छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में आयोजित पोल्ट्री सम्मेलन के पहले दिन 3,000 से ज्यादा पोल्ट्री व्यापारियों ने आधुनिक तरीकों पर प्रशिक्षण कार्यक्रम में भाग लिया. इस कार्यक्रम का आयोजन एग्रो-बिजनेस कंपनी इंडियन ब्रॉयलर (IB) ग्रुप ने किया. इस दो दिवसीय सम्मेलन में देश भर के व्यापारियों और किसानों के लिए पोल्ट्री उद्योग में नए विचारों, प्रौद्योगिकियों और व्यावसायिक अवसरों पर ध्यान केंद्रित किया गया.
IB ग्रुप ने अपने एक बयान में कहा, "सम्मेलन के पहले दिन, लगभग 3000 पोल्ट्री व्यापारियों ने कार्यक्रम में भाग लिया. व्यापारियों को अपने पोल्ट्री व्यवसाय को आगे बढ़ाने और अपने उद्यमों को बढ़ाने के लिए आधुनिक तरीकों पर प्रशिक्षित किया गया."
आईबी ग्रुप के संस्थापक और प्रबंध निदेशक बहादुर अली ने कहा कि उनकी कंपनी 2035 तक छत्तीसगढ़ को "प्रोटीन हब" बनाने की दिशा में काम कर रही है. अली ने कहा, "देश में चिकन प्रोटीन के प्रति रुझान बढ़ रहा है. केंद्र और राज्य सरकारें सभी आकार के उद्योगों को समर्थन दे रही हैं और ग्रामीण क्षेत्रों में प्रोटीन वितरित करने के प्रयास चल रहे हैं, जिसमें आईबी ग्रुप अग्रणी भूमिका निभा रहा है."
बहादुर अली का कहना है कि उन्होंने गांव में रहकर गांव का विकास करने की सोच के साथ पोल्ट्री कॉन्क्लेव का आयोजन किया है. इसमें देशभर से पोल्ट्री व्यवसाय से जुड़े व्यापारी और किसान हिस्सा ले रहे हैं. आईबी ग्रुप आज अपने से जुड़े लोगों की वजह से इतना बड़ा बन पाया है, इसलिए उनका विकास, उनकी तरक्की सबसे जरूरी है.
आपको बता दें कि आईबी ग्रुप देश की एकमात्र ऐसी कंपनी है, जो ग्रामीण किसानों को शिक्षित और प्रशिक्षित कर पोल्ट्री व्यवसाय को बढ़ावा दे रही है. यह किसानों के साथ-साथ उनके परिवार का भी विकास कर रही है.
Copyright©2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today