रुला रही है प्याज की कीमत टमाटर के बाद अब प्याज की बढ़ती कीमतों ने लोगों को रुला दिया है. प्याज भी टमाटर की राह पर चल पड़ा है और इसकी कीमत एक बार फिर आसमान छूने को तैयार है. दिल्ली समेत कई राज्यों में प्याज की कीमतें अचानक बढ़ गईं. 30 अक्टूबर को दिल्ली में प्याज 80 रुपये प्रति किलो के दाम पर बिका. वहीं, गाज़ीपुर मंडी में प्याज 40 से 50 रुपये प्रति किलो बिक रहा है. आशंका है कि आने वाले दिनों में प्याज 100 रुपये प्रति किलो तक बिक सकता है. ऐसे में जाहिर सी बात है कि इसका असर घर की रसोई पर पड़ेगा। त्योहारी सीजन में दिवाली और छठ जैसे त्योहारों पर इसका असर पड़ना तय है. प्याज कि बढ़ती कीमतों को देखते हुए लोग समझ नहीं पा रहे हैं कि क्या करें.
राजधानी दिल्ली की गाजीपुर मंडी में 23 अक्टूबर यानी पिछले सोमवार को प्याज का थोक भाव 30-35 रुपये प्रति किलो था. जो कुछ ही दिनों में बढ़कर 45 से 60 रुपये प्रति किलो हो गया. अब यह 40 से 50 रुपये प्रति किलो पर स्थिर हो गया है. खुदरा प्याज कीमत की बात करें तो प्याज की कीमत 80 से 100 रुपये तक पहुंच गई है.
गाजीपुर मंडी में प्याज के कारोबारी आबिद अली कहते हैं कि यह स्थिरता लोकल बाजार में प्याज की आवक बढ़ने के बाद ही दिख रही है. लेकिन यह ज्यादा दिनों तक चलने वाला नहीं है. वहीं खुदरा विक्रेता बाजार से प्याज खरीदकर मुनाफा कमा रहे हैं. खरीदारों और प्याज विक्रेताओं की मानें तो प्याज की कीमतों में हर दिन 20 रुपये तक का इजाफा हो रहा है.
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आजादपुर मंडी में प्याज व्यापार संघ (Onion Trade Association) के अध्यक्ष और प्याज के होलसेलर विक्रेता श्रीकांत मिश्रा का कहना है कि आंध्र प्रदेश कर्नाटक और अलवर के किसानों को इस बार प्याज ने रुला दिया. बीते दो सालों से उनकी लागत भी नहीं निकल पा रही थी. लिहाजा यहां से प्याज का जितना माल पहुंचा था वह अब सीजन खत्म होने के साथ ही खत्म हो रहा है. यही वजह है कि बाजार में खलबली मची है. दिवाली के बाद प्याज के दाम कम होने के आसार नजर आ रहे हैं. अप्रैल के महीने में भारी बारिश होने की वजह से कई राज्यों से निकलने वाली प्याज की फसल इस बार खराब हुई है. यही वजह है कि पहले तो लोगों को टमाटर ने रुलाया और अब त्योहारी सीजन में प्याज रुला रही है.(रामकिंकर सिंह की रिपोर्ट)
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