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मोटे अनाजों पर बड़ी कंपनियों की नजर, अब किसानों को मिलेगा बेहतर मुनाफा

मोटे अनाजों पर बड़ी कंपनियों की नजर, अब किसानों को मिलेगा बेहतर मुनाफा

नेस्ले इंडिया ने बच्चों के फूड प्रोडक्ट में रागी को शामिल किया है. नेस्ले के बेबी फूड ब्रांड केयरग्रो में रागी वेरियंट प्रोडक्ट उतारे जा रहे हैं. इसी में एक ब्रांड ट्रू एलिमेंट है जो रेडी टू ईट और रेडी टू कूक ब्रेकफास्ट और स्नैक प्रोडक्ट है. नेस्ले इंडिया के मुताबिक 'ट्रू एलिमेंट' ब्रांड के तहत बनाए जाने वाले सामान में 65 फीसद प्रोडक्ट मिलेट पर आधारित हैं.

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मिलेट्स के फूड प्रोडक्ट बना रही हैं मल्टीनेशनल कंपनियां मिलेट्स के फूड प्रोडक्ट बना रही हैं मल्टीनेशनल कंपनियां

मोटे अनाज (Millets) के बाजार में अब वैसी कंपनियां भी शामिल हो गई हैं, जिनका नाम देश-दुनिया में मशहूर है. मोटे अनाजों के प्रोडक्ट बनाने में दुनिया की कई मल्टीनेशनल कंपनियां आगे आई हैं जो बिस्कुट से लेकर कुकीज और पोहा, डोसा मिक्स से लेकर ओट्स तक बना रही हैं. ये कंपनियां मिलेट से ही मुसली, ग्रेनोला, उपमा, पोहा और नूडल्स जैसे खाने के सामान बना रही हैं. मल्टीनेशनल कंपनियों ने भारत के बाजार में अपना प्रोडक्ट उतारना शुरू कर दिया है. साथ ही निर्यात के लिए भी किस्म-किस्म के मिलेट प्रोडक्ट बनाए जा रहे हैं. इससे उन किसानों की आमदनी बढ़ाने में मदद मिलेगी जो मोटे अनाजों की खेती करते हैं. फूड बिजनेस में आ रहे इस बड़े बदलाव से देश में मोटे अनाजों की खेती को बढ़ावा मिल रहा है.

कंपनियों ने मोटे अनाज से बने प्रोडक्ट को न्यूट्री सिरियल्स यानी की पोषक अनाज का नाम दिया है. इस कड़ी में ज्वार, बाजरा और रागी के फूड प्रोडक्ट अधिक बनाए जा रहे हैं. इसके अलावा कंपनियों ने तरह-तरह के मोटे अनाजों से मुसली, ग्रेनोला, उपमा, पोहा, नूडल्स, ओट्स, डोसा मिक्स, बिस्कुट, कूकीज, चिप्स आदि बनाना शुरू कर दिया है. अब इन प्रोडक्ट का बाजार भी तेजी पकड़ रहा है क्योंकि मोटे अनाज से बने सामान सेहत की दृष्टि से लोगों को बहुत पसंद आ रहे हैं.

ये कंपनियां उतरीं बाजार में

  • ब्रिटानिया ने हाल में रागी कूकीज लॉन्च किया है. साथ ही फाइव ग्रेन डाइजेस्टिव बिस्कुट भी बाजार में उतारा है. ब्रिटानिया ने ये दोनों प्रोडक्ट न्यूट्री चॉइस ब्रांड के नाम से लॉन्च किया है.
  • नेस्ले इंडिया ने बच्चों के फूड प्रोडक्ट में रागी को शामिल किया है. नेस्ले के बेबी फूड ब्रांड केयरग्रो में रागी वेरियंट प्रोडक्ट उतारे जा रहे हैं. इसी में एक ब्रांड ट्रू एलिमेंट है जो रेडी टू ईट और रेडी टू कूक ब्रेकफास्ट और स्नैक प्रोडक्ट है. 
  • नेस्ले इंडिया के मुताबिक 'ट्रू एलिमेंट' ब्रांड के तहत बनाए जाने वाले सामान में 65 फीसद प्रोडक्ट मिलेट पर आधारित हैं. इसी में कंपनी ने मोटे अनाज से मुसली, ग्रेनोला लॉन्च किया है. इसके अलावा ग्राहकों के लिए उपमा, पोहा, डोसा मिक्स और खिचड़ी जैसे खाने के सामान भी लॉन्च किए गए हैं.
  • मिलेट के सामान बनाने में टाटा भी उतर चुकी है. टाटा सोलफुल के नाम से मिलेट के कई प्रोडक्ट बनाए जा रहे हैं. इसी ब्रांड के नाम से रागी वाले कई फूड प्रोडक्ट मार्केट में उतारे गए हैं. टाटा सोलफुल के नाम से मिलेट्स वाला ओट्स बेचा जा रहा है. कंपनी ने रागी बाइट्स रेंज में बिना मैदे वाला चोको, स्ट्रॉबेरी और वनिला जैसे प्रोडक्ट उतारे हैं.
  • आईटीसी कंपनी ने मिलेट के लिए आईटीसी मिशन मिलेट्स शुरू किया है. इस मिशन में कंपनी अगले पांच साल में मोटे अनाजों के कई प्रोडक्ट लॉन्च करेगी जिसमें नूडल्स, पास्ता, रागी वर्मिसेली, मल्टी मिलेट डोसा और रवा इडली शामिल हैं. ये सभी प्रोडक्ट आशीर्वाद ब्रांड के तहत बाजार में उतारे जाएंगे. इसके अलावा 100 परसेंट मल्टी मिलेट आधारित कूकीज, मिलेट चोको स्टिक्स कॉन्फेक्शनरी और मिलेट स्नैक्स भी बनाए जाएंगे. इसी तरह हिंदुस्तान यूनिलीवर भी मिलेट के कई प्रोडक्ट लाने जा रही है जो ग्लैक्सो स्मिथक्लाइन बिजनेस के अंतर्गत लाए जाएंगे.

किसानों को फायदा

ये सभी कंपनियां किसानों से मोटे अनाजों की खरीदारी करेंगी. सीधे तौर पर न सही, लेकिन किसान उत्पादक संगठनों से कंपनियां मोटे अनाज खरीदेंगी और उससे अपने प्रोडक्ट बनाकर बाजार में उतारेंगी. आईटीसी इसके लिए 20 किसान उत्पाद संगठनों से बात कर रही है जिसने मिलेट सप्लाई के लिए करार किया जाएगा. इससे मोटे अनाजों के किसानों को फायदा होगा क्योंकि उनकी उपज आसानी से बिक जाएंगी और बड़ी-बड़ी कंपनियां अच्छे दामों पर खरीद करेंगी.