आजकल फसलों में बहुत अधिक कीटनाशकों या रासायनिक उर्वरकों का उपयोग किया जा रहा है. इसका सीधा असर स्वास्थ्य पर भी दिख रहा है, लेकिन अब लोग भी इसके प्रति जागरूक हो रहे हैं. कुछ किसान पूर्णतः जैविक और प्राकृतिक खेती की ओर भी अपना रुझान बढ़ा रहे हैं. अगर आप भी जैविक और प्राकृतिक खेती करना चाहते हैं तो अग्नि अस्त्र आपके लिए वरदान साबित हो सकता है. आखिर कैसे बनता है यह अग्नि शस्त्र, क्या होता है इसका उपयोग, कैसे होता है इसका उपयोग.
कृषि वैज्ञानिक के अनुसार आग्नेयास्त्र प्राकृतिक और जैविक खेती में उपयोग होने वाला कीटनाशक है. इसका निर्माण हमारे आस-पास उपलब्ध प्राकृतिक चीजों से किया जा सकता है. इसे सभी प्राकृतिक चीजों का उपयोग करके कम लागत में बनाया जा सकता है, जो किसान प्राकृतिक या जैविक खेती पसंद करते हैं उनके लिए यह अग्नि शस्त्र किसी ब्रह्मास्त्र से कम नहीं है.
ये भी पढ़ें: गुलाब के फूलों की संख्या बढ़ाने के लिए जरूरी हैं ये तीन खाद, बीमारियों से भी मिलेगा छुटकारा
कृषि वैज्ञानिकों के अनुसार अग्नि शस्त्र का प्रयोग सभी प्रकार की फसलों पर किया जा सकता है जिनमें फली में छेद करने वाले या फली को कुतरकर खाने वाले या पत्ती में छेद करने वाले या तना छेदक या तना छेदने वाले कीट होने वाले कीट होते हैं. उन सभी कीटों को नियंत्रित करने के लिए आग्नेयास्त्रों का उपयोग किया जा सकता है. इतना ही नहीं इस खाद का इस्तेमाल झल्लियों को खतम करने के लिए भी किया जाता है. इसका उपयोग हम खेतों में जो सब्जियों की खेती करते हैं, जैसे बैंगन के पौधे में करते हैं, आपने देखा होगा कि जब आप उसके अगले हिस्से को तोड़ते हैं तो उसमें इल्लियां होती हैं जो भूरे रंग के अंडे देती हैं. वे उसमें पाए जाते हैं जो पौधे का वानस्पतिक भाग होता है. ऊपर वाला उसे सुखा देता है. ऐसे लक्षण दिखने वाले सभी रोगों पर अग्नि शस्त्र का छिड़काव करके कम लागत में अधिक उत्पादन प्राप्त किया जा सकता है.
Copyright©2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today