Malai Ghaas: पशुपालक अपने पशुओं को हरे चारे में बरसीम खिलाते हैं, लेकिन अगर किसान अपने पशुओं को बरसीम की जगह पर मक्खन यानी मलाई ग्रास खिलाएं तो दूध उत्पादन 20-25 प्रतिशत तक बढ़ जाता है. बरसीम में कीट लगने की समस्या भी होती है, लेकिन मक्खन घास की खास बात होती है इसमें कोई कीट भी नहीं लगते हैं. इसकी बुवाई अक्टूबर से दिसंबर महीने में की जाती है. अगर इसे आपने अक्टूबर महीने में बुवाई की है तो 35-40 दिनों में पहली कटाई मिल जाती है. उसके दूसरी कटाई 20-25 दिनों में मिल जाती है, इस तरह मक्खन घास से पांच-छह कटाई मिल जाती है.
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