केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने भारत सरकार के वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम के तहत लद्दाख में चांगथांग क्षेत्र की पूर्वी सीमा के आगे के गांव डुंगटी का दौरा किया. यहां जनसंवाद के दौरान तोमर जनता से रूबरू हुए और उनकी समस्याएं सुनीं और सुझाव लिए, वहीं उन्होंने आईटीबीपी पोस्ट व कृषि विज्ञान केंद्र (केवीके), न्योमा का दौरा किया. केवीके में माइक्रो इरिगेशन यूनिट व मशरूम लैब की शुरुआत करके ग्रीन हाउस यूनिट का अवलोकन किया. उन्होंने नल-जल योजना के एक लाभार्थी के घर का दौरा कर उनसे योजना के फायदे के बारे में चर्चा की.
फिलहाल, डुंगटी में जनता के साथ बातचीत करते हुए तोमर ने कहा कि इस पूरे क्षेत्र के विकास के लिए भारत सरकार प्रतिबद्ध है. देश के सीमावर्ती गांवों को आमतौर पर अंतिम गांवों के रूप में जाना जाता है, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दृष्टि में ये गांव विकास के लिए भारत सरकार की प्राथमिकता वाले पहले गांव हैं.
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तोमर ने कहा कि केंद्र सरकार का उद्देश्य दूरदराज की जनता को भी सुविधाएं प्रदान करते हुए केंद्र की समस्त योजनाओं का लाभ देना है.उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र के समग्र विकास के लिए जो भी प्रस्ताव केंद्र को मिलेंगे, उन पर तत्परता से काम होगा. कृषि व पशुपालन विकास की दृष्टि से केंद्र द्वारा जो भी किया जा सकता है, वह करेंगे. तोमर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा लागू की गई कल्याणकारी योजनाओं का लाभ पूरे देश को मिल रहा है. योजनाओं का पूरा पैसा पारदर्शिता के साथ सभी पात्र लोगों को मिल रहा है.
केंद्रीय कृषि मंत्री ने लद्दाख के स्वास्थ्य विभाग, भेड़पालन और पशुपालन विभाग, कृषि विज्ञान केंद्र (केवीके), न्योमा सहित विभिन्न विभागों द्वारा लगाए गए स्टालों का अवलोकन भी किया. कार्यक्रम के दौरान कई लाभार्थियों को केंद्रीय मंत्री द्वारा मशीनें और प्रदर्शन किट सौंपे गए. तोमर ने डुंगटी में आईटीबीपी पोस्ट का दौरा भी किया, जहां अधिकारियों व जवानों से बातचीत कर उनका उत्साहवर्धन किया. केंद्रीय मंत्री ने यहां उनके साथ भोजन भी किया. इस अवसर पर सांसद सेरिंग नामग्याल व डीआईजी रणवीर सिंह भी मौजूद रहे.
तोमर ने केवीके, न्योमा का दौरा किया और कहा कि यह क्षेत्र कृषि- पशुपालन दोनों दृष्टि से अनुकूल है. केवीके की इस क्षेत्र में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका है, जो कृषि को आगे बढ़ाने हेतु प्रयत्नशील है. उन्होंने कृषि को उन्नत कृषि में बदलने पर जोर दिया, ताकि किसानों को अधिक मुनाफा हो, साथ ही केंद्र की कृषि एवं किसान हितैषी योजनाओं की जानकारी भी क्षेत्र के किसानों के हित में दी.
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