हरियाणा के करनाल में इजराइल के सहयोग से एक बेहतर किस्म के सब्जी बीज केंद्र की स्थापना की गई है. हरियाणा उद्यानिकी विभाग, इंडो-इजरायल एग्रीकल्चर प्रोजेक्ट के तहत 'सेंटर ऑफ एक्सीलेंस फॉर वेजीटेबल्स' का चला रहा है. किसानों का कहना है कि वहां से मिलने वाले बढ़िया क्वालिटी के बीजों से उन्हें बहुत लाभ मिल रहा है. आस-पास के किसान भी यहां बीज खरीदने आते हैं. यहां से लिए गए बीजों से बेहतर पैदावार हासिल हो रही है.
बताया गया कि वह कई सालों से किसान यहां से सब्जियां के बीज ले जा रहे हैं. सब्जियों के बीज अच्छी क्वालिटी के हैं. उन्हें उगाने के अलावा कभी-कभी अपग्रेड भी किया जाता हैं. बीज केंद्र के कर्मचारी ने बताया कि कई सालों से वह यहां कार्यरत है. भारत और इजराइल ने मिलकर जो केंद्र स्थापित किया गया है, इससे लोगों को सब्जियों की अच्छी वैरायटी मिल रही है.
केंद्र से नियमित बीज खरीदने वाले किसानों के अनुसार, उन्हें अच्छी गुणवत्ता वाले बीजों से बेहतर लाभ मिल रहा है. किसानों ने बताया कि अच्छी किस्म मिलने से उत्पादन और उपज की क्वालिटी बढ़ी है,जिससे बाजार में अच्छा दाम मिलने से बढ़िया मुनाफा हो रहा है. केंद्र पहुंचे एक किसान ने कहा कि उसने अपने घर के लिए करेला, बैगन, तोरई की पौध ली थी, जिससे उन्हें अच्छा फायदा हुआ. केंद्र में कई तरह की सब्जियों जैसे खीरा, बैगन, मिर्च और शिमला मिर्च के पौधे उपलब्ध रहते हैं.
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इन बीजों से प्राकृतिक रूप से एयर-टाइट पॉलीहाउस में पौधे तैयार किए जाते हैं. उच्च गुणवत्ता वाले बीजों के अलावा, किसानों को राज्य सरकार की कुछ योजनाओं लाभ भी मिलता है. बीज केंद्र के एक कर्मचारी ने बताया कि वे यहां पौधों की देखभाल करते हैं. यहां आस-पास के गांवों समेत पूरे राज्य से लोग बीज-पौधे लेने आते हैं. उन्हें सरकारी योजनाओं का लाभ भी मिलता है.
कई किसान पौधे ऑर्डर पर तैयार कराते हैं, जिनके लिए पौधे यहीं तैयार किए जाते हैं। किसानों को हरियाणा सरकार की योजनाओं से पूरी मदद मिलती है. यह केंद्र 24 एकड़ में फैला हुआ है. इसे करीब 6 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया है. इसका उद्देश्य नई तकनीक से बेहतर गुणवत्ता वाले बीज तैयार करना और किसानों को बेहतर खेती की जानकारी देना है.
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