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करनाल में गेहूं खरीद केंद्रों पर पसरा सन्नाटा, 1 अप्रैल को फसल बेचने के लिए नहीं पहुंचा एक भी किसान

करनाल में गेहूं खरीद केंद्रों पर पसरा सन्नाटा, 1 अप्रैल को फसल बेचने के लिए नहीं पहुंचा एक भी किसान

उप निदेशक कृषि (डीडीए) डॉ. वजीर सिघ ने कहा कि तापमान में अचानक गिरावट का कटाई कार्यक्रम पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है. कटाई में तीन से चार दिन और लगेंगे. उन्होंने कहा कि 'मेरा फसल, मेरा ब्योरा' के आंकड़ों के अनुसार, गेहूं उत्पादन के लिए लगभग 3.8 लाख एकड़ जमीन सत्यापित की गई है.

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करनाल में क्रय केंद्रों पर नहीं हुई गेहूं की आवक. (सांकेतिक फोटो) करनाल में क्रय केंद्रों पर नहीं हुई गेहूं की आवक. (सांकेतिक फोटो)

हरियाणा के सभी जिलों में गेहूं की खरीद 1 अप्रैल से शुरू हो गई है. लेकिन खरीद के पहले दिन करनाल जिले में सभी 23 खरीद केंद्रों पर गेहूं की कोई आवक नहीं हुई है. हालांकि, जानकारों का कहना है कि जिले में बहुत किसानों ने अभी तक गेहूं की फसल की कटाई ही शुरू नहीं की है. लेकिन जैसे-जैसे खरीद की तारीख आगे बढ़ेगी वैसे-वैसे क्रय केंद्र पर किसानों की संख्या में इजाफा होगा. खास बात यह है कि करनाल जिले में पिछले सीजन के दौरान 7.8 लाख मीट्रिक टन गेहूं की खरीद की गई थी. लेकिन इस साल प्रशासन लगभग 8 लाख मीट्रिक टन गेहूं खरीद की उम्मीद कर रहा है. इसके लिए सारी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं.

द ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक, कृषि विशेषज्ञों के अनुसार अभी जिले में गेहूं की कटाई शुरू नहीं हुई है. उन्होंने कहा कि पिछले कुछ दिनों के अंदर तापमान में गिरावट आने के कारण फसल कटाई में तीन से चार दिन की देरी हो गई. वहीं, उप निदेशक कृषि (डीडीए) डॉ. वजीर सिघ ने कहा कि तापमान में अचानक गिरावट का कटाई कार्यक्रम पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है. कटाई में तीन से चार दिन और लगेंगे. उन्होंने कहा कि 'मेरा फसल, मेरा ब्योरा' के आंकड़ों के अनुसार, गेहूं उत्पादन के लिए लगभग 3.8 लाख एकड़ जमीन सत्यापित की गई है. विभाग ने प्रति एकड़ 23 क्विंटल औसत उपज की उम्मीद जताई है.

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23 खरीद केंद्रों पर नहीं पहुंचे किसान

उन्होंने किसानों को सलाह दी कि वे अपनी उपज उचित सफाई के बाद लाएं और सुनिश्चित करें कि अनाज पर्याप्त रूप से सूखा हो. उन्होंने कहा कि ई-खरीद पोर्टल पर किसानों का डेटा अपडेट न होने को लेकर आ रही दिक्कतों को दूर करने का प्रयास किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि हरियाणा राज्य कृषि विपणन बोर्ड (एचएसएएमबी) मुद्दों के समाधान के लिए पोर्टल की देखभाल कर रहा है. अतिरिक्त उपायुक्त (एडीसी) अखिल पिलानी ने कहा कि जिले के सभी 23 खरीद केंद्रों पर गेहूं की कोई आवक नहीं हुई है. हमने खरीद के लिए अपनी तैयारी पूरी कर ली है. एडीसी पिलानी ने कहा कि हमारा फोकस खरीद के साथ-साथ तेजी से उठान पर भी होगा, ताकि किसानों को कोई कठिनाई न हो.

कृषि मंत्री ने अधिकारियों को दिए निर्देश

वहीं, कुछ देर पहले खबर सामने आई थी कि कृषि मंत्री कंवर पाल ने सोमवार को अंबाला के जगाधरी विधानसभा क्षेत्र का दौरा किया है. इस दौरान वे गांव ताहरपुर पहुंचे और हाल ही में हुई ओलावृष्टि और बारिश से गेहूं की फसल के नुकसान का जायजा लिया. कृषि मंत्री ने किसानों से बात की और राजस्व विभाग के अधिकारियों को नुकसान का आकलन करने और किसानों को दावा दायर करने में मदद करने का निर्देश दिया. कृषि मंत्री ने कहा कि ओलावृष्टि से राज्य के कई हिस्सों में फसलें प्रभावित हुईं और ताहरपुर गांव तथा आसपास के कुछ गांवों में भी नुकसान की खबर है.

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