फूड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया यानी कि FCI ने पंजाब को आदेश दिया है कि खरीद के बाद गेहूं को खुले चबूतरे (ओपन प्लिंथ) पर रख सकते हैं. ऐसा आदेश इसलिए दिया गया है क्योंकि पंजाब में जगह की भारी कमी है और एक अप्रैल से गेहूं की सरकारी खरीद शुरू होने वाली है. गेहूं खरीद को लेकर आढ़तियों, एफसीआई और खरीद एजेंसियों के अधिकारियों के साथ बैठक हो चुकी है और खरीद को लेक जरूर निर्देश जारी कर दिए गए हैं. एफसीआई ने खुले चबूतरे पर गेहूं रखने का आदेश ऐसे वक्त में दिया है जब केंद्र सरकार का साफ निर्देश है कि अनाजों को बंद गोदाम में रखना जरूरी है ताकि खराब मौसम का असर न पड़े.
केंद्र सरकार ने अगले साल तक खुले चबूतरे पर अनाज स्टोर करने की व्यवस्था खत्म करने की समय सीमा तय की है. एफसीआई की ओर से पंजाब में नए साइलो बनाने के लिए टेंडरिंग और कमीशनिंग की प्रक्रिया जारी है. राज्य खाद्य विभाग के एक अधिकारी ने नाम नहीं छापने की शर्त पर यह बात 'हिंदुस्तान टाइम्स' को बताई.
पंजाब में 1 अप्रैल से गेहूं की खरीद शुरू होने वाली है, जिसके लिए सभी व्यवस्थाएं कर ली गई हैं. शुरुआती स्टेज में गेहूं की आवक लेने के लिए 417 मंडियां निर्धारित की गई हैं. भारतीय रिजर्व बैंक की ओर से गेहूं की खरीद के लिए नकद ऋण सीमा के रूप में 27,077 करोड़ रुपये की राशि मंजूर की गई है.
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इस सीज़न में पंजाब में गेहूं की कुल आवक 132 लाख तक पहुंचने की उम्मीद है. सोमवार से रोपड़, पटियाला और फतेहगढ़ साहिब जिलों में आवक होने की उम्मीद है. इसके बाद निचले मालवा, मध्य पंजाब, दोआबा और आखिरी चरण में 20 अप्रैल से माझा बेल्ट में आवक होने की उम्मीद है.
पंजाब में इस साल गेहूं 35 लाख हेक्टेयर (लगभग 86 लाख एकड़) में बोया गया था. इसी के साथ पंजाब के कृषि विभाग ने 160 लाख टन की कुल अनुमानित उपज के साथ बंपर फसल का अनुमान लगाया है जिसमें से 125-135 लाख टन बेचने के लिए सरप्लस के रूप में अनुमानित किया गया है. केंद्र ने पंजाब के लिए 130 लाख टन गेहूं खरीद का लक्ष्य तय किया है और राज्य ने 132 लाख टन गेहूं खरीद की व्यवस्था की है.
अभी पंजाब में साइलो में छह लाख टन और ढके हुए गोदामों में 167 लाख टन अनाज रखने की जगह है, जिसमें से 48 लाख टन अनाज रखने की जगह का मालिकाना हक और प्रबंधन एफसीआई के पास है, जबकि 119 लाख टन भंडारण क्षेत्र राज्य की एजेंसियों के पास है. पंजाब के गोदामों में पिछले सीज़न का कम से कम 90 लाख टन अनाज जमा है. इसमें 85 लाख टन चावल, 2022 खरीद सीजन से 30 लाख टन और 2023 खरीद वर्ष से 55 लाख टन शामिल है. पिछले सीजन का करीब 8 लाख टन गेहूं है. भंडार में हर दिन औसतन 1.5 लाख टन चावल स्टोर किया जाता है, जो गोला मिलों से मंडियों में पहुंच रहा है.
हर दिन, 27,000 से 30,000 टन अनाज पंजाब से दूसरे राज्यों में अनाज भेजा जा रहा है, और हमें उम्मीद है कि हम ताजा खरीदे गए अनाज स्टोरेज के लिए पर्याप्त जगह बना लेंगे. हमारे अनुमान के अनुसार, हमारे पास 30 लाख टन स्टोरेज स्थान की कमी है,” राज्य खाद्य और नागरिक आपूर्ति विभाग के एक अधिकारी ने बताया.
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