हरियाणा में खरीफ मार्केटिंग सीजन 2024-25 के तहत धान की सरकारी खरीद जारी है. अब तक प्रदेश भर में 7 लाख 25 हजार 158 मीट्रिक टन धान की खरीद हो चुकी है. अब तक 1 लाख 61 हजार 922 मीट्रिक टन धान का उठान किया गया है. इसके लिए अब तक 155.23 करोड़ रुपये की रकम सीधे किसानों के बैंक खाते में भेज दी गई है. इस बार ऑनलाइन गेटपास की सुविधा मिलने से किसानों को अपनी फसल बेचने में काफी सुविधा हुई है. दूसरी ओर, सूबे के किसानों से 1 लाख 31 हजार मीट्रिक टन से अधिक बाजरा की भी सरकारी खरीद की जा चुकी है.
खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के प्रवक्ता ने बताया कि अब तक राज्य की विभिन्न मंडियों में कुल 13,38,114 मीट्रिक टन धान की आवक हुई है. विभिन्न सरकारी एजेंसियां मंडियों में धान की खरीद कर रही हैं. धान की खरीद का काम 15 नवंबर, 2024 तक चलेगा. सरकार द्वारा निर्धारित न्यूनतम समर्थन मूल्य पर धान की खरीद की जा रही है. सरकार द्वारा कॉमन धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य 2300 रुपये प्रति क्विंटल तथा ग्रेड- ए धान का समर्थन मूल्य 2320 रुपये प्रति क्विंटल दिया जा रहा है.
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प्रदेश में धान की खरीद 241 मंडियों व खरीद केंद्रों पर की जा रही है. विभाग द्वारा 17% तक की नमी वाले धान को ही खरीदने के निर्देश दिए गए हैं. सभी मंडियों में उचित मात्रा में बारदाना उपलब्ध करवाया गया है. विभाग के प्रवक्ता ने बताया कि सबसे अधिक कैथल जिले में खरीद हुई है. यहां 2,02,885 मीट्रिक टन से अधिक धान की ख़रीद हो चुकी है. इसके अलावा, कुरुक्षेत्र जिले में 1,44,753 मीट्रिक टन, करनाल में 1,24,000 मीट्रिक टन, अंबाला में 1,06,015 मीट्रिक टन, यमुनानगर में 97,608 मीट्रिक टन तथा पंचकूला में 20,025 मीट्रिक टन धान की खरीद हुई है.
प्रवक्ता ने बताया कि धान के साथ-साथ अन्य खरीफ फसलों की खरीद का काम भी एमएसपी पर किया जा रहा है. प्रदेश में 1 अक्टूबर से न्यूनतम समर्थन मूल्य पर बाजरे की खरीद भी चल रही है. राज्य में बाजरा की खरीद 91 मंडियों और खरीद केंद्रों पर की जा रही है. अब तक 1,31,384 मीट्रिक टन से अधिक बाजरा खरीदा जा चुका है.
रेवाड़ी जिले में सबसे अधिक 36,844 मीट्रिक टन बाजरा की न्यूनतम समर्थन मूल्य पर सरकारी खरीद की गई है. इसके अलावा, महेंद्रगढ़ जिले में 35,549 मीट्रिक टन, गुरुग्राम में 17,556 मीट्रिक टन, झज्जर में 14,156 मीट्रिक टन, भिवानी में 11,185 मीट्रिक टन, मेवात में 9,597 मीट्रिक टन तथा चरखी दादरी में 4,508 मीट्रिक टन बाजरा की खरीद की गई है.
अधिकारियों ने बताया कि प्रदेश में खरीफ फसलों की खरीद प्रक्रिया सुचारू रूप से चल रही है और यह प्रक्रिया 15 नवंबर, 2024 तक जारी रहेगी. खरीद के दौरान किसानों को किसी भी प्रकार की समस्या नहीं आने दी जाएगी. समय पर एमएसपी का भुगतान सुनिश्चित किया जाएगा.
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