आजादी से पहले देश में किसान जैविक विधि से खेती करते थे. खाद के रूप में गोबर का इस्तेमाल किया जाता था. लेकिन वैज्ञानिक तकनीक आने से खेती में बदलाव हुआ. गोबर की जगह रासायनिक खादों ने ले ली. इससे खेती में लागत बढ़ गई. हालांकि, खाद की वजह से मिट्टी की उर्वरा शक्ति भी कमजोर हो गई है. ऐसे में किसानों को हर समस्या के लिए खेती में केमिकल का ही इस्तेमाल करना पड़ रहा है. यहां तक कि किसान कीट-पतंगों से निजात पाने के लिए रासायनिक कीटनाशकों का इस्तेमाल कर रहे हैं. इससे फसल की गुवत्ता प्रभावित हुई है. साथ ही पेस्टसाइड अनाज खाने से लोग तरह-तरह के रोगों से ग्रसित हो रहे हैं. लेकिन आज हम किसानों को कीट-पतंग और इल्लियों से फसल को बचाने के लिए एक ऐसा देसी उपाए बताएंगे, जिसे घर पर भी तैयार किया जा सकता है. इसमें खर्च भी न के बराबर है.
एक्सपर्ट की माने तो किसान कीट-पतंगों से फसल को बचाने के लिए ब्रह्मास्त्र बहुत ही कारगर दवा है. किसान इसे अपने घर पर ही तैयार कर सकते हैं. इस ब्रह्मास्त्र का उपयोग बड़े आकार के कीट, पतंग और झल्लियों को नियंत्रित करने के लिए खेत में किया जा सकता है. इसे बनाने के लिए 3 किलो नीम की पत्तियां, 2 किलो करंज, सीताफल एवं धतूरे की बारिक पत्तियों ले लें. इसके बाद देसी गाय के 10 लीटर मूत्र में मिलाकर इन पत्तियों को 25 मिनट तक आग पर उबालें. फिर मिश्रण को 84 घंटे तक ठंडा होने दे. इसके बाद मिश्रण को कपड़ा से छान लें.
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अगर आपके खेत में कीट-पतंग बढ़ गए हैं, तो 250 लीटर पानी में 5 से 6 लीटर ब्रह्मास्त्र का मिश्रण मिला दें. इसके बाद आप स्प्रे मशीन से इस मिश्रण को एक हेक्टेयर में छिड़काव कर सकते हैं. इससे कीट-पतंकों का नियंत्रण होगा और फसलों की पैदावार बढ़ जाएगी. खास बात ये है कि ब्रह्मास्त्र को तैयार करने में एक रुपये की लागत नहीं आएगी. आप अपने गांव के बगीचे से इन पत्तियों को तोड़ सकते हैं.
इस तरह किसान घर पर कीटों के ऊपर नियंत्रित करने के लिए दशपर्णी अर्क भी तैयार कर सकते हैं. इस काढ़े के बनाने के लिए नीम की 5 किलो पत्तियां, करंज, सीताफल, धतूरा, बेल, कनेर, गुडवेल, अरंडी, पपीता, मदार, कनेर, तुलसी, तंबाकू, गेंदा, बबूल, बेर, हल्दी, अदरक, गुड़हल, गिलोय एवं आम की 2 किलो पत्तियां ले लें. इसके बाद 10 लीटर गाय के मूत्र, 10 किलो गोबर, 500 ग्राम हल्दी पाउडर, 500 ग्राम लहसुन का पेस्ट, 500 ग्राम अदरक का पेस्ट, 1 किलो ग्राम तंबाकू के पत्ते का पाउडर, 1 किलो मिर्च का पेस्ट ले लें. फिस इन सभी सामग्रियों का मिश्रण बना लें. फिर इस मिश्रण को 200 लीटर पानी में मिलाकर 30 से 40 दिनों के लिए सड़ने दें. इसके बाद आप इसे सूती कपड़े से छान लें और घोल को 6 महीने तक कीटनाशक के रूप में इस्तेमाल कर सकते हैं.
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