Lok Sabha Election 2024: यूपी के सिद्धार्थनगर में सियासी रण तेज होने वाला है. दो दिग्गजों के चुनाव मैदान में उतरने से यहां मुकाबला रोचक हो गया है. डुमरियागंज सीट (Domariyaganj Seat) से चौंकाने वाला नाम सामने आया है. सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बाहुबली नेता हरिशंकर तिवारी के बेटे भीष्म शंकर तिवारी को टिकट देकर चुनाव मैदान में उतारा है. डुमरियागंज लोकसभा सीट से अखिलेश ने भीष्म शंकर को टिकट देकर सियासी गलियारों में हलचल तेज कर दी है.
पूर्वांचल के ब्राह्मणों में हरिशंकर तिवारी बड़ा नाम है. हरिशंकर तिवारी यूपी सरकार में पूर्व मंत्री व कद्दावर नेता थे. हरिशंकर तिवारी का गोरखपुर से सटे संतकबीरनगर की राजनीति में दिलचस्पी थी. हरिशंकर तिवारी ने अपने बेटे विनय शंकर तिवारी को चिल्लूपार विधानसभा की विरासत दी. वहीं, बड़े बेटे भीष्म शंकर तिवारी उर्फ कुशल तिवारी को संतकबीरनगर लोकसभा की विरासत सौंपी. हरिशंकर तिवारी के बेटे भीष्म शंकर उर्फ कुशल तिवारी का लोकसभा चुनाव लड़ने को लेकर काफी समय से चर्चा हो रही है.
भीष्म शंकर तिवारी का जन्म गोरखपुर के टांडा गांव में 30 सितम्बर 1960 को हुआ था. इनके पिता का पंडित हरिशंकर तिवारी और मां का नाम रामलली देवी था. इन्होंने इंटरमीडिएट तक शिक्षा प्राप्त की और भारतीय जनता पार्टी के सदस्य के रूप में राजनीति में जुड़ गए. भीष्म तिवारी का विवाह 6 जून 1986 को रीना तिवारी से हुआ. इनके 2 बेटे और 2 बेटियां हैं.
संतकबीरनगर लोकसभा सीट से भीष्म शंकर तिवारी उर्फ कुशल तिवारी सांसद रह चुके हैं. 2009 में हुए पहले लोकसभा चुनाव में बसपा के भीष्म शंकर उर्फ कौशल ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के शरद त्रिपाठी को 29,496 मतों के अंतर से हरा दिया था.
भीष्म शंकर को इस चुनाव में 26.35 फीसदी यानी 2,11,043 मत हासिल हुए थे और उन्होंने 3.68 फीसदी के अंतर से यह जीत हासिल की थी. वहीं, साल 2014 के चुनाव में बीजेपी के शरद त्रिपाठी ने पिछली हार का बदला लेते हुए भीष्म शंकर को हराकर संसद में प्रवेश किया.
बता दें कि पिछले दिनों पूर्व मंत्री हरिशंकर तिवारी के घर तिवारी हाता पर ईडी ने छापेमारी की थी. 750 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के मामले में ईडी ने हरिशंकर तिवारी के घर पर छापेमारी की थी. धोखाधड़ी का मामला 2012 से 2016 के बीच का है. ईडी ने लखनऊ, गोरखपुर, नोएडा, अहमदाबाद और गुरुग्राम में 10 ठिकानों में एक साथ छापेमारी की थी.
सिद्धार्थनगर की डुमरियागंज लोकसभा सीट से भाजपा के जगदंबिका पाल छठीं बार चुनाव लड़ेंगे. पांच बार में एक बार यानी 2004 में कांग्रेस के टिकट पर बसपा के मोहम्मद मुकीम से उन्हें हार का सामना करना पड़ा. इसके बाद 2009 में कांग्रेस के टिकट पर जीत हासिल हुई. साल 2014 में पाला बदलकर भाजपा में चले गए. मोदी लहर में इन्हें जीत मिली. साल 2019 में फिर इन्हें जीत हासिल हुई. इस बार साल 2024 फिर भाजपा ने उनके ऊपर भरोसा जताया है.
सिद्धार्थनगर जिले की लोकसभा सीट डुमरियागंज के नाम से जानी जाती है. इस लोकसभा की कुल मतदाताओं की कुल संख्या 19 लाख 52 हजार 37 है. जातिगत आंकड़ों पर नजर डालें तो डुमरियागंज लोकसभा सीट मुस्लिम बाहुल्य सीट मानी जाती है. यहां 24 प्रतिशत मुस्लिम, 27 प्रतिशत पिछडा, 18 प्रतिशत दलित, 13 प्रतिशत ब्राम्हण, 6 प्रतिशत कायस्थ, 6 प्रतिशत वैश्य, 3 प्रतिशत क्षत्रिय और बाकी में अन्य जातियां है.
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