राजस्थान में चुनावों की घोषणा हो चुकी है. इसी के साथ प्रदेश में ड्रग्स, शराब, सोना, नकदी का चलन भी बढ़ गया है. बीते एक महीने में अलग-अलग एजेंसियों ने करीब 170 करोड़ रुपये की शराब, सोना, फ्रीबीज और नगदी पकड़ी है. निर्वाचन आयोग के अनुसार विधानसभा चुनाव के मद्देनजर प्रदेश में इस सप्ताह विभिन्न एनफोर्समेंट एजेंसियों ने रिकॉर्ड 58 करोड़ रूपए से ज्यादा का ड्रग्स, शराब, सोना, फ्रीबीज व नगदी पकड़ा है. वहीं, पिछले एक महीने में एजेंसियों ने 170 करोड़ रु की कीमत से ज्यादा के ड्रग्स, शऱाब, सोना, फ्रीबीज व नगदी पकड़ा था. राजस्थान के मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने बताया कि प्रदेश में अलग-अलग एजेंसियों की ओर से जारी रिपोर्ट में ये जानकारी सामने आई है. इसमें पिछले एक सप्ताह में 4.41 करोड़ रुपये नगद, लगभग 20 करोड़ रूपये के ड्रग्स, 5.59 करोड़ रूपये की शराब और 9.5 करोड़ रुपये की सोना-चांदी जब्त की गई है. जबकि 18.69 करोड़ रुपये फ्रीबीज के रूप में जब्त किए गए हैं.
गुप्ता ने बताया कि पिछले एक माह में 14 करोड़ रूपए से ज्यादा का कैश 64 करोड़ रुपए की मादक सामग्री और 17.40 करोड़ रू की शराब, सोना चांदी 32..5 करोड़ और फ्रीबीज 31 करोड़ रुपये से ज्यादा के हैं. यह कार्रवाई काम प्रदेश की पुलिस, एक्साइज, नारकोटिक्स विभाग एवं आयकर विभाग ने की है.
प्रदेश में आचार संहिता लगते ही निर्वाचन आयोग अधिकारियों की ट्रेनिंग करा रहा है. विधानसभा चुनावों को सफल बनाने के लिए 11 से 14 अक्टूबर तक जयपुर जिले में पीठासीन अधिकारियों एवं मतदान अधिकारी (प्रथम) की ट्रेनिंग की जा रही है. मतदान दलों को प्रशिक्षण देने के लिए जिला निर्वाचन अधिकारी प्रकाश राजपुरोहित की अध्यक्षता में प्रशिक्षकों का एक दिन का प्रशिक्षण शिविर एचसीएम रीपा स्थित मेहता सभागार में किया गया.
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इसमें विधानसभा स्तरीय प्रशिक्षकों और जिला स्तरीय प्रशिक्षकों को राज्य स्तरीय प्रशिक्षक मनीष कुमार गोयल ने प्रशिक्षण दिया एवं चुनाव प्रक्रिया से संबंधित बारीकियों से रूबरू करवाया. प्रशिक्षकों को संबोधित करते हुए जिला निर्वाचन अधिकारी प्रकाश राजपुरोहित ने कहा कि मतदान दलों को चुनावी प्रशिक्षण को बेहद गंभीरता, समर्पण एवं निष्ठा के साथ दिया जाए. इस राष्ट्रीय महत्व की जिम्मेदारी में किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी.
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प्रशिक्षण कार्यक्रम में पीठासीन अधिकारी एवं मतदान अधिकारियों को ईवीएम चलाना और मतदान के दौरान आने वाली विभिन्न प्रकार की चुनौतियों के समाधान के बारे में बताया गया. साथ ही चुनाव आयोग की ओर से पहली बार विधानसभा चुनाव में अनुपस्थित मतदाताओं के घर पर डाक से मतपत्र पहुंचाकर मतदान की सुविधा मुहैया करवाने संबंधी प्रक्रिया का प्रशिक्षण दिया गया. इसके अलावा अतिरिक्त जिला कलक्टर (तृतीय) अशोक कुमार शर्मा ने बताया कि प्रशिक्षण शिविर में चुनाव आयोग की ओर से जारी नए प्रपत्रों एवं निर्देशों की जानकारी भी दी गई.
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