महाराष्ट्र में शरबती गेहूं का दाम रोजाना रिकॉर्ड बना रहा है. गेहूं में सबसे अच्छा माने जाने वाली शरबती किस्म की न सिर्फ बंपर आवक हो रही है बल्कि उसका दाम भी उतना ही ऊंचा मिल रहा है. शरबती गेहूं मुख्य तौर पर मध्यप्रदेश में होता है और वहां से पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र में बिकने को आता है. एक ही दिन में प्रदेश की मण्डी समिति में 26 हजार क्विंटल गेहूं की आवक हुई. इसमें सबसे ज्यादा 14 हजार 455 स्थानीय गेहूं मुंबई मार्केट कमेटी को मिला. गेहूं को औसतन 2 हजार से 4 हजार 900 रूपये का भाव प्राप्त हुआ, जबकि पुणे मार्केट कमेटी में शरबती गेहूं की कीमत सबसे ज्यादा 4 हजार 900 रुपये रही.
मार्केटिंग बोर्ड की आधिकारिक जानकारी के अनुसार 21 मई 2024 को सामान्य गेहूं की औसत कीमत 2100 से 3450 रुपये रही. जबकि गेहूं की 147 किस्म को जलगांव बाजार समिति में 2800 रुपये और अकोट बाजार समिति में 2700 रुपये का दाम मिला. साथ ही, गेहूं की किस्म 2189 की औसत कीमत 2100 से 3000 रुपये तक मिली. पैठण बाजार समिति में आए बंसी गेहूं को औसतन 2700 रुपये और धामनगांव रेलवे बाजार समिति में आए हाइब्रिड गेहूं को 2150 रुपये का औसत मूल्य मिला.
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माजलगांव बाजार समिति को पीले गेहूं के लिए 3000 रुपये और उमरखेड डंकी बाजार समिति को 2350 रुपये मिले. जबकि सबसे ज्यादा रेट मिलने वाले शरबती गेहूं को आज औसतन 3100 से 4900 का रेट मिला. पुणे बाजार समिति को सबसे ज्यादा रेट मिला है. इसी तरह 22 मई को पुणे में शरबती गेहूं की 402 क्विंटल आवक हुई. यहां न्यूनतम दाम 4000, अधिकतम 5800 और औसत दाम 4900 रुपये रहा. नागपुर में एक ही दिन में 2000 क्विंटल शरबती गेहूं बिकने आया, इसलिए यहां अधिकतम दाम सिर्फ 3500 रुपये क्विंटल रहा.
शरबती गेहूं देश में उपलब्ध गेहूं की सबसे प्रीमियम किस्म मानी जाती है. यह मध्यप्रदेश के सीहोर क्षेत्र में एक काली और जलोढ़ उपजाऊ मिट्टी मेंजो शरबती गेहू के उत्पादन के लिए उपयुक्त है. इसमें गेहूं की दूसरी किस्मों के मुकाबले ज्यादा पोषण और अच्छा स्वाद मिलता है. इसका आटा देश में उच्चतम गुणवत्ता वाला माना गया है. इस गेहूं की चपाती में फाइबर, प्रोटीन और विटामिन बी और ई प्रचुर मात्रा में पाया जाता है. इसमें मिठास होती है. दूसरे गेहूं के मुकाबले चमक ज्यादा होती है. सबसे खास बात है कि इसके गुणों की वजह से इसे जीआई टैग मिला है, इसलिए इसका दाम ज्यादा होता है.
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