Rose Farming: इस खाद से चमक उठेंगे गुलाब के फूल, कीड़ों का भी नहीं होगा अटैक 

Rose Farming: इस खाद से चमक उठेंगे गुलाब के फूल, कीड़ों का भी नहीं होगा अटैक 

अच्छी गुणवत्ता वाले फूलों के डंठल और अधिक उपज के लिए बड़ी मात्रा में पोषण की आवश्यकता होती है. उचित मात्रा में पोषण के लिए मिट्टी की समय-समय पर जांच करानी चाहिए. इसके पौधों की अच्छी वृद्धि और विकास के लिए नाइट्रोजन का बहुत महत्वपूर्ण योगदान होता है.

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Rose Farming: इस खाद से चमक उठेंगे गुलाब के फूल, कीड़ों का भी नहीं होगा अटैक गुलाब के फूलों में करें इस खाद का इस्तेमाल

घर के बगीचे या बालकनी में अगर गुलाब का पौधा हो तो घर और मन दोनों में रौनक बनी रहती है. गुलाब लोगों को अपनी ओर आकर्षित करने का कोई मौका नहीं छोड़ती. वहीं लोग भी खुद को इसकी ओर आने से रोक नहीं पाते हैं. यही कारण है कि फूलों में गुलाब को सबसे अधिक पसंद किया जाता है. जब भी हम किसी को फूल देने की सोचते हैं तो गुलाब का खयाल सबसे पहले मन में आता है. वहीं गुलाब न सिर्फ चेहरे पर चमक लाता है बल्कि जीने की राह भी बताता है. घाटे से जूझ रहे किसानों को गुलाब भारी मुनाफा देकर चेहरे पर मुस्कान बिखेर रहा है.

किसान पारंपरिक खेती की तुलना में गुलाब की खेती से कहीं अधिक मुनाफा कमा रहे हैं. फूलों की बढ़ती मांग और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली में बड़ा फूल बाजार उपलब्ध होने के कारण इनकी बिक्री में कोई दिक्कत नहीं आती है. जैसे आम फलों का राजा है और गुलाब फूलों का राजा कहा जाता है. ऐसे में अगर गुलाब की खेती से अधिक मुनाफा कमाना है तो आप गुलाब के फूलों में इस खाद का इस्तेमाल कर सकते हैं. इससे फूलों पर कीटों का भी खतरा नहीं रहेगा. 

गुलाब के पौधों में नाइट्रोजन की जरूरत

अच्छी गुणवत्ता वाले फूलों के डंठल और अधिक उपज के लिए बड़ी मात्रा में पोषण की आवश्यकता होती है. उचित मात्रा में पोषण के लिए मिट्टी की समय-समय पर जांच करानी चाहिए. इसके पौधों की अच्छी वृद्धि और विकास के लिए नाइट्रोजन का बहुत महत्वपूर्ण योगदान होता है. जब पौधों में नाइट्रोजन की कमी हो जाती है तो इसकी पत्तियाँ हल्की हरी हो जाती हैं. गुलाब के पौधे नाइट्रोजन को नाइट्रेट के रूप में लेते हैं. फास्फोरस पौधों की जड़ों की वृद्धि और विकास के लिए एक बहुत ही महत्वपूर्ण पोषक तत्व है. गुलाब के पौधों को फास्फोरस सुपर फास्फेट या कैल्शियम फास्फेट के माध्यम से देना चाहिए.

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गुलाब के डंठलों को मजबूत बनाता है पोटाश 

पोटाश गुलाब के फूलों के डंठलों को सख्त करने, फूलों की गुणवत्ता बढ़ाने और फफूंद जनित रोग पाउडर फफूंदी के प्रति प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए बहुत उपयोगी है. गुलाब के पौधों के लिए मैग्नीशियम, मैंगनीज, बोरान, सल्फर जैसे महत्वपूर्ण पोषक तत्व आवश्यक हैं. इसके पौधों की वृद्धि और अधिक मात्रा में गुणवत्तापूर्ण फूलों के उत्पादन के लिए पोषक तत्वों को प्रतिदिन ड्रिप सिंचाई के पानी के साथ देना चाहिए. पोषक तत्वों की पूरी मात्रा फूल उत्पादन के दौरान दी जानी चाहिए और पूर्ण पोषक तत्वों की आधी मात्रा तब दी जानी चाहिए जब पौधे में फूल नहीं आ रहे हों. 

गुलाब के पौधों में पोषक तत्वों की जरूरत

गुलाब के पौधों को दिन में 2 से 3 बार सिंचाई के पानी के साथ खाद देनी चाहिए. ऐसा देखा गया है कि बड़ी मात्रा में रासायनिक उर्वरकों का उपयोग करने से मिट्टी का pH और EC मान बढ़ जाता है. इसे कम करने के लिए सिंचाई के पानी के साथ एसिड का प्रयोग करना चाहिए. आमतौर पर गुलाब के पौधों के लिए नाइट्रोजन, फास्फोरस और पोटाश प्रत्येक का 200 पीपीएम का घोल अधिक फायदेमंद पाया गया है. पौधों पर 15 दिन के अंतराल पर सूक्ष्म पोषक तत्वों का छिड़काव भी करना चाहिए. मिट्टी का पीएच मान बढ़ने पर गुलाब की क्यारियों में वर्मीकम्पोस्ट का उपयोग किया जा सकता है. इससे मिट्टी का पीएच मान कम हो जाता है.

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