भेड़-बकरी पालन व्यवसाय पशुधन व्यवसाय के अंतर्गत आता है. यह कृषि कार्य नहीं बल्कि व्यावसायिक कार्य है. इस व्यवसाय के उत्पाद बकरी का मांस और बकरी का दूध हैं. वहीं भेड़ का पालन ऊन और मांस के लिए किया जाता है. बकरी का दूध फाइबर का एक प्रमुख स्रोत प्रदान करता है, जिससे भारी मुनाफा होता है. बकरी पालन एक ऐसी प्रणाली है जो न केवल लाभदायक है बल्कि लंबे समय तक टिकाऊ भी है. व्यावसायिक बकरी पालन बड़े उद्यमियों, व्यापारियों और ग्रामीण उत्पादकों द्वारा किया जाता है. ग्रामीण इलाकों के लोग भेड़-बकरी पालन की ओर ज्यादा बढ़ते दिखाई दे रहे हैं. ऐसे में अगर आप भी भेड़ और बकरी करना चाहते हैं तो ये बैंक आपको 50 लाख का लोन देता है. ऐसे में सिर्फ आपको इन कागजों की जरूरत होगी.
बकरी पालन व्यवसाय गैर-कृषि व्यवसाय के अंतर्गत आता है. जिसके कारण यह बिजनेस एमएसएमई सेगमेंट में आता है. एमएसएमई सेगमेंट में होने के कारण यह सरकारी ऋण के लिए पात्र हो जाता है. बकरी पालन व्यवसाय शुरू करने के लिए सरकारी योजनाओं के तहत ऋण उपलब्ध है. बकरी पालन शुरू करने के लिए जिस योजना के तहत लोन मिलता है उसका नाम पीएम मुद्रा लोन योजना है. मुद्रा लोन के तहत 50 हजार रुपये से लेकर 10 लाख रुपये तक का बिजनेस लोन प्राप्त किया जा सकता है. इसके अलावा बैंकों की अपनी योजनाओं में भी बकरी पालन के लिए लोन मिलता है.
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आईडीबीआई बैंक अपनी योजना के माध्यम से बकरी पालन लोन प्रदान करता है. बैंक की योजना का नाम 'कृषि वित्त भेड़ एवं बकरी पालन' है. जिसके तहत भेड़-बकरी पालन के लिए लोन उपलब्ध कराया जाता है. आईडीबीआई से न्यूनतम लोन राशि 50 हजार रुपये और अधिकतम लोन राशि 50 लाख रुपये तक है.
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