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Natural Farming : यूपी बनेगा प्राकृतिक खेती का हब, बुंदेलखंड में बनेंगी प्राकृतिक खेती की दो लैब

Natural Farming : यूपी बनेगा प्राकृतिक खेती का हब, बुंदेलखंड में बनेंगी प्राकृतिक खेती की दो लैब

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर यूपी की Yogi Govt ने प्राकृतिक खेती को विस्तार देने के साथ खेती की इस विधा के प्रति देश दुनिया को जागरूक करने की तैयारी कर ली है. यूपी सरकार ने बुंदेलखंड में Natural Farming के लिए मुफीद हालात को देखते हुए इस इलाके को प्रयोगशाला के तौर पर इस्तेमाल करने का फैसला किया है. जिससे किसान प्राकृतिक खेती के गुर सीख सकें.

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यूपी के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने बताई प्राकृतिक खेती की कार्य योजना (फोटो-किसान तक) यूपी के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने बताई प्राकृतिक खेती की कार्य योजना (फोटो-किसान तक)

यूपी सरकार ने बुंदेलखंड के बांदा और झांसी में प्राकृतिक खेती की अत्याधुनिक लैब बनाने के लिए जरूरी वित्तीय संसाधन मुहैया कराने को मंजूरी दे दी है. इसके अलावा यूपी में अगले सप्ताह लखनऊ और अयोध्या में प्राकृतिक खेती एवं कृषि विज्ञान पर राष्ट्रीय स्तर की कार्यशाला का आयोजन किया है. यूपी के कृषि मंत्री सूर्यप्रताप शाही ने बताया कि लखनऊ में 19 जुलाई को यूपी सरकार की मेजबानी में आयोजित होने वाले Regional Advisory Conference में यूपी समेत 12 राज्यों के 500 प्रतिनिधि शिरकत करेंगे. इसके बाद अयोध्या में राज्य स्तरीय Natural Farming Workshop का आयोजन किया जाएगा. इसमें आहार परंपरा में प्राकृतिक खेती और श्री अन्न के महत्व से लोगों को अवगत कराया जाएगा. उन्होंने बताया कि बांदा में भी इस तरह की कार्यशाला आयोजित होगी.

प्राकृतिक खेती पर योगी सरकार का जोर

शाही ने यूपी में प्राकृतिक खेती के प्रसार की असीमित संभावनाओं को हकीकत में तब्दील करने की योगी सरकार की कार्ययोजना के बारे में बताया. उन्होंने कहा कि भारत सरकार की पहल पर यूपी में प्राकृतिक खेती एवं कृषि विज्ञान के आपसी समन्वय पर जोर दिया जा रहा है.

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शाही ने बताया कि इस कार्य योजना के तहत राज्य सरकार ने किसानों और कृष‍ि वैज्ञानिकों को एक मंच पर लाने के लिए 19 जुलाई को लखनऊ में क्षेत्रीय परामर्श कार्यक्रम का आयोजन किया है. उन्होंने बताया कि यूपी की मेजबानी में आयोजित हो रहे इस सम्मेलन में यूपी सहित 12 राज्यों राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, झारखंड, उत्तराखंड, दिल्ली, जम्मू-कश्मीर, बिहार, हिमाचल प्रदेश, लद्दाख एवं चंडीगढ़ के लगभग 500 प्रतिनिधि अपने अनुभव एवं विशेषज्ञताओं को साझा करेंगे. इस सम्मेलन के मुख्य अतिथि गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत होंगे. गौरतलब है कि प्राकृतिक खेती पर आचार्य देवव्रत ने शोधपरक अध्ययन कर इसके व्यवहारिक पहलुओं को एक पुस्तक में भी संकलित किया है.

शाही ने बताया कि सम्मेलन में केंद्र और राज्य सरकारों के अधिकार, देश के 15 कृषि विश्वविद्यालयों के कुलपति एवं डीन, 180 कृषि विज्ञान केंद्रों के वैज्ञानिकों के साथ ही प्राकृतिक खेती करने वाले अग्रणी किसान भी सहभागिता करेंगे. इस कार्यक्रम में प्राकृतिक खेती के उत्पादों का Display Counter भी लगाए जा रहे हैं. इनमें प्राकृतिक खेती कर रहे किसानों द्वारा उपजाए जा रहे उत्पाद पेश किए जाएंगे. सम्मेलन में प्राकृतिक खेती पर वैज्ञानिक एवं किसानों के बीच संवाद के अलावा आचार्य देवव्रत द्वारा हरियाणा के कुरुक्षेत्र में प्राकृतिक खेती के व्यवहारिक पहलुओं पर किए जा रहे प्रयोगों से किसानों को अवगत कराया जाएगा.

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अयोध्या में होगी आहार परंपरा पर चर्चा

शाही ने बताया कि इसके अगले चरण में यूपी सरकार ने 20 जुलाई को अयोध्या में प्राकृतिक खेती पर State Level Workshop का आयोजन किया है. अयोध्या में कुमारगंज स्थित आचार्य नरेंद्र देव कृष‍ि विश्वविद्यालय में आयोजित होने वाली इस कार्यशाला में पूर्वी उत्तर प्रदेश के 25 कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक, प्राकृतिक खेती के नोडल अधिकारी, कृषि विश्वविद्यालयों के कुलपति, डीन और लगभग 250 किसान हिस्सा लेंगे.

शाही ने कहा कि इस सम्मेलन में 19 और 20 जुलाई को 'अमृत काल के भारत में स्वास्थ्य एवं आहार परंपरा' पर चर्चा होगी. कृषि मंत्री ने बताया कि इसमें श्री अन्न के आहार से स्वास्थ्य किस प्रकार से बेहतर होता है, इस पर भी चर्चा होगी. इस दौरान कर्नाटक के कृष‍ि वैज्ञानिक पद्मश्री खादर वली के शोध पर भी चर्चा होगी. इस सम्मेलन में कृषि वैज्ञानिक, Millets Farming करने वाले किसान, एफपीओ और Food Processors भी शामिल होंगे. इसी कड़ी में श्री अन्न को लेकर 26 जुलाई को बांदा कृषि विश्वविद्यालय में भी एक कार्यशाला आयोजित होगी.