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ऑफ सीजन में बढ़ सकता है चीनी का भाव, रिपोर्ट में सामने आई ये बड़ी बात

ऑफ सीजन में बढ़ सकता है चीनी का भाव, रिपोर्ट में सामने आई ये बड़ी बात

31 मार्च तक राज्यों में 2950 लाख टन गन्ने की पेराई की गई है, जबकि एक साल पहले इसी सीजन में 3050 लाख टन गन्ने की पेराई हुई थी. इस तरह अभी गन्ने की पेराई की मात्रा पिछले साल के मुकाबले कम है. हालांकि अभी पेराई सत्र चल रहा है, इसलिए लक्ष्य पाने की भी संभावना जताई जा रही है.

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चीनी का भाव बढ़ सकता है चीनी का भाव बढ़ सकता है

ऑफ सीजन में चीनी के भाव बढ़ सकते हैं. सेंट्रम ब्रोकिंग की रिपोर्ट में इस बात की जानकारी दी गई है. 'बिजनेसलाइन' ने इस रिपोर्ट का हवाला दिया है. रिपोर्ट कहती है कि अभी घरेलू बाजार में चीनी का भाव स्थिर चल रहा है. यूपी में चीनी का एक्स मिल भाव 37.5 रुपये तो महाराष्ट्र में 34 रुपये प्रति किलो है. रिपोर्ट कहती है कि अभी दाम स्थिर चल रहे हैं, लेकिन ऑफ सीजन में इसमें तेजी दर्ज की जा सकती है.

रिपोर्ट के मुताबिक, 31 मार्च तक राज्यों में 2950 लाख टन गन्ने की पेराई की गई है, जबकि एक साल पहले इसी सीजन में 3050 लाख टन गन्ने की पेराई हुई थी. इस तरह अभी गन्ने की पेराई की मात्रा पिछले साल के मुकाबले कम है. हालांकि अभी पेराई सत्र चल रहा है, इसलिए लक्ष्य पाने की भी संभावना जताई जा रही है.

बढ़ सकता है चीनी उत्पादन

एक अच्छी बात ये है कि गन्ने से चीनी की रिकवरी ठीक चल रही है. राष्ट्रीय स्तर पर एक साल में चीनी की रिकवरी में 10.5 परसेंट पर बनी हुई जो कि चीनी उत्पादन के लिए अच्छा संकेत है. रिकवरी अधिक होने से चीनी के उत्पादन में भी बढ़ोतरी देखी जाएगी. सेंट्रम ब्रोकिंग की रिपोर्ट में कहा गया है कि इस साल 320 लाख टन चीनी का उत्पादन होने की उम्मीद है. पिछले साल चीनी का उत्पादन 330 लाख टन से अधिक था.

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शुरू में चीनी उत्पादन के कम करने की संभावना जताई गई थी, लेकिन बाद में इसका अनुमान बढ़ाकर 320 लाख टन कर दिया गया. इस बढ़ोतरी में महाराष्ट्र का बड़ा रोल बताया जा रहा है क्योंकि वहां गन्ना और उससे चीनी रिकवरी की मात्रा बढ़ी है. इस बीच खबर आ रही है कि चीनी उत्पादन बढ़ने की सूरत में चीनी उद्योग संघ ने 10 लाख टन चीनी निर्यात करने की मांग की है.

निर्यात बढ़ाने की मांग

नेशनल फेडरेशन ऑफ कोऑपरेटिव शुगर फैक्ट्रीज लिमिटेड यानी कि NFCSF के आंकड़े बताते हैं कि 31 मार्च 2024 तक देश में 2950 लाख टन से अधिक गन्ने की पेराई हुई है और 300 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ है. यह आंकड़ा 31 मार्च तक है. एक रिपोर्ट के मुताबिक, देश में कुल 535 चीनी मिलों ने इस बार पेराई सत्र में हिस्सा लिया जिनमें से अभी तक 326 मिलें बंद हो चुकी हैं. चीनी उत्पादन में एक नंबर पर महाराष्ट्र तो दूसरे नंबर पर यूपी है. उत्पादन में वृद्धि को देखते हुए चीनी मिल संघ ने सरकार से 10 लाख टन चीनी निर्यात की अनुमति मांगी है.

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