पंजाब में फरीदकोट सरकारी बरजिंदरा कॉलेज में करीब 4 दशक से चल रहे बीएससी एग्रीकल्चर कोर्स को पूरी तरह से बंद करने का विरोध अब बढ़ता जा रहा है. सरकारी स्तर पर इस कोर्स को दोबारा शुरू करने की मांग को लेकर लंबे समय से संघर्ष कर रहे पीएसयू के छात्रों के समर्थन में संयुक्त किसान मोर्चा के किसान संगठन भी आ गए हैं. बुधवार को पीएसयू के आह्वान पर SKM मोर्चा, पीएसयू और नौजवान भारत सभा की ओर से सरकारी बरजिंदरा कॉलेज में बीएससी कृषि शिक्षा को फिर से शुरू करने की मांग में एक विशाल मार्च निकाला गया. उसके बाद हलका विधायक फरीदकोट गुरदित सिंह सेखों के घर को घेर लिया गया और घर के बाहर विरोध प्रदर्शन किया गया. विरोध करने वाले लोगों ने मांग की है कि बीएससी कृषि शिक्षा को सरकारी मान्यता दी जाए और सारा खर्च सरकार उठाए.
इस मौके पर बातचीत करते हुए किसान संगठन SKM के नेता राजिंदर सिंह ने कहा कि स्वास्थ्य और शिक्षा के नाम पर सत्ता में आई आम आदमी पार्टी अब पंजाब के युवाओं से शिक्षा का अधिकार छीन रही है. गरीब परिवारों को शिक्षा से वंचित किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि इस कॉलेज में करीब 40 साल पहले से बीएससी एग्रीकल्चर की पढ़ाई हो रही है. कॉलेज के पास बीएससी कृषि विभाग के स्वामित्व वाली 15 एकड़ कृषि भूमि भी है. लेकिन अब इसे यहां से बंद कर दिया गया है.
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उन्होंने कहा कि पहले जब पंजाब में कांग्रेस पार्टी की सरकार थी, उस समय गुरदित सिंह सेखों ने भी यहां बीएससी एग्रीकल्चर की पढ़ाई जारी रखने को लेकर भूख हड़ताल की थी. अब सरकार आम आदमी की है और गुरदित सिंह सेखों विधायक हैं, लेकिन यहां बीएससी एग्रीकल्चर की पढ़ाई बंद कर दी गई है. इससे साफ है कि पंजाब सरकार लोगों से शिक्षा का अधिकार छीनना चाहती है.
एसकेएम नेता राजिंदर कौर ने कहा कि फरीदकोट का सरकारी बरजिंदरा कॉलेज पंजाब का एकमात्र सरकारी क्षेत्र का कॉलेज था जहां बहुत कम फीस खर्च करके बीएससी एग्रीकल्चर की पढ़ाई की जा सकती थी. लेकिन अब सरकार ने इसे शेल्फ फाइनेंस स्कीम के तहत ला दिया है. यानी पढ़ाई में सरकार की ओर से कोई मदद नहीं मिलेगी. कॉलेज अपने स्तर पर ही खर्च उठाएगा और पढ़ाई जारी रखेगा. इससे कॉलेज पहले से कई गुना अधिक फीस वसूलेगा, जिससे कृषि की शिक्षा बच्चों की पहुंच से दूर हो जाएगी. उन्होंने कहा कि पंजाब एक कृषि प्रधान राज्य है और अगर बच्चों को खेती की शिक्षा देना बंद कर दिया गया तो इससे बड़ा नुकसान होगा.
कौर ने कहा कि इसी वजह से आज उन लोगों ने हलका विधायक के घर का घेराव किया है. उन्होंने कहा कि अगर सरकार ने जल्द ही इस मुद्दे पर ध्यान नहीं दिया तो आने वाले चुनाव में सरकार को गंभीर परिणाम भुगतने होंगे. किसानों ने कहा के अब यह मुद्दा किसानों के मुद्दे से जुड़ गया है और चंडीगढ़ में किसानों की बाकी मांगों के साथ अब यह मांग भी रखी जाएगी.
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इस मामले की जानकारी देते हुए पीएसयू के छात्र हरवीर कौर ने कहा कि गुरदित सिंह सेखों पहले भी उनके साथ मिलकर यह संघर्ष करते रहे हैं और अब जब वह सत्ता में आ गए हैं तो छात्रों के इस मुद्दे पर कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि वह करीब एक माह पहले विधायक गुरदित सिंह सेखों से मिले थे और उस समय उन्होंने आश्वासन दिया था कि वह दो-चार दिन के अंदर इस समस्या का समाधान कर देंगे. लेकिन आज एक माह से अधिक समय बीत जाने के बाद भी कोई समाधान नहीं हुआ है.
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