PM Modi ने मोटे अनाजों पर लिखा गीत, हिंदी-अंग्रेजी सहित कई भाषाओं में सुन सकेंगे लोग

PM Modi ने मोटे अनाजों पर लिखा गीत, हिंदी-अंग्रेजी सहित कई भाषाओं में सुन सकेंगे लोग

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ग्रैमी पुरस्कार विजेता फालू के साथ मिलकर मिलेट्स पर एक स्पेशल गीत लिखा है. इस गीत के माध्यम से लोगों को मोटे अनाजों के फायदे के बारे में बताया गया है. यह गीत इस बात का संदेश देता है कि मिलेट्स यानी कि श्रीअन्न दुनिया से मुखमरी को कम कर सकता है.

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PM Modi ने मोटे अनाजों पर लिखा गीत, हिंदी-अंग्रेजी सहित कई भाषाओं में सुन सकेंगे लोगपीएम मोदी ने मिलेट्स पर लिखा स्पेशल गीत

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने मोटे अनाजों के फायदों को बताने वाला एक गीत लिखा है. इस गीत में मोटे अनाजों (Millets) के फायदे और दुनिया में भुखमरी कम करने वाला सबसे अच्छा साधन बताया गया है. पीएम मोदी ने मिलेट्स का यह स्पेशल गीत ग्रैमी पुरस्कार जीतने वाली गायिका फालू के साथ मिलकर लिखा है. फालू भारतीय-अमेरिकी गायिका हैं. इस गीत को ऐसे समय में रिलीज किया जा रहा है जब पूरी दुनिया में अंतरराष्ट्रीय मोटा अनाज वर्ष 2023 मनाया जा रहा है. इस उपलक्ष्य में अमेरिका के न्यू-यॉर्क में बड़ा कार्यक्रम चल रहा है जिसे संयुक्त राष्ट्र संघ का सहयोग है. भारत के सुझाव पर ही संयुक्त राष्ट्र ने International Year Of Millets 2023 का आयोजन किया है. भारत में मोटे अनाजों को श्रीअन्न का नाम दिया गया है.

जिस गीत को पीएम मोदी और फालू ने लिखा है उसका नाम 'अबेंडेंस इन मिलेट्स' है. फालू का पूरा नाम फाल्गुनी शाह है जो मुंबई में जन्मी हैं. उनके पति गौरव शाह हैं और दोनों ने मिलकर पीएम मोदी के लिखे इस गीत को गाया है. यह गीत हिंदी, अंग्रेजी के अलावा और भी कई भाषाओं में सुना जा सकेगा. 

क्या है इस गीत में?

फालू की वेबसाइट पर एक बयान में कहा गया, ‘‘फालू और गौरव शाह ‘अंतरराष्ट्रीय मोटा अनाज वर्ष’ का जश्न मनाने के लिए 16 जून, 2023 को ‘अबंडेंस ऑफ मिलेट्स’ गीत रिलीज करेंगे. इसमें माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी नजर आएंगे. ‘अबंडेंस ऑफ मिलेट्स’ गीत दुनिया में भुखमरी को कम करने और मोटे अनाजों को लेकर जागरुकता फैलाने के लिए लिखा गया है.’’

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फालू को ‘ए कलरफुल वर्ल्ड’ के लिए सर्वश्रेष्ठ बाल एल्बम श्रेणी में ग्रैमी पुरस्कार से 2022 में सम्मानित किया गया था. फालू ने कहा कि ग्रैमी जीतने के बाद पिछले साल नई दिल्ली में प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात हुई थी. इस दौरान उनके मन में मोटे अनाज को लेकर एक गीत लिखने का आइडिया आया था. इस गीत के बारे में पीएम मोदी के साथ उनकी चर्चा हुई. फिर पीएम मोदी ने दुनिया से भुखमरी खत्म करने का संदेश देने वाला कोई गीत लिखने का सुझाव दिया.

कैसे तैयार हुआ गीत?

मोटे अनाजों पर यह खास गीत कैसे लिखा गया, इस बारे में फालू ने PTI से कहा कि बहुत ‘‘भोलेपन’’ से प्रधानमंत्री से पूछा कि क्या वे उनके साथ मिलकर गीत लिखेंगे, जिस पर वे तुरंत तैयार हो गए.

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फालू ने कहा कि शुरुआत में वह प्रधानमंत्री के साथ मिलकर गीत लिखने को लेकर घबराई हुई थीं, लेकिन पूरा काम बहुत सहज तरीके से हो गया. उन्होंने कहा, ‘‘ उनके (प्रधानमंत्री मोदी) लिए लिखना अलग बात है और उनके साथ लिखना एक अलग बात है. गाने के बीच में आप उनकी लिखी लाइनें और उनकी आवाज में दिया भाषण सुनेंगे.’’ फालू ने कहा कि मोटे अनाज पर मोदी के साथ मिलकर गीत लिखना उनके लिए बहुत ‘‘सम्मान’’ की बात है.

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