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Mandi Rates: हरियाणा में मात्र 4000 रुपये प्रति क्विंटल रह गया सरसों का दाम, जान‍िए क्या है वजह? 

Mandi Rates: हरियाणा में मात्र 4000 रुपये प्रति क्विंटल रह गया सरसों का दाम, जान‍िए क्या है वजह? 

Mustard Price: खाद्य तेलों की इंपोर्ट ड्यूटी घटाने और राज्यों में कम सरकारी खरीद को सरसों का का दाम घटने की मुख्य वजह बता रहे हैं क‍िसान. हर‍ियाणा की एक भी मंडी में एमएसपी के आसपास भी नहीं है सरसों का भाव. क‍िसान परेशान. 

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सरसों के दाम में भारी ग‍िरावट (Photo-Kisan Tak).  सरसों के दाम में भारी ग‍िरावट (Photo-Kisan Tak).

प्रमुख त‍िलहन फसल सरसों की कीमत में ग‍िरावट जारी है. देश के तीसरे सबसे बड़े सरसों उत्पादक हर‍ियाणा में तो इसका भाव एमएसपी से 1500 रुपये प्रत‍ि क्व‍िंटल तक कम हो गया है. रबी मार्केटिंग सीजन 2023-24 के लिए सरसों का एमएसपी 5450 रुपये प्रत‍ि क्व‍िंटल तय क‍िया गया है. लेक‍िन हर‍ियाणा में इसका न्यूनतम दाम 3,950 रुपये प्रत‍ि क्व‍िंटल तक आ गया है. अगर प‍िछले साल से तुलना करें तो क‍िसानों को 3000 रुपये प्रत‍ि क्व‍िंटल तक का नुकसान झेलना पड़ रहा है. यह हालात तब हैं जब खाद्य तेलों के मामले में सरसों भारत आत्मन‍िर्भर नहीं है. भारत ने प‍िछले साल 1.41 लाख करोड़ रुपये का खाद्य तेल आयात क‍िया. इसके बावजूद उच‍ित दाम न म‍िलना क‍िसानों के ल‍िए च‍िंता की बात है. 

दरअसल, केंद्र सरकार ने खाद्य तेलों की इंपोर्ट ड्यूटी लगभग खत्म कर दी है. वर्तमान में कच्चे पाम, सोयाबीन और सूरजमुखी के तेल के आयात पर केवल 5 फीसदी कृषि इन्फ्रास्ट्रक्चर उपकर और 10 फीसदी शिक्षा उपकर लगता है. जिसका मतलब कुल 5.5 फीसदी टैक्स है. जबक‍ि रिफाइंड खाद्य तेल के मामले में प्रभावी आयात शुल्क 13.75 फीसदी है. क‍िसान संगठनों का आरोप है क‍ि इस साल इसी वजह से सरसों का दाम बहुत कम हो गया है. इसील‍िए वो खाद्य तेलों पर इंपोर्ट ड्यूटी पहले की तरह 45 फीसदी करने की मांग कर रहे हैं. 

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क‍िस मंडी में क‍ितना है भाव  

  • हर‍ियाणा की रेवाड़ी मंडी में एक जून को सरसों का न्यूनतम दाम 4,053 और अध‍िकतम 4,811 रुपये प्रत‍ि क्व‍िंटल रहा. 
  • एक जून को हर‍ियाणा की आदमपुर मंडी में सरसों का न्यूनतम दाम 4,137 और अध‍िकतम 4,580 रुपये प्रत‍ि क्व‍िंटल रहा. 
  • यहां की डबवाली मंडी में एक जून को सरसों का न्यूनतम भाव 3,950 और अध‍िकतम 4,495 रुपये प्रत‍ि क्व‍िंटल रहा. 
  • बरवाला मंडी ह‍िसार में सरसों का न्यूनतम दाम एक जून को 4,351 और अध‍िकतम 4,495 रुपये प्रत‍ि क्व‍िंटल रहा. 
  • चरखी दादरी मंडी में 31 मई को सरसों का न्यूनतम दाम 4,450     और अध‍िकतम 4,700 रुपये प्रत‍ि क्व‍िंटल रहा. 
  • स‍िरसा मंडी में सरसों का न्यूनतम दाम 31 मई को 4,350 और अध‍िकतम भाव 5,455 रुपये प्रत‍ि क्व‍िंटल रहा. 
  • हर‍ियाणा की कनीना मंडी में 31 मई को सरसों का न्यूनतम और अध‍िकतम भाव 4,000 रुपये प्रत‍ि क्व‍िंटल रहा. 
  • यहां की एलनाबाद मंडी में सरसों का न्यूनतम भाव 31 मई को 3,400 और अध‍िकतम 4,691 रुपये प्रत‍ि क्व‍िंटल रहा. 

क्या कम खरीद से कम हुआ दाम?

दरअसल, इस साल अब तक स‍िर्फ 7.13 लाख मीट्र‍िक टन सरसों की खरीद हुई है. जबक‍ि केंद्र सरकार के न‍ियमों के मुताब‍िक 31.25 लाख मीट्र‍िक टन सरसों की खरीद होनी चाह‍िए. केंद्र ने यह तय क‍िया है क‍ि त‍िलहन फसलों के कुल उत्पादन की 25 फीसदी खरीद एमएसपी पर की जाएगी. लेक‍िन हर‍ियाणा को छोड़कर क‍िसी भी राज्य ने खरीद का लक्ष्य पूरा नहीं क‍िया है. राजस्थान में सबसे अध‍िक 15 लाख मीट्र‍िक टन सरसों खरीदने का टारगेट सेट क‍िया गया है लेक‍िन यहां अब तक स‍िर्फ 1,32,201 मीट्र‍िक टन ही सरसों खरीदा गया है. क‍िसानों का कहना है क‍ि राज्यों द्वारा कम खरीद करने की वजह से ओपन मार्केट में अच्छा दाम नहीं म‍िल रहा है. हर‍ियाणा में एमएसपी पर 3,47,105 मीट्र‍िक टन सरसों खरीदा गया है. लेक‍िन दूसरे राज्यों में खरीद न होने का असर यहां भी द‍िख रहा है. 

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