CSIR Prima ET 11 है मेड इन इंडिया इलेक्ट्रिक ट्रैक्टर, जानिए इसमें किसानों के लिए क्या है खास?
ऑटो सेक्टर की तरह अब एग्रीकल्चर सेक्टर में भी इलेक्ट्रिक इक्विपमेंट लॉन्च हो रहे हैं. खेती में सबसे ज्यादा इस्तेमाल ट्रैक्टर का होता है और इसलिए ट्रैक्टर कंपनी इलेक्ट्रिक वर्जन भी किसानों के लिए लेकर आ रही हैं. हाल में सेंट्रल मैकेनिकल इंजीनियरिंग रिसर्च इंस्टीट्यूट, दुर्गापुर (CMERI) ने भी किसानों के लिए एक उपयोगी इलेक्ट्रिक ट्रैक्टर लॉन्च किया है,जानिए इसकी पूरी डिटेल.
इलेक्ट्रिक ट्रैक्टर के दो बड़े फायदे हैं, पहला तो इससे पॉल्यूशन कम फैलता है दूसरा इससे खेती की लागत कम होती है जिससे किसानों को ज्यादा बचत हो जाती है. अगर आप एक किसान हैं और खेती या दूसरे कमर्शियल कामों के लिए इलेक्ट्रिक ट्रैक्टर खरीदना चाहते हैं तो एक बार CSIR Prima ET 11 इलेक्ट्रिक ट्रैक्टर की ये खबर पढ़ना ना भूलें. CMERI ने पूरी तरह मेड इन इंडिया इलेक्ट्रिक ट्रैक्टर लॉन्च किया है जो खेती के भविष्य को ध्यान में रखते हुए डिजायन किया गया है. CMERI ने इस ट्रैक्टर को CSIR के साथ मिलकर बनाया है. CSIR (वैज्ञानिक तथा औद्योगिक अनुसंधान परिषद) मिनिष्ट्री ऑफ साइंस एंड टेक्नॉलोजी के अंतर्गत आने वाली संस्था है जो साइंस और टेक्नॉलोजी से संबंधित रिसर्च और अनुसंधान करती है.
CSIR Prima ET 11 इलेक्ट्रिक ट्रैक्टर की खास बातें
इस न्यू लॉन्च ट्रैक्टर के मॉडल का नाम CSIR Prima ET 11 है. ये इलेक्ट्रिक ट्रैक्टर किसानों के लिए उपयोगी है और साथ ही डीजल से चलने वाले ट्रैक्टर के मुकाबले कम खर्च में खेती के काम कर सकता है.
छोटे और मीडियम साइज के खेतों के लिए ये परफेक्ट ट्रैक्टर है. ये ट्रैक्टर 7-8 घंटे में पूरा चार्ज हो जाता हैऔर फुल चार्ज होने के बाद करीब 4 घंटे इसे लगातार खेत के कामों में यूज किया जा सकता है.
इस इलेक्ट्रिक ट्रैक्टर को खेती के अलावा कमर्शियल काम जैसे ढुलाई के लिए भी इस्तेमाल किया जा सकता है. इस ट्रैक्टर से करीब 6 घंटे तक माल ढोने का काम किया जा सकता है. इसका माइलेज 25 किलोमीटर प्रति घंटा है
इसमें कवर और गार्ड भी दिए है जिससे ये पानी या कीचड़ से कम खराब होता है. इसकी बैटरी की बात करें तो ये करीब 3000 बार चार्ज हो सकती है.
इस ट्रैक्टर में एक पोर्ट V2L (व्हीकल टू लोड) लगा है जिससे जब इस ट्रैक्टर को यूज नहीं कर रहे तब इससे पानी निकालने और इसे सिंचाई के लिए भी इस्तेमाल किया जा सकता है.