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आज भी विकास की राह देख रही है ये नदी, हर बार फेल होते हैं सरकार के वादे, देखें वीडियो

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चार मई वर्ष 1964 को भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पं.जवाहर लाल नेहरू ने नेपाल के राजा महेंद्र वीर विक्रम शाह की उपस्थिति में वाल्मीकि नगर बैराज का शिलान्यास किया गया. इसकी लम्बाई 747.37 मीटर और ऊँचाई 9.81 है। इस बैराज का आधा भाग नेपाल में है. गंडक नदी नेपाल और बिहार में बहने वाली एक नदी है. जिसे बड़ी गंडक या केवल गंडक भी कहा जाता है. इस नदी को नेपाल में सालग्रामी और मैदानी इलाकों में नारायणी और सप्तगण्डकी नाम से भी पुकारते हैं. गंडक नदी हिमालय से निकलकर दक्षिण-पश्चिम की ओर बहती हुई भारत में प्रवेश करती है. त्रिवेणी पर्वत के पहले इसमें एक सहायक नदी त्रिशूलगंगा मिलती है. 

bihar gandak river is waiting for development government promises fail every time