की है. सरकार ने पहले 19 अगस्त 2025 से 30 सितंबर 2025 तक कपास (HS 5201) पर आयात शुल्क में अस्थायी छूट दी थी. इस कदम से घरेलू बाजार में कपास की उपलब्धता बढ़ने की उम्मीद थी. लेकिन अब सरकार ने इसमें बड़ा बदलाव करते हुए किसानों को सबसे बड़ा झटका दिया है. आपको बता दें कि मोदी सरकार ने कपास की खेती करने वाले किसानों को एक बार फिर बड़ा झटका दिया है. आपको बता दें कि अब किसान लगातार मोदी सरकार पर आरोप लगा रहे हैं कि यह किसान हितैषी नहीं बल्कि किसान विरोधी सरकार है. किसानों का यह भी कहना है कि मोदी सरकार आम लोगों की नहीं बल्कि उद्योगपतियों की सरकार है, इसीलिए सरकार लगातार उनके पक्ष में फैसले लेती नजर आ रही है.
केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज अपने एक्स हैंडल पर पोस्ट करते हुए लोगों से स्वदेशी अपनाने की अपील की. उन्होंने लिखा- स्वदेशी ही भारत की असली शक्ति है. अगर हमें आगे बढ़ना है, तो हमें स्वदेशी को अपनाना होगा. स्वदेशी केवल वस्त्र या वस्तु नहीं, यह आत्मनिर्भरता का मंत्र है. यह हमारे किसानों की मेहनत का सम्मान है, हमारे कारीगरों के हुनर की पहचान है, हमारे उद्योग और युवाओं की ताक़त है.
पालघर: महाराष्ट्र के पालघर ज़िले के विरार में एक इमारत ढहने से मरने वालों की संख्या बढ़कर 15 हो गई है, गुरुवार को अधिकारियों ने बताया कि रात में तीन और शव बरामद हुए हैं. उन्होंने बताया कि लगभग 50 फ्लैटों वाली यह अनधिकृत चार मंजिला इमारत बुधवार रात 12.05 बजे विरार इलाके के विजय नगर में एक खाली पड़े मकान पर गिर गई. (PTI)
यूपी के कई जिलों में खाद की समस्या को लेकर किसानों को लंबी लाइन में लगा देखा गया तो कहीं खाद के लिए किसान रोते नजर आए. इतना ही नहीं पुलिस की लाठी खाने के बावजूद उन्हें खाद नहीं मिली, बारिश में भीगकर भी किसान खाद के लिए जद्दोजहद कर रहे और अब किसानों की इस समस्या को महसूस कर सीएम योगी के विधायक ने अब सरेआम अपनी और सरकार की गलती मानते हुए माफी मांगी और कहा कि अव्यवस्था को वजह से खाद के लिए किसानों को समस्या का सामना करना पड़ा. इसके लिए वे किसानों से माफी मांगते है और इन गलतियों से सबक लेकर आगे से कभी किसानों को खाद के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा. विधायक अजय सिंह ने कहा कि खाद की समस्या के लिए मैं किसानों से हाथ जोड़कर माफी मांगता हूं. खाद की किल्लत नहीं थी, मिस मैनेजमेंट और खाद केंद्रों की संख्या बनी मुख्य वजह.
नई दिल्ली: यमुना नदी का जलस्तर बुधवार रात 8 बजे पुराने रेलवे पुल पर 205.35 मीटर तक पहुंच गया, जो खतरे के निशान 205.33 मीटर को पार कर गया. अधिकारियों ने बताया कि नदी का जलस्तर सुबह से ही बढ़ रहा है और लगातार दूसरे दिन 204.50 मीटर के चेतावनी निशान से ऊपर रहा.
जीएसटी परिषद कई लोकप्रिय खाद्य पदार्थों पर कर कम करने पर विचार कर रही है, जिससे उपभोक्ताओं को जल्द ही अपने घरेलू खर्चों में राहत मिल सकती है. फिटमेंट समिति ने प्रस्ताव दिया है कि मक्खन, गाढ़ा दूध, जैम, मशरूम, खजूर, मेवे और नमकीन जैसे उत्पादों को मौजूदा 12% जीएसटी स्लैब से हटाकर केवल 5% कर दिया जाए. अगर यह बदलाव लागू होता है, तो इससे लाखों परिवारों के लिए कीमतों में सीधे तौर पर कमी आएगी और साथ ही बेकरी, मिठाई की दुकानों और पैकेज्ड फ़ूड निर्माताओं को भी फायदा होगा. (करिश्मा आसूदानी का इनपुट)
नई दिल्ली: एक अधिकारी ने बताया कि भारतीय वायुसेना ने बुधवार को जम्मू और उत्तरी पंजाब के बाढ़ग्रस्त इलाकों में राहत और बचाव कार्यों के लिए छह हेलीकॉप्टर उड़ाए और गुरदासपुर के डेरा बाबा नानक कस्बे से सेना के 38 और सीमा सुरक्षा बल के 10 जवानों को सुरक्षित निकाला. इससे पहले, राहत और बचाव सामग्री से लदा एक भारतीय वायुसेना का C-130 परिवहन विमान, NDRF की एक टीम के साथ, ज़रूरी सामान और मानव संसाधन के साथ जम्मू पहुंचा.
रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि बचाव कार्यों में शामिल होने के लिए और परिवहन विमान तैयार हैं. बुधवार को चौथे दिन भी मूसलाधार बारिश जारी रही, जिससे ज़मीन का एक बड़ा हिस्सा नदियों में बदल गया, और निचले बाढ़ग्रस्त इलाकों से हज़ारों लोगों को निकाला गया. उत्तरी पंजाब के कुछ हिस्सों में भी बाढ़ आ गई. (पीटीआई)
जम्मू: जम्मू और कश्मीर में मानसून का अभूतपूर्व प्रकोप देखने को मिला. बुधवार सुबह 8.30 बजे तक जम्मू में 24 घंटे में 380 मिमी बारिश दर्ज की गई, जो 1910 में वेधशाला स्थापित होने के बाद से शहर में दर्ज की गई अब तक की सबसे ज़्यादा बारिश है. इसी तरह, मौसम विभाग के एक प्रवक्ता ने बताया कि उधमपुर में इसी 24 घंटे की अवधि में 630 मिमी बारिश दर्ज की गई, जो 31 जुलाई, 2019 को दर्ज की गई 342 मिमी बारिश से भी ज़्यादा है. जम्मू में पहली वेधशाला 1910 में स्थापित हुई थी और 24 घंटे की अवधि में सबसे ज़्यादा बारिश का रिकॉर्ड 9 अगस्त, 1973 को 272.6 मिमी बारिश का था. इससे पहले, शहर में लगभग एक सदी पहले 5 अगस्त, 1926 को 24 घंटे में सबसे ज़्यादा 228.6 मिमी बारिश दर्ज की गई थी. (पीटीआई)
मौसम विभाग के मुताबिक, आज से जम्मू और कश्मीर में बारिश की गतिविधि में उल्लेखनीय कमी आने की संभावना है, हालांकि, अगले 6-7 दिनों के दौरान उत्तर-पश्चिम भारत में कुछ स्थानों पर भारी बारिश जारी रहने की संभावना है. ओडिशा, छत्तीसगढ़, तटीय आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, कोंकण, मध्य महाराष्ट्र, केरल और तटीय कर्नाटक में कल, 28 अगस्त तक भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है. तटीय कर्नाटक और तेलंगाना में आज, 27 अगस्त, 2025 को कुछ स्थानों पर अत्यधिक भारी वर्षा होने की संभावना है.
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