प्याज की बढ़ती कीमत से जहां किचन का बजट बिगड़ा है, वहीं हाल के दिनों में टमाटर के रेट में गिरावट आने से लोगों ने राहत की सांस ली है. खास बात यह है कि टमाटर के रेट में गिरावट कोई एक-दो शहरों में नहीं आई है, बल्कि पूरे देश में एक जैसी स्थिति है. अगर महाराष्ट्र के नासिक की बात करें, तो यहां पर होलसेल मार्केट के अंदर टमाटर की थोक कीतम में 50 फीसदी से भी अधिक की कमी आई है. इससे टमाटर का न्यूनतम और अधिकतम होलसेल रेट क्रमशः 50 रुपये और 331 रुपये प्रति क्रेट हो गया है.
द टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, नासिक के पिंपलगांव कृषि उपज मंडी समिति (एपीएमसी) में पिछले 15 दिनों के अंदर टमाटर काफी सस्ता हुआ है. इसके औसत होलसेल रेट में लगभग 60 फीसदी की कमी आई है. 16 अगस्त को एक क्रेट टमाटर की कीमत 480 रुपये थी, जो 31 अगस्त को 201 रुपये प्रति क्रेट हो गई. इसके चलते नासिक शहर के खुदरा बाजारों में टमाटर का खुदरा मूल्य भी 20 रुपये से 25 रुपये प्रति किलो सस्ता हुआ है. जबकि, 15 दिन पहले तक रिटेल मार्केट में 50 रुपये किलो टमाटर बिक रहा था.
ये भी पढ़ें- डिजिटल एग्रीकल्चर मिशन सहित किसानों के लिए मोदी सरकार के सात बड़े ऐलान, खर्च होंगे 13,966 करोड़ रुपये
पिंपलगांव एपीएमसी के एक अधिकारी के अनुसार, मांग की तुलना में आपूर्ति में वृद्धि के कारण टमाटर की कीमतों में गिरावट आई है. अधिकारी ने कहा कि पिछले 15 दिनों में पिंपलगांव एपीएमसी में टमाटर की आवक चार गुना बढ़ गई है. उन्होंने कहा कि 16 अगस्त तक रोजाना 42,000 क्रेट टमाटर की आवक होती थी, जो 31 अगस्त आते-आते बढ़कर 1.60 लाख क्रेट तक पहुंच गई. अधिकारी ने कहा कि इस सीजन में पहली बार टमाटर की डेली आवक 1 लाख क्रेट के आंकड़े को पार कर गई है. शनिवार को करीब 1.6 लाख क्रेट टमाटर की नीलामी की गई. पिंपलगांव में सीजन की सबसे अधिक दैनिक आवक रही.
दरअसल, नासिक जिले में खरीफ टमाटर की कटाई अगस्त में शुरू होती है और दिसंबर तक जारी रहती है. अधिकारी ने कहा कि अगले कुछ दिनों में पिंपलगांव में खरीफ टमाटर की आवक में और वृद्धि होने की उम्मीद है. पिछले साल सितंबर के पहले पखवाड़े में पिंपलगांव में टमाटर की दैनिक आवक बढ़कर 2 लाख क्रेट से अधिक हो गई थी. इस बीच, शनिवार को पिंपलगांव में टमाटर का न्यूनतम और अधिकतम थोक मूल्य क्रमशः 50 रुपये और 331 रुपये प्रति क्रेट दर्ज किया गया. नासिक जिले में खरीफ टमाटर की औसत खेती का रकबा करीब 21,000 हेक्टेयर होने का अनुमान है, जिसमें प्रति हेक्टेयर 30 टन उत्पादकता है. इस सीजन में जिले में खरीफ टमाटर का उत्पादन 6.30 लाख टन होने का अनुमान है.
ये भी पढ़ें- Success Story: यूपी के किसानों ने की ताइवानी पिंक अमरूद की खेती, महज 6 महीने में बदल गई किस्मत
Copyright©2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today