देश की बड़ी आबादी खेती-किसानी पर निर्भर रहती है. ऐसे में किसान परंपरागत खेती से हटकर अन्य फसलों की खेती से अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं. इन्हीं में से एक है बांस की खेती. बांस की मांग दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है. इसलिए, इसे 'ग्रीन गोल्ड' यानी हरा सोना कहा जाता है. इसकी खेती से किसान अच्छी कमाई कर सकते हैं. ऐसे में अगर आप भी बांस की बागवानी करना चाहते हैं तो आप इसके पौधे सस्ते में ऑनलाइन ऑर्डर करके मंगवा सकते हैं. आइए जानते हैं कैसे?
राष्ट्रीय बीज निगम (National Seeds Corporation) किसानों की सुविधा के लिए ऑनलाइन बांस के पौधे बेच रहा है. इस पौधे को आप एनएससी के ऑनलाइन स्टोर से खरीद सकते हैं. यहां किसानों को कई अन्य प्रकार की फसलों के बीज और पौधे आसानी से मिल जाते हैं. किसान इसे ऑनलाइन ऑर्डर करके अपने घर पर डिलीवरी करवा सकते हैं.
गोल्डन बांस के पौधे अब NSC स्टोर पर ऑनलाइन ऑर्डर करें और घर बैठे मंगवाएं|
— National Seeds Corp. (@NSCLIMITED) November 22, 2024
ऑर्डर करने के लिए https://t.co/mZHSPphvT3 पर क्लिक करें या QR कोड स्कैन करें| #NationalSeedsCorpLtd #FarmSona @AgriGoI @ChouhanShivraj @mpbhagirathbjp @mkaurdwivedi pic.twitter.com/Qx9L066zCf
बांस ने देखते ही देखते भर में प्लास्टिक के चम्मच-कांटे और स्टिक का जगह ले लिया है. इससे अच्छी बात ये है कि प्रदूषण फैलाने वाले प्लास्टिक के आइटम से काफी हद तक छुटकारा मिल जाएगा. दरअसल अब बाजारों में बांस के बने चम्मच-कांटे और स्टिक आ रहे हैं. इतना ही नहीं जिस अगरबत्ती के कारोबार में लकड़ी की बनी स्टिक का इस्तेमाल किया जाता था, वहां भी अब बांस की स्टिक अगरबत्ती में लगाई जा रही हैं. मोसो बांस अगरबत्ती के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है. इसकी एक बड़ी खासियत ये भी है कि यह जलने पर कम कार्बन मोनो ऑक्साइड छोड़ता है.
अगर आप भी बांस की बागवानी करना चाहते हैं तो इसके पौधे उपलब्ध हैं. आपको इसका पौधा फिलहाल 28 फीसदी की छूट के साथ 516 रुपये में राष्ट्रीय बीज निगम की वेबसाइट पर मिल जाएगा. इसे खरीद कर आप आसानी से बांस की खेती कर सकते हैं.
बांस की खेती के लिए बलुई-दोमट मिट्टी से लेकर चीकनी, चट्टानी और दलदली मिट्टी अच्छी होती है. लेकिन बांस की व्यावसायिक तौर पर खेती के लिए, शुरुआत में काफी ध्यान देना पड़ता है. खेत की जुताई, पाटा लगाना, समतल करने से लेकर, वानस्पतिक विधियों से आप बांस की रोपाई कर सकते हैं. ज्यादातर 01 साल पुराने कंद और कंद की रोपाई करनी चाहिए.
बांस के तैयार खेत में 60 बाई 60 सेमी का गड्ढा खोदकर, उसमें दानेदार कीटनाशक, वर्मी कंपोस्ट को मिक्स करके गड्ढे में डालें. फिर उसमें पौधे की रोपाई कर दें. बता दें कि एक एकड़ में लगभग 250 पौधे लगते हैं. कुछ मुरझाकर सूख भी जाते हैं, इसलिए आपको पौधों को दूरी पर लगाना चाहिए.
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