जलकुंभी को उत्तर प्रदेश में यूं ही एक समस्या के रूप में किसानों के द्वारा जाना जाता है लेकिन अब वैज्ञानिकों ने इस जलकुंभी का भी इलाज ढूंढ लिया है.देखने में तालाबों और नदियों में यह एक समस्या की तरह दिखती है जिसको हर साल सरकार हटाने के लिए करोड़ों रुपए भी खर्च करती है लेकिन उसर भूमि सुधार के लिए जलकुंभी बहुत उपयोगी है . उत्तर प्रदेश कि केंद्रीय मृदा लवणता अनुसंधान संस्थान के निदेशक डॉ संजय अरोड़ा ने बताया कि जलकुंभी के द्वारा उसर भूमि का इलाज किया जा सकता है. जलकुंभी से जमीन में कार्बन की मात्रा बढ़ती है. वही मिट्टी की लवणता में कमी आती है. इसलिए किसान उसर भूमि की पहचान करके जलकुंभी के माध्यम से अपनी जमीन को उपजाऊ बना सकते हैं.
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