बेमौसम बारिश का सोलापुर ज‍िले के 104 गांवों पर अध‍िक असर, अंगूर को सबसे अध‍िक नुकसान

बेमौसम बारिश का सोलापुर ज‍िले के 104 गांवों पर अध‍िक असर, अंगूर को सबसे अध‍िक नुकसान

महाराष्ट्र के कई जिलों में बेमौसम बारिश की वजह से मुख्य फसलों के साथ - साथ बागवानी फसलों को भारी नुकसान हुआ है. वहीं सोलापुर जिले में अंगूर कि तैयार फसलों को अधिक नुकसान हुआ है. किसानों ने बताया कि उनके अंगूर के बाग नष्ट पर होने उन्हें लाखोंं रुपये का नुकसान हुआ है. 

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बेमौसम बारिश का सोलापुर ज‍िले के 104 गांवों पर अध‍िक असर, अंगूर को सबसे अध‍िक नुकसान बेमौसम बारिश से अंगूर के बाग हुए खराब

महाराष्ट्र में बेमौसम बारिश की वजह से रबी सीजन की फसलों को भारी नुकसान हुआ है.वहीं कुछ जगहों पर ओलावृष्टि भी हुई है. इससे फसलों को अधिक नुकसान पहुंचा है. इसके चलते किसानों की परेशानी बढ़ गई है. इस खराब मौसम से सोलापुर जिला भी बुरी तरह प्रभावित हुआ है.जिले में इस बारिश से आठ तालुकों के 104 गांव बुरी तरह प्रभावित हुए हैं. जिला कृषि अधिकारी ने इन 104 गांवों में लगभग 3469 हेक्टेयर में कृषि फसलों के नुकसान की प्रारंभिक जानकारी दी है. जिले में बारिश के चलते उनकी खड़ी फसल बर्बाद हो गई है. इसमें मुख्य रूप से अंगूर, आम, पपीता, ज्वार, गेहूं, चने की फसल को व्यापक नुकसान पहुंचा है. इससे किसानों को लाखों रुपए का नुकसान हुआ है. इस बीच, जिला कृषि अधिकारी ने बताया कि जिला कृषि विभाग ने प्रभावित क्षेत्र का निरीक्षण कर पंचनामा करना शुरू कर दिया है.  

बेमौसम बारिश से जिले के बरसी तालुका में भारी बारिश से अंगूर के बागों को अधिक नुकसान पहुंचा है. जिले के किसान ने बताया की बारिश की वजह से अंगूर के बाग पूरी तरह से नष्ट हो गए है. इससे उन्हें लाखों रूपये का नुकसान हुआ है. साथ ही झड़ी बोरगांव, तांबेवाड़ी गांव के किसानों को भी काफी नुकसान हुआ है. मुख्य रूप से अंगूर की फसल को सबसे ज्यादा  नुकसान हुआ है.

अंगूर के तैयार फल हुए नष्ट

राज्य में गेहूं, ज्वार समेत अन्य मुख्य फसलों का भारी नुकसान हुआ है. वहीं बागवानी को भी बड़े पैमाने पर क्षतिग्रस्त हुआ हैं. इसमे केला,आम, पपीता, के बाग बर्बाद हुए है, लेकिन सबसे ज्यादा अंगूर के बागों को नुकसान हुआ है. सोलापुर जिले में अंगूर की सबसे ज्यादा खेती की जाती हैं. जिले मे अंगूर की खेती करने वाले किसान जनार्दन थोराट बताते है कि तीन एकड़ में अंगूर के बाग लगाए थे, लेकिन बेमौसम बारिश के कारण पूरा बाग नष्ट हो गया है. इससे थोराट करीब 15 लाख रुपये का नुकसान हुआ है.थोराट ने बताया कि कुछ ही दिनों में वो अंगूर कि हार्वेस्टिंग करने वाले थे, लेकिन बारिश ने सबकुछ खत्म कर दिया. अब प्रभावित किसानों ने सरकार से जल्द से जल्द मुआवजा देने की मांग कर रहे हैं. 

इन जिलों में फसल हुई बर्बाद 

बेमौसम बारिश से मराठवाड़ा के किसान सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं. मराठवाड़ा में 13 मार्च से 19 मार्च के बीच कुल 62 हजार 480 हेक्टेयर को नुकसान हुआ है, जिसमें सबसे ज्यादा नुकसान नांदेड़ जिले में देखने को मिल रहा है. छत्रपति संभाजीनगर जिले के 9 हजार 314 किसानों की कुल 7 हजार 762.50 हेक्टेयर में फसल बर्बाद हुई है.परभणी जिले के 4 हजार 500 किसानों की कुल 2 हजार 400 हेक्टेयर में फसल बर्बाद हुई है. हिंगोली जिले के 13 हजार 286 किसानों की कुल 5 हजार 604 हेक्टेयर में फसल बर्बाद हो चुकी है.

वहीं नांदेड़ जिले में कुल 23 हजार 554 हेक्टेयर में से कुल 19 हजार 899 किसानों की फसल बर्बाद हुई है. हिंगोली जिले के 13 हजार 286 किसानों की कुल 5 हजार 604 हेक्टेयर में फसल बर्बाद हो चुकी है. लातूर जिले के 16 हजार 842 किसानों की कुल 11 हजार 794 हेक्टेयर में फसल बर्बाद हो चुकी है.

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