Onion Price: एक सप्ताह में ही 21 फीसदी गिरा प्याज का दाम, बाजार में मचा 'हाहाकार'

Onion Price: एक सप्ताह में ही 21 फीसदी गिरा प्याज का दाम, बाजार में मचा 'हाहाकार'

Onion Price: बात करें प्याज की मंडियों में गिरते भाव की तो कृषि मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, एक सप्ताह (4 से 11 जनवरी 2025) में प्याज का औसत दाम 2258 रुपये से खिसककर 1791 रुपये प्रति क्विंटल हो गया है. यानी मात्र एक सप्ताह में 450 रुपये तक कम हो गया है.

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Onion Price: एक सप्ताह में ही 21 फीसदी गिरा प्याज का दाम, बाजार में मचा 'हाहाकार'प्याज का दाम

प्याज की कीमतों में गिरावट का सिलसिला जारी है, जिस प्याज की कीमतें कुछ महीने पहले आसमान छू रही थी, अब उसके दाम औंधे मुंह गिर गए हैं. बीते कुछ दिनों में प्याज की कीमत जितनी तेजी से लुढ़की है, उससे किसानों के बीच 'हाहाकार' मचा हुआ है. प्याज उत्पादक राज्य महाराष्ट्र की कई मंडियों में किसानों को इतना भी दाम नहीं मिल रहा जिससे उनकी लागत भर कमाई हो सके. हालात इतने खराब हो गए हैं कि मात्र एक ही सप्ताह में प्याज के दाम 21 फीसदी तक गिर गए हैं, जो किसानों के लिए दिन-ब-दिन चिंता का सबब बनते जा रहा है. ऐसे में आइए जानते हैं आज महाराष्ट्र की मंडियों में प्याज का ताजा भाव.

महाराष्ट्र की मंडियों में प्याज के भाव

अनाज मंडी आवक(क्विंटल में) न्‍यूनतम कीमत अध‍िकतम कीमत औसत कीमत
कोल्हापुर 3020 800 2800 1800
संभाजीनगर 2719 650 2200 1425
मुंबई 11755 800 2600 1700
बारामती 266 900 2400 1900
आंदरसूल 5000 500 2000 1571
अमरावती 442 500 2500 1500
मनमाड 10000 400 2381 1800
शेवगांव 280 300 900 700

सोर्स: महाराष्‍ट्र एग्रीकल्‍चर मार्केटिंग बोर्ड के अनुसार, 13 जनवरी 2025 के आंंकड़े

इतने रुपये पहुंचा प्याज का दाम

बात करें प्याज की मंडियों में गिरते भाव की तो कृषि मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, एक सप्ताह (4 से 11 जनवरी 2025) में प्याज का औसत दाम 2258 रुपये से खिसककर 1791 रुपये प्रति क्विंटल हो गया है. यानी मात्र एक सप्ताह में 450 रुपये तक कम हो गया है. इस 21 फीसदी की गिरावट से किसानों के चेहरे पर चिंता की लकीरें दिख रही हैं.

किसानों की बढ़ रही है परेशानी

भारत दुनिया का सबसे बड़ा प्याज उत्पादक देश है, जबकि भारत का सबसे बड़ा प्याज उत्पादक राज्य महाराष्ट्र है जहां देश का 43 फीसदी प्याज पैदा होता है. इस बीच लगातार महाराष्ट्र में कम होते प्याज के भाव से किसानों की परेशानी बढ़ती जा रही है. किसानों का मानना है कि इसपर सरकार को ध्यान देना चाहिए, क्योंकि जब प्याज के दाम बढ़ते हैं तो सरकार नेफेड और एनसीसीएफ के जरिए सस्ता प्याज बिकवाना शुरू कर देती है. वैसे ही दाम के कम होने पर भी सरकार को कोई कदम उठाना चाहिए. 

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