हरियाणा में 1 अप्रैल से गेहूं की खरीद शुरू हो गई है. लेकिन करनाल जिले में किसी भी क्रय केंद्र पर एक भी ट्रॉली गेहूं की आवक नहीं हुई. कल की तरह आज भी पूरे जिले में गेहूं की खरीद नहीं हो पाई. दरअसल, करनाल जिले में एकाध जगह को छोड़कर अभी तक गेहूं की कटाई शुरू नहीं हुई है, क्योंकि अभी गेहूं की फसल को पकने में 10 से 15 दिनों का समय लग सकता हैं. किसानों की माने तो इस बार ज्यादा दिन ठंड पड़ी है. अभी भी रात और सुबह के समय में नमी बनी हुई है.
किसानों ने बताया कि जिस तरह का मौसम इस बार रहा है, उससे उम्मीद है कि गेहूं की पैदावार अधिक होगी. वहीं जिले में 1 अप्रैल से गेहूं की खरीद शुरू हो गई है. लेकिन कोई भी किसान मंडियों में गेहूं की फसल लेकर नहीं आया है. अभी तक एक भी ट्रॉली या गेहूं का एक भी दाना लेकर किसान मंडी में नहीं पहुंचे हैं. मार्केट कमेटी के अधिकारियों ने कहा कि मंडियों में गेहूं खरीद को लेकर सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. मंडी के गेट पर गेट पास काटने के लिए कर्मचारियों को लगा दिया है. कोई भी किसान अपनी फसल लेकर आ सकता है. उन्होंने कहा कि अभी गेहूं की फसल आने में करीब एक सप्ताह का समय लग सकता है.
ये भी पढ़ें- करनाल में गेहूं खरीद केंद्रों पर पसरा सन्नाटा, 1 अप्रैल को फसल बेचने के लिए नहीं पहुंचा एक भी किसान
गांव कलसौरा के किसान राहुल ने बताया कि गेहूं की फसल को पकने में अभी 10 दिन का समय लग सकता हैं, क्योंकि इस बार मौसम में ठंडक बनी हुई है, जो फसल के लिए काफी अच्छा है. हालांकि, तापमान में बढ़ोतरी हो रही है. धीरे-धीरे फसल पकने लगी है. उन्होंने कहा कि जिस तरह इस बार तापमान रहा है, उससे अधिक पैदावार की उम्मीद है. वहीं, इसी गांव के किसान अरुण कुमार ने कहा कि पूरे क्षेत्र में अभी गेहूं की कटाई शुरू नहीं हुई है. फसल तैयार होने में कम से कम 20 से 25 दिन लगेगा. यानी 25 दिन के बाद गेहूं की कटाई शुरू होगी.
करनाल मार्केट कमेटी के सचिव संजीव सचदेवा ने बताया कि करनाल की अनाज मंडी में भी मार्केट कमेटी की टीम की तरफ से पूरी तैयारियां कर ली गई हैं. मंडी में अभी गेहूं का एक भी दाना नहीं आया है. करीब 5 से 7 दिनों तक मंडी में गेहूं आने की उम्मीद नहीं है. मंडी में पानी से लेकर सड़क तक की व्यवस्था दुरुस्त है.
ये भी पढ़ें- 40 फीसदी तक चढ़े आलू के दाम अब नीचे आएंगे, ज्योति और चंद्रमुखी की कीमत में 8 रुपये तक की गिरावट का अनुमान
वहीं, मार्केट कमेटी के अधिकारियों का कहना है कि हमने मंडी के हर गेट पर कर्मचारियों को नियुक्त कर दिया है. कोई भी अपनी फसल को लेकर आ सकता है, जिसका नाम मेरी फसल मेरे ब्यौरा पोर्टल पर रजिस्टर है, वो किसान कभी भी आ सकता है. किसानों को इस बार 2275 रुपये प्रति क्विंटल का समर्थन मूल्य मिलेगा. वहीं अधिकारी ने भी कहा कि किसानों को परेशानी नहीं आने दी जाएगी और किसी भी तरह का कोई भी फर्जी गेट पास नहीं बनेगा.
Copyright©2024 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today