देश में खेती-किसानी के अलावा किसानों के लिए पशुपालन कमाई का एक बहुत बड़ा जरिया है. पशुपालन में पशुपालकों की कुल लागत का लगभग 70 से 75 प्रतिशत से अधिक खर्च सिर्फ हरा चारा और पौष्टिक आहार खिलाने पर होता है. देश के किसान अपने ज्ञान के अनुसार पशुओं के खाने-पीने की चीजों में चोकर, खली, चुनी, अनाज के दाने आदि मिलाकर खिलाते हैं. इसी के साथ, मौसम के हिसाब पशुओं को लोबिया चारा खिलाना चाहिए. ऐसा माना जाता है कि पशुओं को दिए जाने वाले लोबिया में पोषक तत्वों की मात्रा अधिक होती है. लोबिया एक तेज बढ़ने वाली दलहनी चारा है. ऐसे में अलग आप भी पशुओं को खिलाने के लिए लोबिया की खेती करना चाहते हैं तो नीचे दी गई जानकारी की सहायता से ऑनलाइन अपने घर पर मंगवा सकते हैं.
राष्ट्रीय बीज निगम (National Seeds Corporation) पशुपालकों की सुविधा के लिए ऑनलाइन लोबिया का पोषक तत्वों से भरपूर TNFC-09-26 किस्म के बीज बेच रहा है. इस को आप ऑनलाइन स्टोर से खरीद सकते हैं. यहां किसानों को कई अन्य प्रकार की फसलों के बीज और पौधे भी आसानी से मिल जाएंगे. किसान इसे ऑनलाइन ऑर्डर करके अपने घर पर डिलीवरी करवा सकते हैं.
चारा लोबिया (किस्म: TNFC-09-26) के बीज NSC के ऑनलाइन स्टोर से ऑर्डर करें और अपने पशुधन के लिए स्वास्थ्यवर्धक शुद्ध चारा उगायें|🐄
— National Seeds Corp. (@NSCLIMITED) November 24, 2024
ऑर्डर करें@ https://t.co/eJqZKy5kNs 5 किग्रा पैक @ 675/- रू.#NationalSeedsCorpLtd #FarmSona @AgriGoI @ChouhanShivraj @mpbhagirathbjp @mkaurdwivedi pic.twitter.com/JnMcm2k0mM
लोबिया की TNFC-09-26 किस्म उच्च पोषण मूल्य वाला बहुत अच्छा चारा है. इस किस्म की खेती करने पर मात्र 45 से 50 दिनों के भीतर चारा कटाई के लिए तैयार हो जाता है. ये किस्म पशुओं के लिए अधिक स्वादिष्ट और पोष्टिक है. इस किस्म की खेती उन क्षेत्रों के लिए उपयुक्त मानी जाती है जिन क्षेत्रों में सिंचाई की व्यवस्था होती है.
अगर आप भी अपने पशुओं के लिए लोबिया की खेती करना चाहते हैं और बीज खरीदना चाहते हैं तो 5 किलो का बैग फिलहाल 25 फीसदी की छूट के साथ 675 रुपये में राष्ट्रीय बीज निगम की वेबसाइट पर मिल जाएगा. इसे खरीद कर आप आसानी से अपने पशुओं को संतुलित आहार वाला लोबिया का चारा खिला सकते हैं.
लोबिया सामान्य तौर पर हल्की और अच्छे जल निकास वाली मिट्टी में बेहतर उपज देती है. खेत को तैयार करने के लिए हैरो या कल्टीवेटर से दो बार जुताई करने से अंकुरण जल्दी और अच्छा होता है. वहीं, लोबिया चारे की फसल की बुआई 25 से 30 सेंटीमीटर की दूरी पर पंक्तियों में सीडड्रिल से करनी चाहिए. दलहनी फसल होने के कारण यह वातावरण के नाइट्रोजन से अपनी नाइट्रोजन की जरूरत को पूरा कर लेती है.
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