तेल के बढ़ते मांग और दाम को देखते हुए सरसों की खेती (sarson ki kheti) में अपार संभावनाएं हैं। सरसों (Mustard) का उपयोग न केवल तेल(Oil) अपितु मशालों के रूप में भी होता है. सरसों का तेल बहुत ही पौष्टिक होता है. सरसों के तेल में कई प्रकार के औषधीय गुण होते हैं. त्वचा के लिए सरसों का तेल (Mustard Oil) बहुत ही फायदेमंद होता है. सरसों कम पानी में भी अधिक पैदावार देती है. तिलहनी फसलों में सरसों (Mustard) एक महत्वपूर्ण फसल है. इस वीडियो में जनपरा गांव के लोगों से बात की गई है. जिसमें उन्होंने बताया कि सरसों की खेती में कितना मुनाफा है. कैसे आप धान और गेहूं की खेती के अलावा बाकी फसलों से भी अच्छी खासी कमाई कर सकते हैं. सरसों की खेती से कम लागत में अधिक मुनाफा कमा रहे हैं. वहीं, किसानों का मानना है कि एक बीघा में 6 से 7 हजार रुपये खर्च आता है, जबकि प्रति बीघा 5 से 6 क्विंटल सरसों होती है जो प्रति बीघा 8 से 9 हजार रुपये प्रति क्विंटल बिकती है. देखिए ये वीडियो.
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