![इस तरह करें मछली पालन, बढ़ जाएगी कमाई. (सांकेतिक फोटो) इस तरह करें मछली पालन, बढ़ जाएगी कमाई. (सांकेतिक फोटो)](https://akm-img-a-in.tosshub.com/lingo/ktak/images/story/202402/65c9bbe55df31-fisheries-123412107-16x9.jpg?size=948:533)
बढ़ती लागत और मुनाफे में कमी आने की वजह से किसान अब धीरे- धीरे खेती छोड़ रहे हैं. इसके बजाए किसान बकरी पालन, गौपालन, मुर्गी पालन और मछली पालन करना ज्यादा पसंद कर रहे हैं. इसमें लागत के मुकाबले कमाई ज्यादा है. खास बात यह है कि युवाओं और किसानों के बीच आजकल मछली पालन का क्रेज कुछ ज्यादा ही पढ़ता जा रहा है. क्योंकि मार्केट में मछली की डिमांड ज्यादा है. वहीं, चिकित्सक भी लोगों को मछली खाने की सलाह देते हैं. अगर आप मछली पालन का बिजनेस शुरू करने का प्लान बना रहे हैं, तो आपके लिए यह खबर बहुत जरूरी है. नीचे बताए गए तरीकों को अपनाकर आप मछली पालन से बंपर कमाई कर सकते हैं.
एक्सपर्ट का कहना है कि मछली पालन करने के लिए सबसे पहले तालाब का निर्माण करना होता है. यदि तालाब खोदने के बाद नीचे की मिट्टी जलोढ़ है, तब तो सोने में सुहागा है. क्योंकि जलोढ़ मिट्टी में पानी देर तक ठहरता है. यदि मिट्टी अलग है, तो आप तालाब के तल पर जलोढ़ मिट्टी फैला सकते हैं. अगर आपने एक एकड़ में तालाब बनवाया है, तो उसने 5 टन खाद का छिड़काव कर सकते हैं. वहीं, तालाब में पानी का स्तर पांच फीट रखें. इसमें प्रतिदिन 20 किलो गोबर डालें. एक सप्ताह के बाद, एक एकड़ तालाब के लिए, 100 ग्राम वजन वाले 2000 ग्रास कार्प, 200 ग्लास कार्प, 200 मृगल, 200 कैटला, 200 बोतला और 200 रोगू सहित कुल 3000 फिंगरलिंग डालें.
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वहीं, चारा डालते समय तालाब के चारों ओर निरीक्षण करें. यदि तालाब की सतह का रंग हरा है या मछलियां बाहर आकर अपना मुंह खोल रही हैं, तो तुरंत तालाब के पानी का एक हिस्सा निकाल देना चाहिए. उसके स्थान पर नया पानी डालना चाहिए. नहीं तो मछलियों के हेल्थ पर बुरा असर पड़ सकता है. करीब 8 महीने के बाद मछलियां तैयार हो जाएंगी. इसके बाद उसे आप पकड़ कर बेच सकते हैं. आप एक साल में एक छोटे से तालाब से साढ़े तीन लाख रुपये से अधिक का मुनाफा कमा सकते हैं. खास बात यह है कि तालाब को हमेशा आयताकार ही बनाएं. तालाब से अतिरिक्त पानी निकालने के लिए एक नाली पाइप होना चाहिए. साथ ही तालाब का मुंह पूर्व और पश्चिम दिशा की ओर हो.
वहीं, एक्सपर्ट का कहना है कि आप एक एकड़ तालाब में 3000 फिंगरलिंग डाल सकते हैं. उन्हें उनके शरीर के वजन का 5 प्रतिशत चारा खिलाना चाहिए. चारे को सुबह-शाम कर के दो भागों में बांटा जा सकता है. हालांकि, अभी बाजार में तैयार चारा भी उपलब्ध है, जिसका उपयोग भी किया जा सकता है. भूसी और मूंगफली की खली को समान मात्रा में मिलाकर हम स्वयं चारा तैयार कर सकते हैं. जरूरत अनुसार ग्रास कार्प को हरा चारा दिया जा सकता है.
एक मछली पालक ने कहा कि मेरे पास एक एकड़ और 20 सेंट ज़मीन है. सबसे पहले मैंने 40 सेंट में एक तालाब खोदा और उसमें 100 ग्राम वजन के फिंगरलिंग डाले. उनकी ग्रोथ अच्छी थी. फिर मैंने 30 सेंट, 20 सेंट और 10 सेंट तीन तालाब खोदें. इन तालाबों में कुल 10,000 मछलियां, 6000 ग्रास कार्प हैं. ग्राहक दिन भर हमारे पास पहुंचते हैं. इससे हमें साल में मोटी कमाई हो रही है.
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