महाराष्ट्र के अकोला जिले में गर्मी और बिजली की अनियमित सप्लाई ने किसानों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं. सोमवार को दहिगांव शेत शिवार में बिजली के ट्रान्सफॉर्मर में शॉर्ट-सर्किट के चलते लगी आग ने किसान गजानन इंगले की चार एकड़ में खड़ी गेहूं की फसल को जलाकर राख कर दिया. यह फसल महज दो-तीन दिनों में कटाई के लिए तैयार होने वाली थी. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, खेत के पास के बिजली ट्रांंसफॉर्मर में अचानक आग की चिंगारी उठी और कुछ ही पलों में आग ने पूरी फसल को अपनी चपेट में ले लिया.
फसल में आग लगने की जानकारी मिलते ही आसपास के किसान दौड़कर मौके पर पहुंचे और पास ही के पेड़ों की टहनियों और झाड़ू से आग बुझाने की कोशिश की, लेकिन तेज धूप और गर्म हवाओं ने आग को और भड़का दिया. घटनास्थल पर मौजूद एक किसान ने बताया कि हमारी आंखों के सामने हमारी मेहनत खाक हो गई. किसानों की भरसक कोशिशों के बावजूद, आग को नियंत्रित करने तक पूरी फसल जल चुकी थी.
पीड़ित किसान गजानन इंगले ने प्रशासन से मुआवजे की मांग की है. कहा कि आग मुंह तक आया निवाला छीन ले गई. पहले ही बारिश, बाजार में दाम और लागत की मार झेल रहे थे, अब ये हादसा जीने की उम्मीद पर भी भारी पड़ गया है. स्थानीय किसानों ने भी इस दुर्घटना के लिए बिजली विभाग की लापरवाही को जिम्मेदार ठहराया है और मांग की है कि इस हादसे की उचित जांच कर दोषियों पर कार्रवाई की जाए.
वहीं, महाराष्ट्र के जालना में भी शॉर्ट सर्किट के कारण 4 एकड़ के अनार के बाग में आग लग गई. बदनापुर तहसील के कंडारी बुद्रुक गावं में अगलगी की इस घटना में 4 एकड़ में लगा अनार का बाग पूरी तरह जल गया है. जिससे किसान विष्णु रामकिशन फटाले को भारी आर्थिक नुकसान हुआ है. विष्णु रामकिशन फटाले ने 4 एकड़ के बाग में अनार के बारह सौ पेड़ लगाए थे.
बाग अब फल देने के लिए पूरी तरह तैयारी था, उसमें फल लगने लगे थे. लेकिन, भीषण गर्मी और बगीचे से गुजर रहे बिजली के तारों में हवा के कारण घर्षण होने से शॉर्ट-सर्किट होकर आग लग गई और पूरे बाग में फैल गई और पूरी मेहनत बर्बाद हो गई.
विष्णु ने बताया कि बाग जलने से उन्हें 10 लाख रुपये का नुकसान हुआ है. उन्होंनें प्रसाशन और सरकार से मांग की है कि इस नुकसान का पंचनामा कर तत्काल मुआवजा दिया जाए, ताकि उनकी मेहनत और नुकसान की भरपाई हो सके. (जालना से विजय गौरव साली की रिपोर्ट)
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