शुगर यानी डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है जिसमें सबसे पहले मीठा और मीठी चीजों के सेवन से परहेज करने को कहा जाता है. इस वक्त तीन प्रमुख फलों, तरबूज, आम और लीची का मौसम है. तीनों फल बाजार में बिकने के लिए आ रहे हैं. ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि क्या क्या डायबिटीज के मरीजों को तरबूज खाना चाहिए? आखिर इसे लेकर एक्सपर्ट क्या कह रहे हैं. आकाश हेल्थकेयर में डायटेटिक्स की प्रमुख गिन्नी कालरा ने इसका जवाब दिया है. दरअसल, ऐसा माना जाता है कि जिस भी चीज का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है उसको शुगर के मरीज खा सकते हैं और जिसका अधिक होता है उससे परहेज करना चाहिए.
कालरा के अनुसार तरबूज गर्मियों में खाया जाने वाला सबसे बेहतरीन फल है. यह रसीला होता है और इसके सेवन से पानी की कमी नहीं होती है. इसके पोषक तत्वों की बात करें तो इसमें फाइबर और कई तरह के विटामिन के साथ ही लाइकोपीन नाम का एंटीऑक्सीडेंट भी होता है, लेकिन तरबूज का ग्लाइसेमिक इंडेक्स हाई यानी 70 से 72 के बीच होता है जो कि डायबिटीज मरीजों के लिए उचित नहीं माना जाता है.
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शुगर एक लाइफस्टाइल से जुड़ी एक गंभीर बीमारी है जिसका कोई इलाज नहीं है. अगर आप वक्त पर डायबिटीज को कंट्रोल नहीं करते हैं तो इससे आप कई और भी गंभीर बीमारियों की चपेट में आ सकते हैं. इसे कंट्रोल करने का एकमात्र तरीका है सही लाइफस्टाइल और सही खान-पान. अक्सर डायबिटीज के मरीजों को मीठा खाने की मनाही होती है. एक्सपर्ट के अनुसार किसी भी फूड का ग्लाइसेमिक इंडेक्स यह तय करता है कि खाना आपके शरीर में ब्लड शुगर लेवल को कितनी जल्दी प्रभावित करेगा.
खाने के ग्लाइसेमिक इंडेक्स को जीरो से 100 के बीच मापते हैं. जितना ज्यादा ग्लिसमिक इंडेक्स होगा खाना उतना जल्दी शुगर लेवल को बढ़ाएगा. इस इंडेक्स के हिसाब से देखें तो तरबूज डायबिटीज के मरीजों के लिए ठीक नहीं है. हालांकि, तरबूज में फाइबर और पानी की मात्रा ज्यादा होती है. इस वजह से इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स का लोड काफी कम हो जाता है.
इसलिए कुछ लोग बताते हैं कि डायबिटीज के मरीज तरबूज का सेवन सीमित मात्रा में कर सकते हैं. हालांकि, जरूरत से ज्यादा इसका सेवन करने से ब्लड शुगर बढ़ सकता है. क्योंकि इसमें नेचुरल शुगर भी पाया जाता है. डायबिटीज के मरीज को एक बार में कितना तरबूज खाना चाहिए. इसके जवाब में अलग-अलग एक्सपर्ट बताते हैं कि यह 100 से 150 ग्राम तक हो सकता है.
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