जानें किस प्रदेश में प्या‍ज के रेट से खुश हो रहे किसान, हाथ-ओं-हाथ बिक रही फसल

जानें किस प्रदेश में प्या‍ज के रेट से खुश हो रहे किसान, हाथ-ओं-हाथ बिक रही फसल

जम्मू–कश्मीर के एग्रीकल्चर डायरेक्टर चौधरी मोहम्मद इकबाल ने बताया कि हमारे यहां होने वाली प्याज जम्मू-कश्मीर के बाजारों के अलावा लद्दाख में भी जाती है. इसके साथ ही आर्मी एरिया में भी बड़ी तादाद में प्याज की खपत होती है.

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जानें किस प्रदेश में प्या‍ज के रेट से खुश हो रहे किसान, हाथ-ओं-हाथ बिक रही फसलप्याज का प्रतीकात्मक फोटो. फोटो क्रेडिट-किसान तक

अक्सर मीडिया और सोशल मीडिया पर प्याज के किसान की परेशान हाल वाली फोटो आती हैं. कहीं किसान प्याज फेंक रहा है तो कहीं प्याज को खेत में ही ट्रेक्टर से रौंद दिया जाता है. कई बार तो मंडी में आए किसान प्याज को फ्री में बांटकर ही चले जाते हैं. 50 पैसे और एक रुपये किलो के भाव से प्याज बिकने तक की खबरें भी सोशल मीडिया पर वायरल होती हैं. शायद ही कोई एक मौका ऐसा आता है जब प्याज का किसान खुश होता है. लेकिन इसी देश में एक प्रदेश ऐसा भी है जहां किसान प्याज की खेती करके खुश होते हैं. प्याज को 20 रुपये किलो के भाव से बेच रहे हैं. 

प्याज की फसल भी हाथ-ओं-हाथ बिक रही है. प्रति हेक्टेयर प्याज का उत्पादन भी बढ़ा है. और ये खुशखबरी आई है कश्मीर से.और अच्छीं बात ये है कि प्याज बेचने के लिए कश्मीर के किसानों को कहीं और दूर भी नहीं जाना पड़ता है. 

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2022-23 में हुआ 16.5 लाख कुंटल प्याज का उत्पादन 

जम्मू–कश्मीर के एग्रीकल्चर डायरेक्टर चौधरी मोहम्मद इकबाल ने किसान तक को बताया कि हमारे राज्य में प्याज की खपत खूब है. खपत के मुताबिक उत्पादन भी बढ़ रहा है. दूसरे और किसान भी प्याज की खेती करने के लिए आगे आ रहे हैं. यही वजह है कि साल 2022-23 में प्याज का 16.5 लाख कुंटल उत्पादन हुआ है. जबकि साल 2021-22 में इसी प्याज का 7.74 लाख कुंटल उत्पादन हुआ था. 

किसान का प्याज बिक रहा है 20 रुपये किलो 

डायरेक्टर चौधरी ने बताया कि खेत से निकालने के बाद किसान प्याज को 20 रुपये किलो तक बेच रहे हैं. उसके बाद रिटेल में यही प्याज 30 रुपये किलो तक बिक रहा है. किसान को उसकी प्याज का अच्छा दाम मिल रहा है. अगर रिटेल की बात करें तो वहां भी प्याज का दाम कोई ज्यादा नहीं है. और सबसे बड़ी बात ये है कि किसान का प्याज हाथ-ओं-हाथ बिक रहा है. किसान को ना तो प्याज फेंकना पड़ रहा है और ना ही खराब हो रहा है. जैसा की प्याज के किसानों संग दूसरे और प्रदेशों में होता है. 

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प्याज के दाम मिले तो बढ़ गया उत्पादन का क्षेत्रफल 

 डायरेक्टर चौधरी का कहना है कि किसानों को प्याज के दाम अच्छे मिल रहे हैं तो उत्पादन का क्षेत्रफल भी बढ़ रहा है. साल 2021-22 में हमारे यहां 3064 हेक्टेकयर में प्याज का उत्पादन हुआ था. और साल 2022-23 में यही क्षेत्रफल बढ़कर 6336 हेक्टेयर यानि डबल हो गया. ये आंकड़ा बताता है कि प्याज के किसान खुश हैं.सबसे बड़ी बात तो ये है कि हमारे यहां जितनी प्याज होती है वो सब यहीं पर खप जाती है.  

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