अप्रैल के महीने माह गेहूं की कटाई शुरू हो जाती है. गेहूं की कटाई के बाद किसान खेतों को कुछ समय के लिए खाली छोड़ देते हैं. ऐसे में किसान इस खाली जमीन का इस्तेमाल कर बंपर मुनाफा कमा सकते हैं. आइये जानते हैं कैसे. दरअसल, कुछ सब्जियां ऐसी हैं जिन्हें गर्मी के मौसम में आसानी से उगाया जा सकता है. जिसकी खेती करके किसान अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं.
गेहूं की कटाई के बाद खाली खेतों में किसान भिंडी की ए-4, परबनी, क्रांति, अर्का अनामिका आदि किस्मों की सीधी बुआई कर सकते हैं. भिंडी के बाजार भाव भी अच्छे मिलते हैं. यह कम अवधि वाली सब्जी की फसल है जो बुआई के 15 दिन बाद ही फल देने लगती है.
किसान ग्रीष्मकालीन फसल के रूप में भी लौकी की खेती कर सकते हैं. इस समय लौकी की पूसा नवीन और पूसा संदेश प्रजाति की बुआई की जा सकती है. लौकी की ये दोनों किस्में अच्छी पैदावार देती हैं. ऐसे में किसान इनकी खेती कर बेहतर मुनाफा कमा सकते हैं. भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान द्वारा लौकी की नई किस्म पूसा विकसित की गई है. इसकी खेती जायद और ख़रीफ़ दोनों मौसमों में की जा सकती है.
इस समय किसान खीरे की पूसा उदय किस्म की बुआई करके अच्छी आमदनी कमा सकते हैं. इस किस्म को IARI द्वारा विकसित किया गया है. यह किस्म 50 से 55 दिन में पक जाती है. इसकी औसत उपज 55 क्विंटल प्रति एकड़ तक होती है.
किसान तुरई की खेती करके भी अच्छी कमाई कर सकते हैं. इस सब्जी की बाजार में भी मांग है. किसान इस माह तुरई की पूसा स्नेह किस्म की बुआई कर सकते हैं. इस किस्म को IARI द्वारा विकसित किया गया है. इस किस्म के फल मध्यम आकार के होते हैं. इसके फल मुलायम और गहरे हरे रंग के साथ गहरे भूरे रंग की धारियों वाले होते हैं.
किसान इस समय ग्रीष्मकालीन मूली की पूसा चेतकी किस्म की सीधी बुआई करके अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं. मूली की यह किस्म खाने में स्वादिष्ट होती है. यह कम समय में तैयार होने वाली मूली की किस्म है. इसके पत्ते एक समान हरे और बिना कटे हुए होते हैं. इसके पत्तों की सब्जी भी खाई जाती है. यह किस्म बुआई के 35 से 40 दिन बाद कटाई के लिए तैयार हो जाती है.
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