
महाराष्ट्र में प्रतिबंधित एचटीबीटी कपास बीजों की अवैध आपूर्ति पर पुलिस और कृषि विभाग ने बीते तीन दिनों में एक के बाद एक तीन बड़ी कार्रवाई कर करीब 54 लाख रुपये मूल्य के बीज जब्त किए हैं. ये कार्रवाई अकोला जिले के मूर्तिजापुर और अमरावती जिले के शहर और दर्यापुर तालुका में की गई. सभी मामलों में अलग-अलग तस्करी के नेटवर्क, परिवहन के तरीके और छिपाने की तकनीकें सामने आई हैं.
30 मई को अकोला जिले के मूर्तिजापुर तालुका में पुलिस और कृषि विभाग की टीम ने संयुक्त कार्रवाई कर 9 क्विंटल प्रतिबंधित एचटीबीटी बीज जब्त किए. ये बीज एक ट्रैवल्स वाहन से सोनोरी से मूर्तिजापुर सर्विस रोड पर एक होटल के पास उतारे जा रहे थे.
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पुलिस को पेट्रोलिंग के दौरान संदिग्ध गतिविधि दिखाई दी. जांच में 50 किलो के 17 बोरे पाए गए, जिनकी कुल कीमत करीब 16 लाख रुपये आंकी गई. वाहन चालक के अनुसार, उसे यह माल काली वैगनआर कार में आए दो अज्ञात व्यक्तियों ने दूसरे वाहन में शिफ्ट करने के लिए कहा था, लेकिन जैसे ही कार्रवाई शुरू हुई, वे फरार हो गए. घटनास्थल से एमएच-20-एटी-8048 नंबर की एक चारपहिया वाहन भी जब्त की गई. बीजों के नमूने नागपुर स्थित प्रयोगशाला में भेजे गए हैं.
2 जून, रविवार को अमरावती कृषि विभाग की टीम ने अहमदाबाद से आ रही एक निजी ट्रैवल्स बस को रोक कर तलाशी ली. बस की डिक्की से करीब 25 लाख रुपये कीमत के प्रतिबंधित बीज की 25 बोरियां मिलीं, जिनमें करीब 2,500 पैकेट थे. प्राथमिक जांच से पता चला है कि गुजरात से बीज की खेप बार-बार भेजी जा रही थी. अब विभाग पूरे नेटवर्क की जांच में जुटा है. कृषि विभाग ने किसानों को चेताया है कि वे इन अवैध बीजों के झांसे में न आएं और केवल प्रमाणित लाइसेंसी विक्रेताओं से ही बीज खरीदें.
3 जून को अमरावती जिले के दर्यापुर तालुका स्थित पिंपलोद गांव में कृषि विभाग की भरारी पथक ने प्रशांत रामदास नवलकार के घर और गोदाम पर छापा मारा. छापेमारी में 1500 प्रतिबंधित एचटीबीटी बीज पैकेट मिले, जिनकी बाजार कीमत करीब 13 लाख रुपये बताई गई है. येवदा पुलिस स्टेशन में इस संबंध में मामला दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. विभाग सप्लाई चैन की जांच कर रहा है कि ये बीज कहां से लाए गए थे और किसे बेचे जाने थे.
राज्य सरकार ने एचटीबीटी बीजों की बिक्री और उपयोग पर पूरी तरह से कानूनी प्रतिबंध लगाया है. इसके बावजूद कुछ व्यापारी इन्हें चोरी-छिपे बेच रहे हैं. इन बीजों के दुष्परिणाम कुछ इस प्रकार हैं-
तुषार जाधव, जिला कृषि विकास अधिकारी, अकोला ने कहा, "किसानों को सलाह है कि वे केवल प्रमाणित और लाइसेंसशुदा बीज ही खरीदें. प्रतिबंधित बीजों की खरीद और बिक्री एक आपराधिक कृत्य है."
राहुल सातपुते, कृषि अधिकारी, अमरावती ने कहा, "गुजरात से अमरावती जिले में लगातार प्रतिबंधित बीज लाने की जानकारी हमें मिल रही है. ऐसे प्रत्येक मामले में हम कार्रवाई कर रहे हैं. किसानों से अपील है कि वे ऐसे बीजों से बचें."
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अकोला और अमरावती जिले में लगातार तीन दिन की छापेमारी में यह साफ हुआ कि प्रतिबंधित बीजों का तस्करी नेटवर्क सक्रिय है. मगर प्रशासन की सतर्कता और कार्रवाई से उस पर गंभीर चोट की गई है भविष्य में ऐसे मामलों पर और सख्ती की आवश्यकता है ताकि किसान किसी भी तरह की धोखाधड़ी से बच सकें.
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