Advertisement
बिहार के ये किसान आज भी करते हैं महात्मा गांधी के उस दौर को याद, देखिए VIDEO

बिहार के ये किसान आज भी करते हैं महात्मा गांधी के उस दौर को याद, देखिए VIDEO

27 अप्रैल 1917 का दिन था. जब बापू राज कुमार शुक्ल के आग्रह पर पश्चिम चंपारण के भितिहरवा गांव में पहुंचे. भितिहरवा की दूरी नरकटियागंज से 16 किलोमीटर है. बेतिया से 54 किलोमीटर है. बापू यहां देवनंद सिंह, बीरबली जी के साथ पहुंचे. बताया जाता है कि बापू सबसे पहले पटना पहुंचे थे. जहां वे डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद के बंगले में रुके थे. वहां से आकर मोतिहारी में रुके. मोतिहारी से बेतिया आए. बेतिया के बाद उनका अगला प्रवास कुमार बाग में हुआ. कुमार बाग से हाथी पर बैठकर बापू श्रीरामपुर भितिहरवा पहुंचे थे.

bihar farmers remember mahatma gandhi legacy in farming watch video