झारखंड में मोटे अनाज की खेती को बढ़ावा देने के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं. राज्य सरकार के साथ-साथ किसानों के लिए कार्य करने वाली संस्थाएं भी किसानों को मोटे अनाज की खेती से जोड़ने का कार्य कर रही है और उन्हें मोटे अनाज की खेती करने के लिए जागरूक कर रही है. इसी के तहत झारखंड किसान महासभा भी किसानों को कार्यशाला के जरिए जागरूक कर रहा है. किसान महासभा झारखंड राज्य कृषि विभाग के सहयोग से राज्य में मोटे अनाज की खेती को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न प्रंखंडों के पंचायतों में श्रीअन्न कार्यशाला का आयोजन कर रही है.
रामगढ जिला के गोला प्रखण्ड के हुप्पु पंचायत भवन में झारखण्ड किसान महासभा के द्वारा श्रीअन्न पर एकदिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया. इस कार्यशाला में गोला लखपति महिला किसान प्रोड्यूसर कम्पनी लिमिटेड के किसानों को मोटे अनाज की खेती के बारे में बताते हुए उनसे इसकी खेती करने की अपील की. झारखण्ड किसान महासभा के केन्द्रीय अध्यक्ष राज कुमार महतो ने बताया कि संयुक्त राष्ट्र काउंसिल के द्वारा वर्ष 2023 को अन्तराष्ट्रीय मिलेट वर्ष घोषित किया गया है. इसे लेकर झारखंड में मोटे अनाज की खेती पर विषेश काम झारखंड किसान महासभा के द्वारा दिया जा रहा है. महासभा का मानना है कि झारखंड में मोटे अनाज की खेती की काफी संभावनाएं हैं.
इस दौरान रामगढ जिला के जिलाध्यक्ष अशोक महतो ने बताया कि मोटे अनाज की खेती को बढ़ावा देने के लिए मडुवा और गुन्दली की बीज भी किसानों को उपलब्ध कराए जाएंगे. इतना ही नहीं उत्पादित अनाज को बेचने के लिए बाजार की भी पूर्ण व्यवस्था कराई जाएगी ताकि किसानों को मोटे अनाज की खेती के लिए प्रोत्साहित किया जा सके. उन्होंने कहा कि इसके लिए झारखंड के किसानों को संगठित एव एकजुट होने की आवश्यकता है.
उन्होंने कहा कि झारखंड के किसान बहनों के जोश और जज्बे को झारखण्ड किसान महासभा सलाम करती है और यह विश्वास दिलाती है कि अगर वो अपनी भागीदारी सुनिश्चित करती है तो झारखंड में कृषि व्यवस्था में जरूर परिवर्तन होगा. इस कार्यशाला की अध्यक्षता रामगढ जिला के जिलाध्यक्ष अशोक महतो एवं कपिल देव महतो के साथ-साथ इस उत्पादक संगठन के सीईओ सुनीता कुमारी एव बीओडी सदस्य के साथ-साथ पंचायत के मुखिया प्यारेलाल महतो ने की. कार्यशाला में उत्पादक समुह से जुड़े हुए किसान भी उपस्थित रहे. कार्याशाला में शामिल हुए किसानों ने कहा कि मोटे अनाज की खेती के फायदे के बारे में उन्हें काफी जानकारी मिली.
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